
नई दिल्ली ( of Ayodhya) के निर्माण की शुरूआत होने से देश का व्यापारी समुदाय () भी उत्साहित है। इस मौके पर देश के करोड़ों व्यापारियों ने आज अपनी दुकानों को फूलों से सजाया और राम नाम लिखे हुए मिट्टी के दीये जलाये। इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। इसका आह्वान व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स () ने भी किया था। कालपत्र जमीन में दबायें प्रधानमंत्री कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को आज भेजे एक पत्र में मंदिर निर्माण को संभव कराने के उनके प्रयासों पर साधुवाद देते हुए एक आग्रह भी किया। संगठन ने कहा कि केंद्र सरकार आजादी से लेकर अब तक के भारत के इतिहास को एक कालपात्र में अंकित करते हुए दिल्ली में लाल किले के सामने की जमीन में दबाये। इससे होगा यह कि जब कभी भी इस जमीन की खुदाई होगी तो आने वाले पीढियों को भारत के गौरवशाली इतिहास के बारे में पता रहेगा। इंदिरा गांधी ने भी ऐसा किया था खंडेलवाल का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसी तरह का एक कालपत्र 15 अगस्त 1973 में दिल्ली के लालकिले के सामने दबाया था। उसे आगामी 1000 वर्ष तक के लिए रखा गया था। उसे मोरारजी देसाई की सरकार ने वर्ष 1977 में जमीन खोद कर निकाल लिया। लेकिन उस कालपात्र से मिले विवरण का आज तक कुछ नहीं पता चला है।
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