लॉकडाउन से खतरे में हैं कई बैंक? विदेशी निवेशकों ने बैंकों में घटाई अपनी हिस्सेदारी

लॉकडाउन से खतरे में हैं कई बैंक? विदेशी निवेशकों ने बैंकों में घटाई अपनी हिस्सेदारी

सनम मीरचंदानी, मुंबई के कारण कई बैंकों पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। विदेशी निवेशकों ने लॉकडाउन के चलते बैड लोन में बढ़ोतरी होने और लोन बांटने की रफ्तार में सुस्ती आने की चिंता बढ़ने पर मार्च क्वॉर्टर के दौरान ज्यादातर बड़े बैंकों में अपनी हिस्सेदारी घटाई है। ऐनालिस्टों का कहना है कि इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने सेंसेक्स और निफ्टी में बैंकों के दबदबे वाली स्थिति को देखते हुए उनमें लिमिट से ज्यादा पैसा लगा रखा था। उनकी अधिकांश बिकवाली 19 फरवरी के बाद होने का अनुमान है, जब इकॉनमी पर कोविड 19 के असर को लेकर चिंता बढ़ने पर मार्केट में गिरावट शुरू हुई थी। निफ्टी पर 9 में घटाई हिस्सेदारी फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स () ने बैंक निफ्टी में शामिल 11 शेयरों में से 9 में मार्च क्वॉर्टर में अपनी हिस्सेदारी घटाई। उन्होंने एसबीआई में अपना स्टेक दिसंबर 2019 क्वॉर्टर के 10.84% से घटाकर 9.47% कर दिया, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक में उनकी होल्डिंग तिमाही आधार पर 39.75% से घटकर 39.17% पर आ गई। उन्होंने HDFC बैंक में अपना स्टेक दिसंबर क्वॉर्टर के 30.8% से घटाकर मार्च क्वॉर्टर में 29.8% कर दिया। उन्होंने ICICI बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक, पंजाब नैशनल बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और बंधन बैंक में भी अपना स्टेक घटाया है। पढ़ें : बैंकिंग को सबसे बड़ा झटका 2020 में अब तक बैंक निफ्टी लगभग 35% कमजोर हुआ है, जबकि निफ्टी 21.5% नीचे है। हालांकि, बैंक निफ्टी 24 मार्च को बने 16,116.25 के लो से 31% ऊपर आ चुका है। IIFL सिक्यॉरिटीज के डायरेक्टर संजीव भसीन कहते हैं, 'कोविड19 से सबसे बड़ा झटका बैंकिंग सेक्टर को लगेगा। रिटेल और कॉर्पोरेट को झटका लगा है, इसलिए स्लिपेज में बढ़ोतरी हो सकती है।' CLSA ने हाल ही में बैंकिंग शेयरों के टारगेट प्राइस में 20-70% की कटौती की है, क्योंकि पहले से ही सुस्ती की शिकार लोन ग्रोथ पर कोविड के चलते और दबाव बन गया है, लोन क्वॉलिटी खराब होने का जोखिम बढ़ गया है। पढ़ें : टारगेट प्राइस में कटौती UBS ने बैंकिंग शेयरों के टारगेट प्राइस में 5-41% की कटौती की है, क्योंकि उसका मानना है कि रिस्क रिवॉर्ड रेशियो अनुकूल नहीं है और कलेक्शन को लेकर जोखिम बढ़ रहा है। ट्रेडर्स अब अपनी पोजिशन फार्मा काउंटर की तरफ शिफ्ट कर रहे हैं, जिसको एसेंशियल सर्विसेज में शामिल किया गया है और पिछले कुछ वर्षों से रेग्युलेटरी दिक्कतों के चलते इनमें जरूरत से काफी कम निवेश हो रहा था।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2yYK10i
कोरोनावायरस से होगा 4% GDP का पर्मानेंट लॉस, अगले 3 साल हर बार हो पाएगी 8.5% ग्रोथ?

कोरोनावायरस से होगा 4% GDP का पर्मानेंट लॉस, अगले 3 साल हर बार हो पाएगी 8.5% ग्रोथ?

नई दिल्ली कोविड-19 का संक्रमण फैलने और उस पर रोकथाम के लिए देशभर में लॉकडाउन किए जाने से देशभर में ठप हुई आर्थिक गतिविधियों से 4% जीडीपी यानी नौ लाख करोड़ रुपये का परमानेंट लॉस हो सकता है, यह बात रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कही है। इस फुल सर्विस ग्लोबल रेटिंग्स एजेंसी के चीफ इकनॉमिस्ट डीके जोशी ने कहा कि इस लॉस की भरपाई अगले तीनों फाइनैंशल इयर में हर साल 8.5% जीडीपी की ग्रोथ हासिल होने से ही मुमकिन है। जोशी ने गुरुवार को भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोविड 19 के असर को लेकर हुए टेलिकॉन्फ्रेंस में कहा, 'अगर इंडियन इकॉनमी FY22 से अगले तीन साल तक 7% की जीडीपी ग्रोथ हासिल करती भी है तो भी हमें नहीं लगता कि वह ग्रोथ की नॉर्मल ट्रेंडलाइन पर चल पाएगी क्योंकि चोट करारी है और सरकार की तरफ से इकॉनमी को सपोर्ट करने की क्षमता भी सीमित है।' जोशी ने कहा कि इस नुकसान की भरपाई में असाधारण परिस्थितियां और नीतिगत मोर्चे पर उठाए गए कदम मददगार होंगे। उन्होंने कहा, 'लय में आने के लिए FY2022 से FY2024 के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था को 8.5% सालाना की असाधारण जीडीपी ग्रोथ की जरूरत होगी। इससे जीडीपी लॉस की भरपाई हो जाएगी। लेकिन इसके लिए असाधारण परिस्थितियों और नीतिगत उपायों की जरूरत होगी।' जोशी ने कहा कि सरकारी खजाने से किए जा रहे उपाय पूरे नहीं पड़ेंगे। उन्होंने राहत पैकेज के बारे में कहा कि सरकार तलहटी में पड़े पत्थरों को छूकर नदी पार करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार राहत पैकेज के लिए अपने खजाने से धीरे-धीरे 3.5 लाख करोड़ रुपये तक की रकम निकालेगी। एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने FY21 के लिए इंडिया की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटाकर 1.8% कर दिया है। उसने मार्च में इंडिया की जीडीपी ग्रोथ इस वित्त वर्ष में 3.5% रहने का अनुमान दिया था। एसऐंडपी के मुताबिक अगले फिस्कल इयर में जीडीपी ग्रोथ तेज रिकवरी के साथ 7.5% पर पहुंच सकती है। हालांकि कॉन्फ्रेंस का हिस्सा रहे एसऐंडपी के चीफ एशिया पैसेफिक इकनॉमिस्ट शॉन रोश ने कहा कि ऊंचे रिकवरी रेट को लेकर कोई उम्मीद नहीं पालनी चाहिए। रोश ने कहा, 'लो बेस की वजह से रिकवरी रेट बहुत ऊंचा नजर आ सकता है क्योंकि इकनॉमी को करारी चोट लगी है। इसलिए हम रिकवरी की उम्मीद कर सकते हैं लेकिन ऐक्टिविटी लेवल सामान्य से नीचे रहेगा क्योंकि इकॉनमी को करारी चोट लगी है।' ग्लोबल रेटिंग्स एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक 2020 में जीडीपी ग्रोथ नेगेटिव में 2.3% रह सकती है और ज्यादातर देशों की इकॉनमी के 2022 से पहले सामान्य स्थिति में आने की संभावना नहीं है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2VPE6Um
हर पार्टी धूम मचाने वाला सलमान और अनुष्का का गाना 'Baby Ko Bass Pasand Hai'

हर पार्टी धूम मचाने वाला सलमान और अनुष्का का गाना 'Baby Ko Bass Pasand Hai'

हर पार्टी में बजने वाला सलमान खान और अनुष्का शर्मा का धमाकेदार गाना 'बेबी को बेस पसंद है'। फिल्म 'सुलतान' के इस गाने को अब तक 23 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2SF2Z3h
अब सुनें,अनुष्का शर्मा और रनबीर कपूर का 'द ब्रेकअप सॉन्ग'

अब सुनें,अनुष्का शर्मा और रनबीर कपूर का 'द ब्रेकअप सॉन्ग'

'ऐ दिल है मुश्किल' फिल्म का 'द ब्रेकअप सॉन्ग' के वीडियो को यूट्यूब पर दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। इस गाने में अनुष्का शर्मा और रनबीर कपूर की शानदार केमिस्ट्री दिखाई दे रही है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2VSIbY3
अनुष्का शर्मा और रणबीर सिंह जबरदस्त सॉन्ग 'दम दम' मिस ना करें वीडियो

अनुष्का शर्मा और रणबीर सिंह जबरदस्त सॉन्ग 'दम दम' मिस ना करें वीडियो

फिल्म 'बैंड बाजा बरात' का गाना 'दम दम' का वीडियो यूट्यूब धमाल मचा देने वाला सॉन्ग है। इस गाने के वीडियो में अनुष्का शर्मा और रणबीर सिंह जबरदस्त डांस करते हुए नजर आ रहे हैं।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2WdMmfL
अनुष्का शर्मा और शाहरुख खान पर फिल्माया गाना 'जिया रे'

अनुष्का शर्मा और शाहरुख खान पर फिल्माया गाना 'जिया रे'

अनुष्का शर्मा और शाहरुख खान पर फिल्माया गाना 'जिया रे' दर्शकों के बीच काफी पसंद किया जाने वाला सॉन्ग है। फिल्म 'जब तक है जान' के इस गाने को अब तक 7 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2WjGMIK
फिल्म 'रब ने मिला दी जोड़ी' का लव सॉन्ग'तुझ में रब दिखता है'

फिल्म 'रब ने मिला दी जोड़ी' का लव सॉन्ग'तुझ में रब दिखता है'

'रब ने मिला दी जोड़ी' फिल्म का गाना 'तुझ में रब दिखता है' को दर्शकों का खूब प्यार मिला। अनुष्का शर्मा और शाहरुख खान पर फिल्माया गए इस गाने को फैंस आज भी बड़े चाव से सुनते हैं।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/3d1Rpqs
'Ladies vs Ricky Bahl' का धमाकेदार सॉन्ग 'ठग ले'

'Ladies vs Ricky Bahl' का धमाकेदार सॉन्ग 'ठग ले'

अनुष्का शर्मा का लेडी वर्सज रिक्की बेल का गाना 'ठग ले' का यूट्यूब पर खूब पसंद किया जाता है। इस गाने में अनुष्का के साथ रणबीर सिंह जबरदस्त डांस करते हुए नजर आ रहे हैं।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2Yn6TBa
Bhojpuri New Song 2020: लॉकडाउन से रुकल बियहवा रोवता दुल्हवा

Bhojpuri New Song 2020: लॉकडाउन से रुकल बियहवा रोवता दुल्हवा

लॉकडाउन स्पेशल भोजपुरी सॉन्ग 'लॉकडाउन से रुकल बियहवा रोवता दुल्हवा' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने को दीपक दिलेर ने गाया है जबकि इसके लिरिक्स आकाश धावज ने लिखे हैं और म्यूजिक रोशन सिंह ने दिया है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/3f9MSEr
ऑटो सेक्टर को 1 लाख करोड़ की चपत देगी तालाबंदी, सरकार को भी होगा बड़ा नुकसान

ऑटो सेक्टर को 1 लाख करोड़ की चपत देगी तालाबंदी, सरकार को भी होगा बड़ा नुकसान

केतन ठक्कर, आशुतोष आर श्याम/ मुंबई कोरोना वायरस को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन में ऑटो सेक्टर (Auto Sector) की रीढ़ टूट गई है।ऑटो इंडस्ट्री को 45 दिनों तक फैक्ट्रियों को बंद रखने के चलते 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की आमदनी का नुकसान होगा और इससे देश के () में 0.5 पर्सेंट की कमी आएगी। कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए 25 मार्च से 3 मई तक लॉकडाउन लागू है। इस दौरान 40 दिनों तक फैक्ट्रियां बंद रहेंगी। में जबर्दस्त गिरावट देश के अधिकतर ऑटो प्लांट्स 20 मार्च से बंद हैं। उत्पादन शून्य होने का यह भी मतलब है कि सरकार के गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (GST) कलेक्शन में इस दौरान 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमी आएगी। इसके अलावा, विभिन्न स्टेट टैक्स के तहत 14,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। ये बातें ईटी इंटेलिजेंस ग्रुप की एक एनालिसिस में सामने आई हैं। पढ़ें : कुछ प्लांट को काम की इजाजत सरकार ने कुछ प्लांट्स को कामकाज शुरू करने की इजाजत दी है। हालांकि, ऑटो कंपनियों का मानना है कि इसके कुछ राहत नहीं मिलेगी, क्योंकि वेंडर सप्लाई के बारे में अनिश्चितता बनी हुई है, शोरूम बंद हैं, इनवेंट्री बढ़ती जा रही है और कोई भी इस वक्त कार नहीं खरीद रहा है। 3 मई के बाद क्या होगा, इसे लेकर भी कोई स्पष्टता नहीं है। ऑटो कंपनियां चाहती हैं कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ उनके इकोसिस्टम के सभी सेगमेंट को कारोबार करने की छूट दी जाए। रिकवरी होना संभव नहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऑटो कंपनियां इस वैश्विक महामारी के पहले ही अपने सबसे बुरे साल से गुजर रही थीं। ऐसे में हाथ से गई आमदनी की रिकवरी होना संभव नहीं दिखता है। सरकार को लगेगा करारा झटका करीब दो-तिहाई राजस्व का नुकसान नई गाड़ियों पर लगने वाले जीएसटी के रूप में होगा और इसके बाद रजिस्ट्रेशन टैक्स और इंश्योरेंस पर लगने वाला जीएसटी का स्थान होगा। ट्रैवल पर लगी बंदिशों के चलते फ्यूल से मिलने वाले एक्साइज ड्यूटी में भी गिरावट आई है। इसके चलते राज्यों के राजस्व में ऐसे समय में कमी आई है, जब उन्हें वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए इसकी सबसे अधिक जरूरत थी। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 59% और 48% टैक्स शामिल है। आगे में कोई राहत नहीं केंद्र सरकार के कुल जीएसटी कलेक्शन में करीब 15 पर्सेंट हिस्सा ऑटो सेक्टर का है। राज्यों के टैक्स कलेक्शन में नई गाड़ियों पर लगने वाले रजिस्ट्रेशन टैक्स का 5-7 पर्सेंट योगदान होता है। शटडाउन जितना लंबा खिंचेगा, प्रॉडक्शन में उतनी ही धीमी रिकवरी की आशंका है। कई एग्जिक्युटिव को जून तिमाही की बिक्री में सालाना आधार पर 50 पर्सेंट से अधिक की गिरावट का डर है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2zPRKyp
बेहाल मजदूर बार-बार पूछ रहे खाते में पैसों का हाल, सिस्टम चोक

बेहाल मजदूर बार-बार पूछ रहे खाते में पैसों का हाल, सिस्टम चोक

सुरभि अग्रवाल/अश्विन मनिकानंदन कोरोनावायरस से उपजे संकट के बीच दैनिक मजदूरी के सहारे गुजर-बसर करने वालों और कृषि मजदूरों की ओर से बैंकों से अपने खाते के बारे में पूछताछ अचानक बढ़ गई है। वे यह जानने के लिए परेशान हैं कि सरकार से मिला भुगतान उनके खातों में पहुंचा है या नहीं। बैंकर्स और पेमेंट ऑपरेटरों का कहना है कि इस अप्रत्याशित लोड से डिजिटल चैनल जाम हो रहे हैं। डिजिटल चैनलों पर नजर रखने वाले लोगों ने ईटी को बताया कि आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) के इस्तेमाल से होने वाले ट्रांजैक्शन के फेल होने की दर काफी ऊंची (करीब 40 से 45 पर्सेंट के बीच) है और इसके चलते भी बैंकों को काफी अधिक क्रेडिट रिवर्सल देखने को मिल रहा है। CSC ई-गवर्नेंस सर्विसेज के सीईओ दिनेश त्यागी ने ईटी को बताया, 'सरकार बहुत से लोगों के खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर कर रही है। ऐसे में यह सामान्य प्रवृत्ति है कि लोग बैलेंस चेक करने के लिए पूछताछ करेंगे। करीब 40 पर्सेंट ट्रांजैक्शन फेल हो रहे हैं। इसके चलते भी लोग बार-बार बैलेंस चेक कर रहे हैं।' देश में 3,70,000 से अधिक डिजिटल किऑस्क हैं, जिन्हें कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) कहा जाता है। ग्रामीण इलाकों में खासतौर से इनकी उपस्थिति है। इनमें से करीब 25,000 CSC पीएम किसान और उज्ज्वला स्कीम के तहत खाते में सीधे ट्रांसफर की गई सब्सिडी को निकालने की सुविधा देते हैं। दिनेश त्यागी ने बताया, 'पिछले दो हफ्तों से हमने बैलेंस चेक करने के अनुरोधों को लेने से मना कर दिया है क्योंकि इससे हमारा सिस्टम डाउन हो जाता था और बाकी सेवाओं में रुकावट आती थी।' उन्होंने अनुमान जताया कि CSC पर बैलेंस चेक करने के लिए रोजाना 5 लाख और निकासी के लिए 1 लाख से ज्यादा अनुरोध मिल रहे थे। AePS प्लैटफॉर्म को विभिन्न सब्सिडी की राशि को लोगों के खाते में सीधे ट्रांसफर करने के लिए विकसित किया गया था। इस प्लैटफॉर्म को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) चलाती है। CSC ने अब NPCI को लेटर लिखकर बैलेंस चेक करने के लिए आने वाले प्रत्येक अनुरोध पर 5 रुपये शुल्क लगाने के लिए कहा है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/35jB7qt
आर्थिक गतविधियां जल्द खोलनी होंगी, गरीबों की मदद के लिए लगेंगे 65,000 करोड़ रुपये: राजन

आर्थिक गतविधियां जल्द खोलनी होंगी, गरीबों की मदद के लिए लगेंगे 65,000 करोड़ रुपये: राजन

नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर और जानेमाने अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियां जल्द खोलने की पैरवी करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के साथ ही लोगों की जीविका की सुरक्षा करनी होगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किए गए संवाद के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि देश के गरीबों, मजदूरों और किसानों की प्रत्यक्ष अंतरण के माध्यम से वित्तीय मदद करनी होगी जिसमें 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। गांधी के एक प्रश्न के उत्तर में राजन ने कहा कि सामाजिक सौहार्द में लोगों की भलाई है और इस चुनौतीपूर्ण समय में हम विभाजित रहने का जोखिम नहीं उठा सकते। राजन ने कहा, ‘‘हमारी अर्थव्यवस्था 200 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की है और हम 65 हजार करोड़ रुपये का वहन कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को जल्द खोलना होगा और साथ ही कोरोना वायरस से निपटने के कदम भी उठाते रहने होंगे। रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर ने भारत में कोरोना की जांच की संख्या के मुद्दे पर कहा कि अमेरिका में रोजाना औसतन 150000 जांच हो रही है। बहुत सारे विशेषज्ञ कह रहे हैं कि पांच लाख लोगों की जांच करनी चाहिए। भारत में हम रोजाना 20-25 हजार जांच कर रहे हैं। ऐसे हमें बड़े पैमाने पर जांच करनी होगी।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2Wa11IR
रिलीज हुआ समर सिंह का नया भोजपुरी गाना 'सोने नहीं दिया भतार मेरा'

रिलीज हुआ समर सिंह का नया भोजपुरी गाना 'सोने नहीं दिया भतार मेरा'

समर सिंह का भोजपुरी गाना 'सोने नहीं दिया भतार मेरा' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने को समर सिंह ने ही गाया है। गाने के बोल अलोक यादव द्वारा लिखे गए हैं और संगीत राज गाजीपूरी ने दिया है। यहां देखिए समर सिंह का नया भोजपुरी गाना 'सोने नहीं दिया भतार मेरा' ।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/35jJi63
देखें,खेसारी लाल का जबर भजोपुरी गाना 'दिल के भीतरिया उठे लहरिया'

देखें,खेसारी लाल का जबर भजोपुरी गाना 'दिल के भीतरिया उठे लहरिया'

भोजपुरी गाना 'दिल के भीतरिया उठे लहरिया' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने को खेसारी लाल यादव और इंदु सोनाली ने गाया है। गाने के बोल आजाद सिंह ने लिखे हैं और संगीत मधुकर आनंद ने दिया है। बता दें कि खेसारी लाल यादव भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार हैं,जिनके गानों को दर्शकों के बीच काफी पसंद किया जाता है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/35m77dl
The collective punch to get Dingko Singh to Delhi for treatment

The collective punch to get Dingko Singh to Delhi for treatment

On March 25, the Covid-19 pandemic brought upon a countrywide lockdown and the closure of air travel for three weeks. On April 14, the lockdown was extended by another three weeks; Dingko was trapped at home, with no way to get treatment. He was running a high fever and was growing weaker.

from Hindustan Times - sports https://bit.ly/2zGxgrz
रेस्ट्रॉन्ट चेन्स ने स्टाफ की अप्रैल की 40% तक सैलरी रोकी

रेस्ट्रॉन्ट चेन्स ने स्टाफ की अप्रैल की 40% तक सैलरी रोकी

रत्ना भूषण, नई दिल्ली मैकडॉनल्ड्स साउथ ऐंड वेस्ट, जुबिलेंट फूडवर्क्स, बार्बीक्यू नेशन और इंप्रेसारियो जैसी देश की बड़ी रेस्ट्रॉन्ट चेन ने अप्रैल महीने में अपने कर्मचारियों की सैलरी का 20 से 40 पर्सेंट तक हिस्सा रोक दिया है। देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अप्रैल में ये रेस्ट्रॉन्ट्स पूरी तरह से बंद रहे हैं। नैशनल रेस्ट्रॉन्ट्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट अनुराग कट्रियार ने बताया, 'लॉकडाउन के चलते पिछले एक महीने से रेस्ट्रॉन्ट्स की कोई इनकम नहीं हुई है। इसके चलते बहुत-सी कंपनियों को अप्रैल महीने की पूरी सैलरी देने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।' उन्होंने कहा कि लॉकडाउन कब हटेगा, इसे लेकर स्थिति साफ नहीं है। इस वजह से भी रेस्ट्रॉन्ट्स अपने सीमित कैश रिजर्व को लेकर कोई योजना नहीं बना पा रहे हैं। डॉमिनोज पिज्जा रेस्ट्रॉन्ट चेन चलाने वाली जुबिलेंट फूडवर्क्स और वेस्टलाइफ डिवेलपमेंटन की सब्सिडियरी हार्डकैसल रेस्ट्रॉन्ट्स ने खबर लिखे जाने तक ईटी के ईमेल से भेजे सवालों का जवाब नहीं दिया था। हार्डकैसल रेस्ट्रॉन्ट्स, पश्चिम और दक्षिण भारत में मैकडॉनल्ड्स के 300 से अधिक रेस्ट्रॉन्ट्स का संचालन देखती है। छह बड़ी फाइन-डाइन और क्विक सर्विस रेस्ट्रॉन्ट चेन के एग्जिक्यूटिव्स ने ईटी से इस खबर की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने गोपनीयता का हवाला देकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। देश की एक बड़े रेस्ट्रॉन्ट चेन के एग्जिक्यूटिव ने बताया, 'लॉकडाउन का हमारे सेक्टर पर सबसे बुरा असर पड़ा है। ऐसे में इस बात की संभावना कम है कि हम पूरी सैलरी का भुगतान करें। पैकेज्ड गुड्स और फूड जैसे दूसरे सेक्टर से हमारी तुलना नहीं की जा सकती है क्योंकि उनकी कम से कम ऑनलाइन चैनल या किराना स्टोरों के जरिए बिक्री जारी है।' देश का रेस्ट्रॉन्ट्स सेक्टर का कारोबार करीब 4.2 लाख करोड़ रुपये का है, जिसमें 70 लाख से अधिक लोग काम करते हैं। लॉकडाउन के लागू होने से देशभर में मॉल और रेस्ट्रॉन्ट्स बंद हैं और उनकी आमदनी ठप है। इसके कई स्टोर के बंद होने और उसमें काम कर कर्मचारियों की नौकरियां जाने का खतरा मंडराने लगा है। कट्रियार ने बताया, 'हमने संसाधनों की कमी के चलते सैलरी टालने का फैसला लिया है। इसे किसी और इरादे के साथ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।' कई कंपनियों ने कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए फंड जुटाए हैं या लोन लिए हैं। कट्रियार ने बताया, 'सरकार को इस समय एक बेरोजगारी वेतन कवर के साथ आगे आना चाहिए। इसके लिए एंप्लॉयी स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के कैश रिजर्व और प्रॉविडेंट फंड की दावा नहीं की गई राशि का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम अगले महीने और गहरे संकट में होंगे और कई कंपनियां तो थोड़ा भी भुगतान नहीं कर पाएंगी।'


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/3d4W23b
यूट्यूब पर हिट हुआ काजल राघवानी का भोजपुरी गाना 'पिया सोने ना दिया'

यूट्यूब पर हिट हुआ काजल राघवानी का भोजपुरी गाना 'पिया सोने ना दिया'

काजल राघवानी का भोजपुरी गाना 'पिया सोने ना दिया' का वीडियो यूट्यूब पर दर्शकों के बीच छा गया है। गाने को यूट्यूब पर दर्शकों के बीच खासा पसंद किया जा रहा है। यहां देखिए काजल राघवानी का भोजपुरी गाना 'पिया सोने ना दिया' का वीडियो।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2WaoOsn
आ गया लॉकडाउन में खेसारी लाल का नया भोजपुरी गाना 'टाइम पास'

आ गया लॉकडाउन में खेसारी लाल का नया भोजपुरी गाना 'टाइम पास'

भोजपुरी गाना 'टाइम पास'का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने को खेसारी लाल यादव और खूशबू जैन ने गाया है। गाने के बोल प्यारे लाल यादव और खूशबू जैन ने गाया है। गाने को संगीत मधुकर आनंद ने दिया है। भोजपुरी फिल्म 'एक साजिश जाल' के इस गाने को यूट्यूब पर आते ही दर्शकों के बीच खूब पसंद किया जा रहा है। यहां देखिए खेसारी लाल यादव का यह भोजपुरी गाना।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2Whldc6
फ्लाइट्स शुरू होने की अडवांस सूचना मिलेगी, 10 दिन पहले बताएगी सरकार!

फ्लाइट्स शुरू होने की अडवांस सूचना मिलेगी, 10 दिन पहले बताएगी सरकार!

मिहिर मिश्रा/अनिर्बान चौधरी, नई दिल्ली/मुंबई एयरलाइन कंपनियों और यात्रियों को उड़ान सेवा शुरू होने के करीब 10 दिनों पहले इसकी सूचना दी जा सकती है। सरकारी सूत्रों ने ईटी को यह जानकारी दी। एक सूत्र ने बताया कि सेवाएं जून के शुरुआती हफ्ते में फिर से शुरू हो सकती हैं। 10 दिन पहले से बुकिंग करने की इजाजत! कोरोनावायरस का प्रसार रोकने के लिए सरकार ने 25 मार्च को सभी कमर्शल उड़ान सेवाएं रोकने का ऐलान किया था। एविएशन मिनिस्ट्री के सीनियर अधिकारी ने बताया, 'उड़ान सेवाएं शुरू करना इस पर निर्भर करेगा कि देश में कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या कितनी है। हालांकि जून के पहले हफ्ते से इसके शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।' उन्होंने बताया, 'हमारी योजना एयरलाइंस को ऑपरेशन शुरू होने के 10 दिन पहले से बुकिंग करने की इजाजत देने की है।' घरेलू उड़ानों तक सीमित प्लान! यह योजना सिर्फ घरेलू उड़ान सेवा तक सीमित है और इंटरनैशनल सेवाएं शुरू करने को लेकर फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है। लॉकडाउन का मौजूदा चरण 3 मई को खत्म हो रहा है और सरकार ने अभी तक लॉकडाउन के अगले चरण या इसमें किसी तरह की ढील देने को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। लॉकडाउन लागू होने के पहले भारतीय एयरलाइन कंपनियों के पास कुल 650 विमान थे। इनमें से करीब 25 विमानों का इस्तेमाल विभिन्न एयरलाइन कंपनियों की ओर से कॉर्गो ऑपरेशन में हो रहा है। 10 दिन का वक्त काफी? सरकार का मानना है कि एयरलाइन को दोबारा बुकिंग शुरू करने के लिए 10 दिन पहले सूचना देना पर्याप्त होगा। हालांकि इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव्स इस पर एकमत नहीं थे कि क्या यह उन्हें अपने नेटवर्क को एक साथ लाने, बेड़े को तैनात करने, सुरक्षा से जुड़े निर्देशों को लागू करने और पर्याप्त बुकिंग हासिल करने के लिए पर्याप्त समय देगा। फंसे हैं लोग, मांग काफी ज्यादा रहने के आसार इस मामले से वाकिफ एक शख्स ने बताया, 'एयरलाइंस को इस पूरी योजना के लिए कम से कम 15 दिन चाहिए।' वहीं कई का कहना है कि लॉकडाउन के चलते विभिन्न लोकेशंस पर लोग फंसे हुए हैं, ऐसे में पेंट-अप डिमांड (मांग में भारी बढ़ोतरी) देखने को मिल सकती है। हालांकि यह कुछ ही समय के लिए होगा और भविष्य का आउटलुक कमजोर हो सकता है। एक एयरलाइन के एग्जिक्यूटिव ने बताया, '10 दिन की अवधि में हमें पहले तीन-चार दिन काफी बुकिंग देखने को मिल सकती है, क्योंकि मेट्रो शहरों में भारी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। हालांकि इसके बाद मांग धराशायी हो जाएगी।'


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2WcAniI
62 लाख बार देखा गया सपना चौधरी 'हार्टलेस' हरियाणवी गाना

62 लाख बार देखा गया सपना चौधरी 'हार्टलेस' हरियाणवी गाना

सपना चौधरी का हरियाणवी गाना 'सुपरस्टार' का वीडियो यूट्यूब पर खूब धूम मचाए हुए है। गाने को सपना चौधरी और गोलू गोल्ड पर फिल्माया गया है। गाने को गाया माही पांचाल ने है। गाने के बोल तरून पंचाल ने लिखे हैं। यहां देखिए सपना चौधरी का यह हरियाणवी गाना।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2W7jGoJ
Bhojpuri Video Song 'काल राती अइहा न यार'

Bhojpuri Video Song 'काल राती अइहा न यार'

भोजपुरी गाना 'काल राती अइहा न यार' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने को गौतम सिंह ने गाया ने गाया है। गाने का वीडियो यूट्यूट पर छा गया है। इस गाने को अब तक 4,543,030 से ज्यादा बार देखा जा चुका है। यहां देखिए यह भोजपुरी गाना 'काल राती अइहा न यार' का वीडियो।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/3bIwOqW
खेसारी लाल नहीं पवन सिंह के साथ काजल राघवानी ने किया कमाल डांस,VIDEO VIRAL

खेसारी लाल नहीं पवन सिंह के साथ काजल राघवानी ने किया कमाल डांस,VIDEO VIRAL

काजल राघवानी का भोजपुरी गाना 'सगरों धुआं धुआं उठल' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने को पवन सिंह ने गाया है। गाने में काजल राघवानी और पवन सिंह के बीच की रोमांटिक केमिस्ट्री देखते ही बन रही है। दर्शकों के बीच यह भोजपुरी गाना काफी पसंद किया जा रहा है। गाने के बोल प्यारे लाल यादव ने लिखे हैं और संगीत मधुकर आनंद ने दिया है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2YgznMY
खेसारी लाल का हिट भोजपुरी चईता गीत 'गेंहू काटे के नईखे लोर'

खेसारी लाल का हिट भोजपुरी चईता गीत 'गेंहू काटे के नईखे लोर'

खेसारी लाल यादव का भोजपुरी चईता गीत 'गेंहू काटे के नईखे लोर' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। भोजपुरी चईता गीत 'गेंहू काटे के नईखे लोर' को अपनी आवाज से सजाया खेसारी लाल यादव ने है। गाने को म्यूजिक आशीष वर्मा ने दिया है। गाने के बोल आजाद सिंह और श्याम देहाती ने लिखे हैं।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/3f0rqRY
Zoom और Oracle की डील, चीन का चोला उतारने की कोशिश

Zoom और Oracle की डील, चीन का चोला उतारने की कोशिश

नई दिल्ली देश में कोरोना वायरस (Coronavirus in india) के चलते पूरी तरह से लॉकडाउन () है और स्कूल से लेकर ऑफिस तक ऑनलाइन हो गए हैं। स्कूल की पढ़ाई हो या फिर दफ्तरों की मीटिंग, सब कुछ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए हो रही है। ऐसे में लोग जूम ऐप का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे एक ही साथ 100 लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़ सकते हैं। इसी बीच जूम ऐप ने ओरैकल के साथ डील (Zoom app deal with Oracle) की है। जूम ऐप की तरफ से इस डील की वजह ये बताई गई है कि ट्रैफिक बहुत अधिक होने की वजह से वह ओरैकल के सर्वर इस्तेमाल कर रही हैं। हालांकि, इसकी वजह लोगों का भरोसा जीतना लग रहा है। जूम ऐप से प्राइवेसी को खतरा! पिछले दिनों में ऐसी कई घटनाएं हुईं, जिससे जूम ऐप की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए। सबसे बड़ा खतरा ये है कि इसके जरिए वीडियो कॉलिंग भी हैक की जा सकती है। ये ऐप एंड टू एंड एनक्रिप्टेड नहीं है। यानी मैसेज भेजने वाला या पाने वाले के अलावा कोई तीसरा शख्स इस हैक कर के आपका मैसेज पढ़ सकता है। यही वजह है कि भारत में सरकारी बैठकों के लिए जूम ऐप के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है, क्योंकि इससे जानकारी चोरी होने का खतरा रहता है। जूम ऐप के मालिक चीन के एरिक युआन हैं और ऐसे में लोग इसे चीन की साजिश के तौर पर भी देख रहे हैं, जिससे भी विश्वसनीयता गिरी है। यह भी पढ़ें- कहीं अश्लील तस्वीरें, कहीं सरकारी मीटिंग लीक सिंगापुर में इस पर बैन लगाया जा चुका है, क्योंकि वहां ऑनलाइन क्लास के दौरान ही अश्लील तस्वीरें दिखने लगी थीं। ब्रिटेन में इस ऐप के जरिए कैबिनेट की एक मीटिंग हुई थी, जो कुछ ही देर बाद इंटरनेट पर अपलोड हो गई। ऐसे में भले ही जूम ऐप का ट्रैफिक दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ रहा हो, लेकिन लोगों में इसकी विश्वसनीयता गिर गई है। खुद जूम ऐप के मालिक एरिक युआन को सामने आकर कहना पड़ा कि 90 दिनों के अंदर-अंदर सिक्योरिटी का खामियों को दूर कर लिया जाएगा। ऐसे में ओरैकल के हुई ये डील जूम ऐप में लोगों के कम होते विश्वास को फिर से मजबूत कर सकता है। यह भी पढ़ें- अब कुछ बातें इस डील के बारे में जूम ऐप ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से उसके ट्रैफिक में कई गुना बढ़ोत्तरी हो गई है, जिसकी वजह से उसके बाद सर्वर कम पड़ रहे हैं, इसके चलते ओरैकल से डील की गई है। बता दें कि दिसंबर में जिस जूम ऐप के करीब 10 मिलियन यानी 1 करोड़ यूजर थे, अब उनकी संख्या 300 मिलियन यानी 30 करोड़ से भी अधिक हो गई है। हालांकि, ना तो जूम ऐप ने, ना ही ओरैकल ने ये साफ किया है कि ये डील कितने की है। ये डील ओरैकल के लिए भी फायदे का सौदा सिर्फ जूम ऐप के लिए ही ये डील फायदे वाली नहीं है, बल्कि ओरैकल को भी इस डील से काफी फायदा है, जो अमेजनडॉटकॉम (AMZN.O) और माइक्रोसॉफ्ट (MSFT.O) से प्रतिस्पर्धा में है। इस डील से ओरैकल का मार्केट शेयर और भी बढ़ेगा। बता दें कि रोजाना करीब 7 मिलियन (70 लाख) गिगाबाइट का जूम डेटा ओरैकल के सर्वर्स से आ रहा है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/35m59Kc
कोरोना से जंग में ADB ने भारत को दिया $1.5 अरब का पैकेज

कोरोना से जंग में ADB ने भारत को दिया $1.5 अरब का पैकेज

दीपशिखा सिकरवार, नई दिल्ली एशियन डिवेलपमेंट बैंक (ADB) ने मंगलवार को भारत के लिए 1.5 अरब डॉलर का कोविड 19 पैकेज मंजूर किया। कुछ खास सेक्टरों को और मदद देने के लिए सरकार से बातचीत कर रहा है। ADB देश के प्राइवेट सेक्टर के भी संपर्क में है ताकि जहां जरूरी हों, वहां सहायता की जा सके। ADB के वाइस प्रेजिडेंट शिशिन चेन ने ईटी को बताया कि बैंक ने माइक्रो, स्मॉल ऐंड मीडियम एंटरप्राइजेज और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट्स को क्रेडिट गारंटी के जरिए सहायता देने के बारे में भारत से चर्चा शुरू कर दी है। यह सहायता मंगलवार को घोषित पैकेज से अलग होगी। उन्होंने कहा, 'कोविड 19 से निपटने और इससे उबरने में अगर और सहायता की जरूरत पड़ी तो ADB देने को तैयार है। हम फाइनेंसिंग के हर विकल्प पर विचार करेंगे।' भारत ADB का चौथा बड़ा शेयरहोल्डर है और करीब 30 अरब डॉलर के कर्ज मिल चुकने के साथ यह इससे सबसे ज्यादा उधार लेने वाला देश भी है। चेन ने कहा कि ADB प्राइवेट सेक्टर से भी बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रेड और सप्लाई चेन फाइनेंस के अलावा एमएसएमई के लिए हेल्थकेयर, एग्री बिजनेस और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में लिक्विडिटी सपोर्ट पर बात की जा रही है। मंगलवार को घोषित सहायता से पहले हेल्थ, वेलफेयर और इकनॉमी पर कोविड 19 के असर के बारे में सरकार से गहन विचार-विमर्श हुआ था। इस पैकेज से कोरोना महामारी से निपटने में सरकारी कदमों को मजबूती मिलने की उम्मीद है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा कि इससे महामारी पर काबू पाने, इससे बचाव के अलावा गरीबों और आर्थिक रूप से कमजोर तबके को सामाजिक सुरक्षा देने में मदद मिलेगी। इससे पहले इसी महीने वर्ल्ड बैंक ने हेल्थकेयर सेक्टर के लिए एक अरब डॉलर का पैकेज दिया था। चेन ने कहा कि वित्त वर्ष 2021 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 2 प्रतिशत के नीचे जा सकती है। एडीबी ने अप्रैल की शुरुआत में दिए गए अनुमान में ग्रोथ 4 प्रतिशत रहने की बात की थी। चेन ने कहा, 'अगर अगले दो महीनों में महामारी पर काबू पा लिया जाए तो इंडियन इकनॉमी अगले वित्त वर्ष में सात प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज करेगी।' हेल्थ एक्सपर्ट्स ने आगाह किया है कि यह महामारी कुछ समय बाद फिर कहर ढा सकती है और तमाम देशों को लॉकडाउन हटाने में सतर्कता बरतनी चाहिए। चेन ने कहा, 'इसका अर्थ यह है कि बार-बार लॉकडाउन करना होगा और सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों को बनाए रखना होगा। इससे सामान्य आर्थिक गतिविधि प्रभावित होगी और इसका असर इकनॉमिक रिकवरी पर पड़ेगा।' इकॉनमी को रिवाइव करने के राजकोषीय उपायों के बारे में चेन ने कहा कि महामारी से सर्वाधिक प्रभावित सेक्टरों को सपोर्ट देने के लिए और राहत उपायों की जरूरत पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई, एविएशन, ऐग्रिकल्चर और हॉस्पिटैलिटी जैसे सेक्टरों पर बहुत ज्यादा असर पड़ा है। कोरोनावायरस से जुड़े अपडेट्स
  1. भारत में कोरोना का पहला मामला कब और किस राज्य में सामने आया?भारत में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया था। चीन के वुहान यूनिवर्सिटी से लौटे एक छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए थे।
  2. भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत कब और कहां हुई?भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत 12 मार्च को हुई। कर्नाटक के कलबुर्गी में सऊदी अरब से लौट 76 साल के शख्स भारत में इस वायरस के पहले शिकार बने।
  3. भारत में कुल कितने लोग कोरोना से संक्रमित हैं और अब तक कितनी मौतें हुई हैं?स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सोमवार सुबह तक देश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 937 हो गई है। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29,974 हो गई है।
  4. कोरोना वायरस की चपेट में आए अब तक कितने मरीज ठीक हो चुके हैं?स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार सुबह तक 7,027 लोग ठीक हो चुके हैं और एक व्यक्ति विदेश चला गया है। कुल मामलों में 111 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2WaUCNt
रिलीज हुआ खेसारी लाल-काजल राघवानी का नया वीडियो,मचा रहा धमाल

रिलीज हुआ खेसारी लाल-काजल राघवानी का नया वीडियो,मचा रहा धमाल

भोजपुरी फिल्मों की हिट जोड़ी काजल राघवानी और खेसारी लाल यादव का एक वीडियो यूट्यूब पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भोजपुरी गाना 'तेरे संग कभी ना जाऊगा होटल' वाले सॉन्ग को भी दिखाया गया है। वीडियो में काजल राघवानी ने दारू पी ली है जिसके बाद खेसारी लाल यादव उन्हें संभालते हुए नजर आ रहे हैं।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2xeFRkm
11 cases linked to Azadpur market, test results of 100 awaited

11 cases linked to Azadpur market, test results of 100 awaited

Test results of more than 100 individuals—traders and employees—who have been traced as contacts of the confirmed cases or those who have been shortlisted after a screening programme this weekend are still awaited, office bearers of the agriculture produce market committee (APMC) said.

from Hindustan Times - topnews https://bit.ly/2YgYbVc
Covid 19 update: Govt testing strategy focuses on speed

Covid 19 update: Govt testing strategy focuses on speed

The strategy is the subject of a paper, ‘Strategic Planning To Augment The Testing Capacity For Covid-19 in India’, published in the Indian Journal of Medical Research and authored by scientists at the Indian Council of Medical Research (ICMR), the country’s apex biomedical research body.

from Hindustan Times - topnews https://bit.ly/3aLKwrR
Can't control when we could go home, so we don't think about it: Sjoerd Marijne...

Can't control when we could go home, so we don't think about it: Sjoerd Marijne...

Being at the camp for nearly nine weeks now, Marijne says he is eagerly waiting for the lockdown to lift so that he and the players can visit their families. In an exclusive chat with Hindustan Times, the Dutchman opens up on how the team is keeping themselves positive away from families amid lockdown:

from Hindustan Times - sports https://bit.ly/2W5v6cI
Bhojpuri Comedy: खेसारी लाल का रोमांटिक कॉमिडी वीडियो देख हंसते रह जाएंगे आप

Bhojpuri Comedy: खेसारी लाल का रोमांटिक कॉमिडी वीडियो देख हंसते रह जाएंगे आप

भोजपुरी फिल्म 'आतंकवादी' का एक वीडियो सोशल मीडिया पर दर्शकों के बीच खूब देखा और पसंद किया जा रहा है। यह एख कॉमिडी वीडियो है,जिसे खेसारी लाल यादव और सुभी शर्मा पर फिल्माया गया है। वीडियो को यूट्यूब पर दर्शकों के बीच खासा पसंद किया जा रहा है। यहां देखिए यह भोजपुरी कॉमिडी वीडियो गाना।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/3cSk7tN
लॉकडाउन में वायरल हो रहा मोनालिसा का यह जबरदस्त डांस वीडियो सॉन्ग

लॉकडाउन में वायरल हो रहा मोनालिसा का यह जबरदस्त डांस वीडियो सॉन्ग

भोजपुरी फिल्मों में अपनी जबरदस्त ऐक्टिंग और स्टाइलिश लुक के लिए जानी जाने वाली ऐक्ट्रेस मोनालिसा के गानों और फिल्मों का दर्शकों के बीच एक अलग ही क्रेज देखने को मिलता है। यूट्यूब पर उनके गाने खूब देखे जाते हैं। उनका ऐसा ही एक भोजपुरी गाना 'पिरितिया के बानी पियासल' (tohari piritiya) यूट्यूब पर इन दिनों धूम मचा रहा है। गाने में मोनालिसा बेहद ही हॉट और सेक्सी डांस मूव्स (monalisa sexy video dance) करती हुई नजर आ रही हैं। यहां देखिए उनका यह सेक्सी डांस वीडियो सॉन्ग।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2VJrqhI
अपने प्रत्येक महासंघ को 47 लाख डालर देगा यूरोपीय फुटबाल संघ

अपने प्रत्येक महासंघ को 47 लाख डालर देगा यूरोपीय फुटबाल संघ

पेरिस, 28 अप्रैल (एपी) यूरोपीय फुटबाल की सर्वोच्च संस्था यूएफा कोरोना वायरस महामारी के कारण वित्तीय परेशानियों से जूझ रहे अपने राष्ट्रीय महासंघों को कुल 23 करोड़ 65 लाख यूरो (25 करोड़ 50 लाख डालर) की अग्रिम धनराशि देगा। यूरोपीय फुटबाल संघ (यूएफा) ने बयान में कहा कि वह अपने 55 सदस्यों में से प्रत्येक को 43 लाख यूरो (47 लाख डालर) दे रहा है।यूएफा के अध्यक्ष अलेक्सांद्र सेफरिन ने कहा कि इस राशि से उनके संघों को अपनी फुटबाल को ढर्रे पर लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम जितना हो सकता है उतनी मदद करना चाहते हैं और इस लिहाज से यह जिम्मेदारी से भरा फैसला है। ’’एएफपी पंतपंत


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2xTOG3D
कोरोना का केस मिलने पर पूरा ऑफिस सील नहीं होगा!

कोरोना का केस मिलने पर पूरा ऑफिस सील नहीं होगा!

राहुल त्रिपाठी/टीना ठाकर, नई दिल्ली लॉकडाउन के बाद कामकाज के खुलने वाले कार्यालयों के परिसर में अगर कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने आता है तो हो सकता है कि पूरा ऑफिस सील न किया जाए। मामले से वाकिफ अधिकारियों ने बताया कि वायरस का प्रसार घटाने के उपायों के साथ आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के लिए जो प्रोटोकॉल बनाया जा रहा है, उसमें यह प्रावधान शामिल किया जा सकता है। संपर्क में आए लोगों को क्वॉरंटीन किया जाएगा एक अधिकारी ने बताया, 'पूरी ऑफिस बिल्डिंग को सील नहीं किया जाएगा या उसे कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया जाएगा। इसके बजाय कोरोना पॉजिटिव पाए गए शख्स के संपर्क में आए लोगों को क्वॉरंटीन किया जाएगा और फ्लोर या संबंधित एरिया को डिसइंफेक्ट किया जाएगा। यह काम लोकल अथॉरिटीज की सलाह पर किया जाएगा।' 3 महीने के लिए सील करने का कोई निर्देश नहीं एक अन्य अधिकारी ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह के अनुसार कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा, 'हालांकि बिल्डिंग को तीन महीने के लिए सील करने का कोई निर्देश नहीं है।' राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को हाल में गृह सचिव अजय भल्ला ने सलाह दी थी कि होम मिनिस्ट्री की ओर से जारी गाइडलाइंस 'का सहारा लेकर किसी मैन्युफैक्चरिंग या कमर्शल एस्टैब्लिशमेंट के मैनेजमेंट को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।' पूल टेस्टिंग जैसे उपाय भी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च अभी कंटेनमेंट और कोरोना का प्रसार रोकने के उपायों पर विचार कर रहे हैं। इसमें पूल टेस्टिंग जैसे उपाय भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने कहा, 'सभी लोगों को 14 दिनों के लिए सेल्फ क्वॉरंटीन में जाने का निर्देश देने के बजाय उनकी जांच की जा सकती है और संक्रमण नहीं होने की पुष्टि की जा सकती है।' एंटीजन किट्स की उपलब्धता पर विचार पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट के श्रीनाथ रेड्डी ने ईटी से कहा, 'अभी हम और ज्यादा एंटीजन किट्स की उपलब्धता पर विचार कर रहे हैं जिनसे पूल टेस्टिंग की जा सकेगी। इससे यह तय करने में आसानी होगी कि बिल्डिंग या ऑफिस कॉम्प्लेक्स या रेजिडेंशल कॉम्प्लेक्स के किन हिस्सों को सील किया जाना है और संक्रमण मुक्त एरिया में कामकाज जारी रखा जा सकता है।' सील करने के बजाय सैनिटाइजेशन होगा अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में कोविड 19 पर बनी टेक्निकल कमिटी ने सुझाव दिया है कि इन्फेक्टेड वर्कप्लेस को लंबे समय तक सील करने के बजाय उसे सैनिटाइज किया जा सकता है और 12 घंटे बाद उसका उपयोग शुरू किया जा सकता है। नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर सुजीत कुमार सिंह ने कहा, 'तबलीगी जमात मामले में भी पूरा एरिया सैनिटाइज किया गया और 48 घंटों तक बंद किया गया था।' सेहत ठीक न लगे तो छोड़ देना चाहिए वर्कप्लेस हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रसीजर में कहा गया, 'सेहत ठीक न महसूस होने पर कर्मचारी को तुरंत वर्कप्लेस छोड़ देना चाहिए और रिपोर्टिंग अथॉरिटी को इसकी जानकारी देकर होम क्वॉरंटीन में जाना चाहिए। ज्यादा उम्र वाले लोग और गर्भवती महिलाओं जैसे ज्यादा रिस्क वाले एंप्लॉयी को किसी भी फ्रंटलाइन वर्क में नहीं होना चाहिए।' कोरोना से जुड़े Facts...
  1. भारत में कोरोना का पहला मामला कब और किस राज्य में सामने आया?भारत में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया था। चीन के वुहान यूनिवर्सिटी से लौटे एक छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए थे।
  2. भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत कब और कहां हुई?भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत 12 मार्च को हुई। कर्नाटक के कलबुर्गी में सऊदी अरब से लौट 76 साल के शख्स भारत में इस वायरस के पहले शिकार बने।
  3. भारत में कुल कितने लोग कोरोना से संक्रमित हैं और अब तक कितनी मौतें हुई हैं?स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार सुबह तक कुल 29435 मामले हो गए और मरने वालों की संख्या 934 रहो गई है। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 27,892 हो गई है।
  4. कोरोना वायरस की चपेट में आए अब तक कितने मरीज ठीक हो चुके हैं?स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 6,869 लोग ठीक हो चुके हैं और एक व्यक्ति विदेश चला गया है। कुल मामलों में 111 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2YaqJzz
'कुर्ती तेरी गीली गीली' पर का मोनिका ने किया धमाकेदार डांस,झूम उठे दर्शक

'कुर्ती तेरी गीली गीली' पर का मोनिका ने किया धमाकेदार डांस,झूम उठे दर्शक

हरियाणवी डांसर मोनिका का एक डांस वीडियो यूट्यूब पर धूम मचा रहा है। गाने को यूट्यूब पर मोनिका का यह डांस वीडियो यूट्यूब पर खूब देखा जा रहा है। इस वीडियो में मोनिका हरियाणवी गाना 'कुर्ती तेरी गीली गीली' पर शानदार डांस मूव्स करती हुई नजर आ रही हैं।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2W41MmP
हेल्थ सर्टिफिकेट, मास्क और ग्लव्स के बिना नहीं हो सकेगी हवाई यात्रा!

हेल्थ सर्टिफिकेट, मास्क और ग्लव्स के बिना नहीं हो सकेगी हवाई यात्रा!

मिहिर मिश्रा/अनिर्बान चौधरी, नई दिल्ली/मुंबई लॉकडाउन हटने के बाद जब विमान सेवा दोबारा शुरू होगी तो हवाई यात्रियों को अपने साथ हेल्थ सर्टिफिकेट लेकर चलना पड़ सकता है। साथ ही, उन्हें यात्रा के दौरान मास्क, ग्लव्स और डिस्पोजेबल कैप पहनने पड़ सकते हैं और एयरपोर्ट पर उनके शरीर का तापमान भी चेक किया जाएगा। सरकार ने एक टेक्निकल कमिटी बनाई है, जो हवाई सेवाओं और यात्रियों के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) बना रही है। फ्लाइट्स की मिडल सीट पर भी बुकिंग मिलेगी! माना जा रहा है कि कमिटी कोरोनावायरस का प्रसार सीमित करने के लिए जो सिफारिशें करेगी, उसमें ये बातें शामिल होंगी। कमिटी फ्लाइट्स की मिडल सीट पर भी बुकिंग लेने की इजाजत दे सकती है, जो एयरलाइन कंपनियों के लिए बड़ी राहत होगी। लॉकडाउन लागू होने से पहले सरकार ने मिडल सीट खाली रखने का आदेश दिया था, जिसका सभी एयरलाइन कंपनियों ने यह कहते हुए विरोध किया था कि इससे उनकी आमदनी पर असर पड़ेगा। रोकथाम के उपायों पर फोकस एविएशन मिनिस्ट्री के एक सीनियर अधिकारी ने ईटी को बताया कमिटी रिपोर्ट तैयार कर रही है। इस कमिटी में एयरपोर्ट्स, एयरलाइन कंपनियों, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के अधिकारी और डॉक्टर शामिल हैं। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, 'सोशल डिस्टैंसिंग के तहत 6 फुट की शारीरिक दूरी बरतने का जो नियम है, वह मिडल सीट के खाली रखने से पूरा नहीं होना वाला है। यह सीट खाली रखने से यात्रियों के बीच अधिकतम 2 फुट की दूरी होगी। ऐसे में हमारा फोकस रोकथाम के उपायों को लागू करने और सर्टिफिकेट्स पर है, जिससे सुरक्षित सुनिश्चित की जा सके।' अधिकारी ने बताया कि अभी इन उपायों पर चर्चा शुरुआती स्तर पर है। मिडल सीट खाली रखने से भारी वित्तीय दबाव एयरलाइन कंपनियों ने मिडल सीट खाली रखने के भारत सरकार के आदेश पर आपत्ति जताई थी। हालांकि सरकारी अधिकारियों का कहना है कि चीन में विमान के अंदर सोशल डिस्टैंसिंग बरकरार रखने के लिए विमानन कंपनियां मिडल सीट खाली रखकर उड़ान भर रही हैं। एक सीनियर एयरलाइन एग्जिक्यूटिव ने ईटी को बताया, 'सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों के तहत सुरक्षित फ्लाइट वही होगी, जो 33 पर्संट यात्री क्षमता के साथ उड़ान भरेगी। मिडल सीट खाली रखने का सुझाव एयरलाइन कंपनियों के लिए सही नहीं है। इसके उन पर भारी वित्तीय दबाव पड़ सकता है।' AC से कोरोना फैलने की नहीं आशंका अधिकारी ने कहा कि विमान में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना इतना आसान नहीं है। अधिकारी ने कहा, 'एक्सपर्ट्स ने विमानों के एयर कंडिशनर के जरिए कोरोनावायरस फैलने की आशंका से इनकार किया है और एयरक्राफ्ट वायरस को फिल्टर करने के लिए पर्याप्त शक्तिशाली है।'


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/35hB8uT
आपका दिल चुरा लेगा रानी चटर्जी का भोजपुरी गाना 'चुनरी सरक गईल'

आपका दिल चुरा लेगा रानी चटर्जी का भोजपुरी गाना 'चुनरी सरक गईल'

रानी चटर्जी का भोजपुरी गाना 'चुनरी सरक गईल' का वीडियो यूट्यूब पर खासा पसंद किया जाने वाला सॉन्ग बन चुका है। गाने को कल्पना और इंदु सोनाली ने गाया है। गाने के बोल विनय बिहारी और प्यारे लाल यादव ने लिखे हैं। इस गाने को संगीत आबीद जमाल और अमन श्लोक ने दिया है। यहां देखिए यह भोजपुरी गाना 'चुनरी सरक गईल' का वीडियो ।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2KRgTuR
जारी हुआ निरहुआ की आवाज में 'Bhagega Corona' गाने का वीडियो

जारी हुआ निरहुआ की आवाज में 'Bhagega Corona' गाने का वीडियो

दिनेश लाल यादव निरहुआ का भोजपुरी गाना 'भागेगा कोरोना' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने को दिनेश लाल यादव और आशीष वर्मा ने गाया है। माही यशोद्धर ने लिखे हैं और म्यूजिक आशीष वर्मा ने दिया है। महामारी कोरोना वायरस की हार को लेकर गाया गया निरहुआ का यह गाना यूट्यूब पर वायरल हो गया है। गाने को दर्शकों के बीच खासा पसंद किया जा रहा है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2VHQLsn
इंटरनेट पर आग लगाता निधि झा और यश कुमार का भोजपुरी गाना 'उठे दिलवा में हलचल पिया'

इंटरनेट पर आग लगाता निधि झा और यश कुमार का भोजपुरी गाना 'उठे दिलवा में हलचल पिया'

भोजपुरी गाना 'उठे दिलवा में हलचल पिया' का वीडियो यूट्यूब पर फैन्स बीच धूम मचा रहा है। गाने को निधि झा और यश कुमार पर फिल्माया गया है। यूट्यूब पर भी दर्शकों के बीच यह गाना खासा पसंद किया जा रहा है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/359euVs
ब्रिटेन में 50 करोड़ पौंड का राहत पैकेज मांगेगी टाटा स्टील!

ब्रिटेन में 50 करोड़ पौंड का राहत पैकेज मांगेगी टाटा स्टील!

नई दिल्ली कोरोना वायरस संकट से उभरी समस्याओं से निपटने के लिए की ब्रिटिश यूनिट ने सरकार से राहत पैकेज की मांग की है। ब्रिटेन में छपी मीडिया खबरों की मानें तो कंपनी की ओर से 50 करोड़ पौंड राहत पैकेज मांगने का अनुमान है। टाटा स्टील के पास ब्रिटेन की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी पोर्ट टालबॉट का मालिकाना हक है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कंपनी वेल्स सरकार के साथ-साथ ब्रिटेन के लोक वित्त विभाग ‘यूके ट्रेजरी’ से भी संपर्क में है। ब्रिटेन की सरकार ने बड़े कारोबारियों को राहत देने के लिए ‘कोरोना वायरस लार्ज बिजनेस इंटरप्शन लोन स्कीम’ (सीएलबीआईएलएस) पेश की है। कंपनी की कोशिश इस योजना के तहत 50 करोड़ पौंड का राहत पैकेज पाने की है। वेल्स सरकार के प्रवक्ता ने कहा, ‘वह टाटा स्टील के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। वह यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि वेल्स और ब्रिटेन में एक बड़ी स्टील कंपनी के तौर पर काम करते रहने के लिए उनकी क्या जरूरतें हैं।’ टाटा स्टील ब्रिटेन में करीब 8,385 लोगों को रोजगार देती है। इसमें 4,000 लोग पोर्ट टॉलबॉट में हैं जबकि करीब 2,800 लोगों को वेल्स के अन्य हिस्सों में रोजगार मिला हुआ है। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘हम देखेंगे कि हमें क्या मदद मिल सकती है। हम वेल्स और ब्रितानी सरकार के साथ लगातार काम कर रहे हैं।’ स्काई न्यूज की खबर के मुताबिक यह राहत राशि एक तरह का वाणिज्यिक ऋण हो सकता है जिसे इस्पात की मांग दोबारा सुधरने के बाद चुकाने की मोहलत दी जा सकती है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2KEubL4
आ गया सपना चौधरी का नया गजब डांस वीडियो, 'निक्कर निक्कर' पर लगाए मस्त ठुमके

आ गया सपना चौधरी का नया गजब डांस वीडियो, 'निक्कर निक्कर' पर लगाए मस्त ठुमके

हरियाणा की डांसर सपना चौधरी का एक डांस वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर धूम मचाए हुए हैं। इस वीडियो में सपना चौधरी पिंक सूट में अपने नए हरियाणवी गाना 'निक्कर निक्कर' में जबरदस्त डांस करती हुई नजर आ रही हैं। उनके इस डांस वीडियो उनके फैंस के बीच खूब पसंद किया जा रहा है। आप यहां देखिए सपना चौधरी का यह हरियाणवी गाना।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/35aGwzL
आपने देखा खेसारी लाल का यह नया भोजपुरी गाना 'अन्हार का के घर सतईबा रात भर'

आपने देखा खेसारी लाल का यह नया भोजपुरी गाना 'अन्हार का के घर सतईबा रात भर'

खेसारी लाल यादव का नया भोजपुरी गान 'अन्हार का के घर सतईबा रात भर' (Anhar Ka Ke Ghar Tu Sataiba Rat Bhar ) का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। भोजपुरी फिल्म 'एक साजिश जाल' के इस गाने को खेसारी लाल यादव और हनी बी ने गाया है। गाने के बोल कवि प्यारे लाल यादव और आजाद सिंह, श्याम देहाती ने लिखे हैं। गाने को म्यूजिक मधुकर आनंद ने दिया है। यहां देखिए खेसारी लाल यादव का नया भोजपुरी गान 'अन्हार का के घर सतईबा रात भर' का वीडियो।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/3cPu2jL
कुल टैक्स में 15% देने वाली ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए बढ़ा संकट, अप्रैल में जीरो सेल्स

कुल टैक्स में 15% देने वाली ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए बढ़ा संकट, अप्रैल में जीरो सेल्स

लिजी फिलिप/केतन ठक्कर, मुंबई देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की अप्रैल में कोई बिक्री नहीं होगी। ऐसा इस इंडस्ट्री के इतिहास में पहली बार होगा। कुछ ऑटोमोबाइल कंपनियों के हेड ने ईटी को बताया कि उन्हें मई में भी स्थिति में अधिक सुधार की उम्मीद नहीं है। उनका कहना था कि इंडस्ट्री के लिए संकट लंबे समय तक रह सकता है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के दिग्गजों ने संकट से निकलने के लिए बिजनस में बड़े बदलाव करने की जरूरत बताई है। एक्सपर्ट्स ने कहा कि प्लांट बंद करना आसान है, लेकिन सप्लायर्स, वेंडर्स, डीलर्स और फाइनैंसर्स के ईकोसिस्टम के बिना कामकाज दोबारा शुरू करना एक बड़ी मुश्किल है। इसी वजह से ऑटोमोबाइल कंपनियों ने अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स दोबारा शुरू करने के लिए अभी तक आवेदन नहीं किया है और वे स्थिति स्पष्ट करने के लिए मई तक इंतजार कर रही हैं। मई के मध्य तक ये कंपनियां कुछ प्रॉडक्शन शुरू कर सकती हैं। GDP में ऑटो सेक्टर का 8% हिस्सा देश के जीडीपी में ऑटोमोबाइल सेक्टर की हिस्सेदारी 8 पर्सेंट से अधिक है और सरकार को कुल टैक्स कलेक्शन का 15 पर्सेंट इस इंडस्ट्री से मिलता है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में चार करोड़ से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिला है। JIT अपनाने की जरूरत टीवीएस मोटर्स के चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन ने कहा कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को जापान के जस्ट इन टाइम (JIT) के कामकाज के तरीके को अपनाने की जरूरत है क्योंकि इससे भविष्य के लिए जोखिम कम हो जाता है। उन्होंने बताया, ‘हमें लोकल कॉम्पोनेंट्स पर अधिक जोर देने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे सप्लायर्स 20 किलोमीटर के दायरे में मौजूद हों। इससे सप्लाई चेन में रुकावट की आशंका कम हो जाएगी।’ 6-7 दिनों से ज्यादा की इनवेंटरी रखना मुश्किल जापान के कामकाज के JIT तरीके का मतलब होगा इनवेंटरी को न्यूनतम रखना। श्रीनिवासन ने कहा कि मई में भी कम प्रॉडक्शन के कारण बिजनस धीमा रहेगा। अन्य इंडस्ट्री के विपरीत अगर पूरे देश में लॉकडाउन नहीं खुलने की स्थिति में एक ऑटोमोबाइल प्लांट को शुरू किया जाता है तो वह अधिकतम तीन-चार दिन तक ही मैन्युफैक्चरिंग कर सकेगा। ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए छह-सात दिनों से अधिक की इनवेंटरी रखना मुश्किल होगा। प्रॉडक्शन जारी रखने को वेंडर्स का खुलना जरूरी श्रीनिवासन ने बताया कि प्रॉडक्शन को जारी रखने के लिए तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में वेंडर्स का खुलना जरूरी है। ऑटोमोटिव पार्ट्स की सप्लाई करने वाली एक बड़ी कंपनी के CEO ने कहा, ‘वीइकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स के खुलने और कॉम्पोनेंट सप्लायर्स के बंद होने से मैन्युफैक्चरिंग नहीं हो सकेगी। इस वजह से पूरे ऑटोमोबाइल सेक्टर को एकसाथ देखा जाना चाहिए और स्थानीय प्रशासन को वर्कर्स के आने के लिए सहायता करनी चाहिए।’ बिजनस के लिए सुरक्षा एक नया पहलू देश की सबसे बड़ी कार मेकर मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा, ‘कोरोनावायरस के बाद बिजनस के लिए सुरक्षा एक नया पहलू है। मई में स्थिति में सुधार होने की संभावना कम है।’महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका का मानना है कि अगर सप्लाई चेन की शुरुआत और डीलर्स को डिस्पैच सहित इंडस्ट्री लगभग तीन महीने में दोबारा शुरू हो जाती है तो यह एक उपलब्धि होगी। ऑटोमोबाइल कंपनियों के संगठन SIAM के प्रेजिडेंट राजन वढेरा ने कहा, ‘हमें मोटरसाइकल्स, थ्री व्हीलर्स और स्मॉल कमर्शल वीइकल्स बेचने की शुरुआत के लिए अर्द्ध शहरी/ग्रामीण क्षेत्रों में डीलर्स को खोलना चाहिए।’


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/3cQZ8Yu
'ऐसे ना दिखलावा जांघ' इंटरनेट पर वायरल हो रहा मोनालिसा-पवन सिंह का यह जबर भोजपुरी गाना

'ऐसे ना दिखलावा जांघ' इंटरनेट पर वायरल हो रहा मोनालिसा-पवन सिंह का यह जबर भोजपुरी गाना

मोनालिसा और पवन सिंह का भोजपुरी गाना 'ऐसे ना दिखलावा जांघ' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने के वीडियो में पवन सिंह और मोनालिसा शानदार डांस मूव्स करते हुए नजर आ रहे हैं। दोनों स्टार्स का यह डांस वीडियो भोजपुरी गाना दर्शकों के बीच खूब पसंद किया जा रहा है। भोजपुरी फिल्म 'संईया जी दिलवा मांगिले' के इस गाने को पवन सिंह और कल्पना ने गाया है। यहां देखिए यह भोजपुरी गाना 'ऐसे ना दिखलावा जांघ' का वीडियो।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2Y7aH9D
अक्षरा सिंह की दिलकश अदाएं देख पवन सिंह ने गाया 'तबाह कईलू गोरी',हो गया VIRAL

अक्षरा सिंह की दिलकश अदाएं देख पवन सिंह ने गाया 'तबाह कईलू गोरी',हो गया VIRAL

अक्षरा सिंह और पवन सिंह का भोजपुरी गाना 'मार मार के नजरिया' का वीडियो यूट्यूब इन दिनों छा गया है। इस वीडियो को यूट्यूब पर 3.5 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है,जिससे इस गाने की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। गाने में अक्षरा सिंह और पवन सिंह की जबरदस्त केमिस्ट्री नजर आ रही हैं। यहां देखिए यह गाना।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/2ScwRDF
दिन बना देगा खेसारी लाल-काजल राघवानी का यह भोजपुरी गाना 'हम हई पिया राउर'

दिन बना देगा खेसारी लाल-काजल राघवानी का यह भोजपुरी गाना 'हम हई पिया राउर'

खेसारी लाल यादव और काजल राघवानी का भोजपुरी गाना 'हम हई पिया राउर' का वीडियो यूट्यूब पर जारी हो चुका है। गाने में खेसारी लाल यादव और काजल राघवानी की हिट केमिस्ट्र देखते ही बन रही है गाने को खेसारी लाल और प्रियंका रॉय ने मिलकर गाया है जबकि इसके बोल पवन पांडे ने लिखे हैं और संगीत अविनाश झा धंधरू ने दिया है।




from मूवी-मस्ती - वीडियो - Navbharat Times https://bit.ly/3aF8bu1
बड़ी मुश्किल में छोटे कारोबारी, स्टार्टअप्स, SME के पास सिर्फ महीनेभर का कैश!

बड़ी मुश्किल में छोटे कारोबारी, स्टार्टअप्स, SME के पास सिर्फ महीनेभर का कैश!

बेंगलुरु स्टार्टअप्स और छोटी इकाइयों के पास कामकाज चलाने के लिए जमा फंड तेजी से खत्म हो रहा है क्योंकि देश में जानलेवा कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए लगा लॉकडाउन पांचवें हफ्ते में पहुंचने वाला है। यह जानकारी कम्युनिटी प्लैटफॉर्म लोकल सर्कल्स के एक सर्वे से मिली है। बस एक महीने के लिए फंड! सर्वे में शामिल स्टार्टअप, स्माल ऐंड मीडियम एंटरप्राइजेज (SME) और उद्यमियों में से 47 पर्संट ने कहा कि उनके पास या तो फंड खत्म हो चुका है या फिर एक महीने से भी कम अवधि के लिए बचा है। वहीं 24 पर्सेंट के पास अगले एक से तीन महीने तक ही अपना कारोबार चलाने लायक नकदी है जबकि 23 पर्सेंट तीन से छह महीने तक अपना कामकाज सुचारू रूप से चला सकते हैं। सिर्फ 6 पर्सेंट रेस्पॉन्डेंट ने बताया कि अगर वे अपनी पूंजी को मौजूदा दर से खर्च करते हैं तो वह छह महीने से अधिक वक्त तक चलेगी। कोराबर घटाने या बंद करने पर विचार इस सर्वे में हिस्सा लेने वालों से जब पूछा गया कि लॉकडाउन का उनके कारोबार पर क्या असर होगा तो 61 पर्सेंट रेस्पॉन्डेंट ने कहा कि वे नकदी संकट का सामना करने के लिए अपना कामकाज घटाने पर विचार कर रहे हैं। वहीं 7 पर्संट अपना कारोबार बेचने के बारे में सोच रहे हैं जबकि 13 पर्संट का इरादा कामकाज पूरी तरह बंद करने का है। इसमें शामिल सिर्फ 13 पर्संट रेस्पॉन्डेंट ने कहा कि मौजूदा हालात में भी उनका कारोबार बढ़ रहा है। राज्यों के पास गैरजरूरी कारोबार की इजाजत का होगा अधिकार यह सर्वे ऐसे वक्त में आया है जब सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों को जरूरी उत्पादों के अलावा कुछ भी बेचने की छूट देने से मना कर दिया लेकिन स्टैंडअलोन शॉप्स को कुछ बंदिशों के साथ कामकाज शुरू करने की इजाजत दे दी है। हालांकि केंद्र सरकार की ओर से बिजनस को रिवाइव करने के लिए मिली राहत राज्यों की मंजूरी पर निर्भर करेगी। हरेक राज्य सरकार के पास ऑफलाइन सेक्टर में गैरजरूरी कारोबार को शुरू करने की इजाजत देने से मना करने का अधिकार रहेगा। 3 मई के बाद क्या? अन्य लोगों ने बताया कि 3 मई के बाद व्यापक आर्थिक गतिविधियां शुरू होने की उम्मीद है जब सरकार लॉकडाउन में कुछ ढील दे सकती है। हालांकि व्यवसायों पर दबाव बना रहेगा क्योंकि कन्ज्यूमर्स और एंटरप्राइजेज गैरजरूरी खर्चों में कटौती करेंगे।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2Y6oxJu
India should open up now

India should open up now

The country is better prepared on almost every front — testing, protective equipment, hospitals — than it was on March 25, when the first lockdown kicked in, and on April 14, but it isn’t clear whether this is enough should the number of cases rise when the lockdown ends.

from Hindustan Times - topnews https://bit.ly/3aDtITW
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से पांच कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.63 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से पांच कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.63 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में से पांच का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बीते सप्ताह 1,63,795.48 करोड़ रुपये बढ़ा। रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे अधिक लाभ हुआ। रिलायंस के अलावा शुक्रवार को समाप्त सप्ताह में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस और कोटक महिंद्रा बैंक के बाजार पूंजीकरण में भी बढ़ोतरी हुई। वहीं हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, एचडीएफसी, भारती एयरटेल, आईटीसी और आईसीआईसीआई बैंक को बाजार मूल्यांकन में नुकसान उठाना पड़ा। सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 1,21,904.63 करोड़ रुपये बढ़कर 8,98,499.89 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसकी प्रमुख वजह 22 अप्रैल को फेसबुक द्वारा रिलायंस जियो में बड़े निवेश की घोषणा है। फेसबुक ने ‘जियो प्लेटफॉर्म’ में 5.7 अरब डॉलर (करीब 43,574 करोड़ रुपये) का निवेश कर 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है। समीक्षाधीन सप्ताह में एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 14,941.95 करोड़ रुपये बढ़कर 5,14,140.35 करोड़ रुपये, इन्फोसिस का 12,351.08 करोड़ रुपये बढ़कर 2,80,369.48 करोड़ रुपये, कोटक महिंद्रा बैंक का 10,282.58 करोड़ रुपये बढ़कर 2,37,255.01 करोड़ रुपये और टीसीएस का 4,315.24 करोड़ रुपये बढ़कर 6,82,296.11 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं दूसरी तरफ आईसीआईसीआई बैंक का बाजार मूल्यांकन 26,571.92 करोड़ रुपये घटकर 2,16,778.54 करोड़ रुपये पर आ गया। इसी तरह हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 21,983.99 करोड़ रुपये गिरकर 4,94,212.28 करोड़ रुपये, एचडीएफसी का 17,502.34 करोड़ रुपये गिरकर 2,73,550.94 करोड़ रुपये, आईटीसी का 9,956.71 करोड़ रुपये घटकर 2,21,260.16 करोड़ रुपये और भारती एयरटेल का 4,309.89 करोड़ रुपये गिरकर 2,69,695.48 करोड़ रुपये पर आ गया। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष दस कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर कायम रही। इसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, एचडीएफसी, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी और आईसीआईसीआई बैंक का स्थान रहा। बीते सप्ताह में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 261.50 अंक यानी 0.82 प्रतिशत टूट गया।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/3eXtnin
तिमाही नतीजों, कोविड-19 से जुड़े घटनाक्रमों, फेडरल रिजर्व के रुख से तय होगी बाजार की दिशा

तिमाही नतीजों, कोविड-19 से जुड़े घटनाक्रमों, फेडरल रिजर्व के रुख से तय होगी बाजार की दिशा

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) कंपनियों के तिमाही नतीजों, कोरोना वायरस से जुड़े घटनाक्रमों तथा अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। शुक्रवार को ‘महाराष्ट्र दिवस’ पर बाजार बंद रहेंगे। विश्लेषकों ने कहा कि फ्रैंकलिन टेंपलेटन म्यूचुअल फंड ने छह बांड योजनाएं बंद कर दी हैं। ऐसे मे खुदरा निवेशकों की निगाह बाजार पर इस घटनाक्रम के प्रभाव पर भी रहेगी।मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘निवेशक अब भी कोरोना वायरस के कंपनियों के कारोबार पर पड़ने वाले असर को लेकर अनिश्चित हैं। आगे चलकर बाजार का रुख कंपनियों के तिमाही नतीजों, कच्चे तेल की कीमतों, डॉलर के मुकाबले रुपये के उतार-चढ़ाव, कोरोना वायरस से जुड़े घटनाक्रमों से तय होगा।’’खेमका ने कहा कि यदि सरकार की ओर से किसी तरह के राहत पैकेज की घोषणा होती है तो इससे कुछ अंतरिम राहत मिल सकती है।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘अमेरिकी केंद्रीय बैंक की दो दिन की बैठक 28 अप्रैल को शुरू हो रही है। ब्याज दरों पर निर्णय 29 अप्रैल को आएगा। भारतीय बाजार कोविड-19 की वजह से लागू बंद के चलते लगातार तीसरे सप्ताह साप्ताहिक लाभ दर्ज नहीं कर पाए। फ्रैंकलिन टेंमलेटन के ताजा मामले से अर्थव्यवस्था विशेषरूप से वित्तीय क्षेत्र पर दबाव बढ़ेगा।’’ फ्रैंकलिन टेपलेटन म्यूचुअल फंड ने बृहस्पतिवार को निकासी दबाव और बांड बाजार में नकदी की कमी की वजह से छह बांड योजनाएं बंद करने की घोषणा की। इन योजनाओं में प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां 25,000 करोड़ रुपये हैं। शुक्रवार को इस घटनाक्रम की वजह से बीएसई सेंसेक्स 536 अंक टूट गया। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वायरस से जुड़े घटनाक्रमों से बाजार को राहत नहीं मिल पा रही है। निवेशकों की निगाह सरकार पर है। वे सरकार की ओर से किसी राहत पैकेज की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। नायर ने कहा कि इस सप्ताह विशेषरूप से कुछ कंपनियों से जुड़े शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। लॉकडाउन में किसी तरह की ढील से बाजार पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इस सप्ताह इंडसइंड बैंक और एक्सिस बैंक के तिमाही नतीजे आएंगे। इसके अलावा एफएमसीजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर भी अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेगी। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 261.50 अंक या 0.82 प्रतिशत के नुकसान में रहा। देश में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 775 लोगों की जान जा चुकी है। इसके संक्रमित लोगों का आंकड़ा 25,000 के पास पहुंच रहा है। दुनियाभर में यह महामारी अब तक 1,90,000 लोगों की जान ले चुकी है। इससे संक्रमित लोगों की संख्या 28 लाख हो गई है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/3aCU600
सरसों में सुधार, विदेशी बाजारों में गिरावट के बीच बाकी तेलों के भाव टूटे

सरसों में सुधार, विदेशी बाजारों में गिरावट के बीच बाकी तेलों के भाव टूटे

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच बीते सप्ताह दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सरसों को छोड़कर बाकी तेल-तिलहन कीमतों में कमजोरी का रुख रहा और इनके भाव हानि दर्शाते बंद हुए। मांग कमजोर होने से सरसों तेल दादरी में भी हानि दर्ज हुई। बाजार सूत्रों ने कहा कि सप्ताह के दौरान शिकॉगो एक्सचेंज में तीन प्रतिशत और मलेशिया एक्सचेंज में सात प्रतिशत की गिरावट आई जिसका सीधा असर स्थानीय कारोबार पर दिखा और पिछले सप्ताहांत के मुकाबले अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट आई। उन्होंने बताया कि सरसों किसान लागत से काफी कम कीमत पर फसल बेचने से कतरा रहे हैं। उन्होंने नजफगढ़ की हाजिर मंडी में शुक्रवार को सरसों की बिक्री 4,050-4,100 रुपये प्रति क्विन्टल की दर से की। हालांकि, इससे पहले उन्हें 3,700 रुपये क्विन्टल के भाव से भी अपनी उपज बेचनी पड़ी थी। शुक्रवार को सरसों के भाव में सुधार तो दिखा, लेकिन अभी भी यह सरकार के नये न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4,425 रुपये प्रति क्विन्टल से काफी कम है।उन्होंने बताया कि दूसरी ओर सहकारी कंपनी हाफेड द्वारा एमएसपी पर सरसों की खरीद शुरू करने से किसानों ने राहत की सांस ली और सरसों के भाव में सुधार आया। सरसों दाना का भाव 50 रुपये सुधरकर 4,275-4,325 रुपये प्रति क्विन्टल हो गया जबकि सरसों पक्की और कच्ची घानी के भाव 10-10 रुपये का सुधार प्रदर्शित करते क्रमश: 1,395-1,540 रुपये और 1,465-1,585 रुपये प्रति टिन पर बंद हुए। विदेशी बाजारों में कमजोरी के रुख और स्थानीय मांग कमजोर पड़ने से मूंगफली दाना और मूंगफली गुजरात के भाव क्रमश: 50 रुपये और 350 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 4,815-4,865 रुपये और 13,000 रुपये प्रति क्विन्टल पर बंद हुए। मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड का भाव भी 10 रुपये की हानि प्रदर्शित करता 1,975- 2,025 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ। कमजोर मांग के कारण वनस्पति घी समीक्षाधीन सप्ताहांत में 125 रुपये टूटकर 990-1,095 रुपये प्रति टिन (15 किग्रा) पर बंद हुआ, जबकि तिल मिल डिलिवरी का भाव 10,500-15,000 रुपये रुपये प्रति क्विंटल पर अपरिवर्तित रहा। सूत्रों ने बताया कि स्थानीय मांग कमजोर होने से सोयाबीन दाना और लूज के भाव पिछले सप्ताहांत के मुकाबले 100 रुपये और 200 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 3,950-4,000 रुपये और 3,650-3,700 रुपये प्रति क्विन्टल पर बंद हुए। सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के भाव भी 380 रुपये, 240 रुपये और 280 रुपये टूटकर क्रमश: 8,850 रुपये, 8,700 रुपये और 7,720 रुपये प्रति क्विंटल रह गये। सूत्रों ने बताया कि बायो डीजल बनाने के लिए हर साल लगभग 40 लाख टन कच्चे पामतेल की खपत होती थी। लेकिन कच्चे तेल की मौजूदा कीमत के सीपीओ से भी नीचे चले जाने के कारण कच्चे पामतेल की मांग प्रभावित हो सकती है। वैसे भी वैश्विक स्तर पर पामोलीन की मांग में कमी आई है। इस परिस्थिति में सीपीओ एक्स कांडला, पामोलीन दिल्ली और पामोलीन कांडला तेल के भाव क्रमश: 330 रुपये, 450 रुपये और 420 रुपये की हानि दर्शाते क्रमश: 6,350 रुपये, 7,700 रुपये और 7,000 रुपये प्रति क्विन्टल पर बंद हुए। मांग में गिरावट आने से बिनौला मिल डिलिवरी हरियाणा तेल की कीमत भी 320 रुपये टूटकर समीक्षाधीन सप्ताहांत में 7,900 रुपये प्रति क्विन्टल पर बंद हुई।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/3cQvoL0
Coronavirus Lockdown: फौजियों का अनुशासन बिगड़ा, सलून इंडस्ट्री की टूटी कमर

Coronavirus Lockdown: फौजियों का अनुशासन बिगड़ा, सलून इंडस्ट्री की टूटी कमर

नई दिल्ली इन दिनों हर कोई यही सोच रहा है कि कैसे बाल कटवाएं, दाढ़ी बनवाएं या महिलाएं सोच रही हैं कि पार्लर कब खुलेंगे। लोग तो ये सोचने लगे हैं कि सरकार को सलून और पार्लर भी खोलने की इजाजत दे देनी चाहिए। लेकिन 24 मार्च से लॉकडकाउन () के बाद से अब तक तक हर सलून और पार्लर पूरी तरह से बंद हैं, बल्कि कहिए कि ठप हैं। एक तरफ जहां सैलून इंडस्ट्री () को इससे भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर लोग भी परेशान हैं कि वह हजामत नहीं बनवा पा रहे हैं। यहां तक कि आर्मी के जवान भी अब अपने अनुशासन का हिस्सा कहे जाने वाला आर्मी कट नहीं करवा पा रहे हैं। आर्मी के जवान भी परेशान सेना के जवान आर्मी कट नहीं करवा पा रहे हैं, क्योंकि नाई की दुकानें बंद हैं। देश भर के 15 लाख से अधिक जवानों को इस दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सेना की यूनिटों के करीब 1800 सलून बंद पड़े हैं। हालात ये हो गए हैं कि जवान अपने बढ़े बालों वाली फोटो की यादें सहेज कर रख रहे हैं। वैसे भी, न जाने कितने सालों बाद उन्होंने अपने बढ़े बाल देखे होंगे, क्योंकि सेना में बाल कटवाना भी अनुशासन का हिस्सा है, जिसके चलते उन्हें नियमित रूप से फौजी कट में ही रहना होता है। यह भी पढ़ें- करीब 60 अरब डॉलर की है ये इंडस्ट्री भारत में सलून और पार्लर बंद होने की वजह से कितना नुकसान हो रहा है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि भारत में ये इंडस्ट्री करीब 60 अरब डॉलर यानी 4575 अरब रुपए की है। अब जरा सोचिए, सिर्फ सलून और पार्लर भर बंद रहने की वजह से रोज करोड़ों का नुकसान हो रहा है। 25-30 फीसदी से रफ्तार से बढ़ रही थी सलून इंडस्ट्री देश में सलून लोगों के लिए कितने जरूरी है, इसका पता इस बात से भी चल सकता है कि सलून इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। देश में सलून इंडस्ट्री में करीब 25-30 फीसदी की रफ्तार देखी गई है। ये दिखाता है कि लोग अपने हेयर स्टाइल और सलून से जुड़े बाकी काम कितने अधिक करवाते हैं। यह भी पढ़ें- पार्लर-सैलून में कितना खर्च करते हैं महिला-पुरुष पिछले साल एसोचैम की एक रिपोर्ट आई थी, जिसके अनुसार भारत में लोग ब्यूटी प्रोडक्ट्स या उनसे जुड़ी सेवाओं पर काफी खर्च करने लगे हैं। शहरों से लेकर गांवों तक में लोग कटिंग, शेविंग के अलावा फेशियल, ब्लीच, फ्रूट मसाज, पेडिक्योर, मेनिक्योर आदि कराने लगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार महिलाएं औसतन हर महीने ब्यूटी पार्लर में 2-3 हजार रुपए खर्ज करती हैं, जबकि पुरुष 500-1500 रुपए खर्च करते हैं। पिछले कुछ सालों में पुरुषों का ब्यूटी और हेयर ट्रीटमेंट को लेकर रुझान भी बढ़ा है। 2018 में महिलाओं ने जहां 1808 करोड़ रुपए खर्च किए, वहीं पुरुषों ने 298 करोड़ रुपए खर्च किए। कब तक ऐसा चलेगा? कोरोना वायरस का संक्रमण ना फैले, इसलिए सरकार ने लॉकडाउन किया है और सैलून-पार्लर बंद किए गए हैं। बता दें कि सैलून-पार्लर से इस संक्रमण के फैलने का खतरा बहुत अधिक हैं, क्योंकि बहुत सारे सैलून में एक ही तौलिया सबके लिए इस्तेमाल होती है। नाई बहुत सारे लोगों के संपर्क में आता है। ऐसे में सैलून का खुलना अभी खतरनाक हो सकता है। हाल ही में मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक नाई से बाल कटवाने वाले 6 लोगों का कोरोना हो गया। बताया जा रहा है कि नाई ने एक ही कपड़े का इस्तेमाल सबके लिए किया था। अभी 3 मई तक तो लॉकडाउन ही है। देखना होगा कि उसके बाद लॉकडाउन खत्म होता है या नहीं। और अगर खत्म होता है तो देखना होगा कि वह सैलून-पार्लर कब से खुलते हैं।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2yON5Mj
मंदिर, मुंडन और करोड़ों के कटे बाल, भक्ति के 'लॉकडाउन' में सब खत्म

मंदिर, मुंडन और करोड़ों के कटे बाल, भक्ति के 'लॉकडाउन' में सब खत्म

नई दिल्ली भारतीय संस्कृति के मुताबिक भारत में बच्चों के संस्कार से लेकर अंतिम संस्कार तक में बाल मुंडवाने की प्रथा का काफी महत्व है। देश के कई मंदिरों में बाल चढ़ाने की प्रथा है। दक्षिण भारत के तिरुपति बालाजी मंदिर समेत कई मंदिरों में तो मन्नतें पूरी होने पर बाल चढ़ाने वालों का तांता लगा रहता है। इन मंदिरों में हर रोज सैकड़ों टन बाल चढ़ाए जाते हैं। आपने सुना होगा कि मंदिरों को बाल बेचकर लाखों-करोड़ों का मुनाफा हुआ। लेकिन कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण यह सारा कारोबार बंद हो गया है। बालों से होने वाली मंदिरों की आय पर ग्रहण लग गया है, क्योंकि न तो श्रद्धालु मंदिर पहुंच पा रहे हैं और न ही अपना बाल दान कर पा रहे हैं। लेकिन आप ने कभी यो सोचा है कि इन कटे हुए बालों का क्या होता है? इनका इस्तेमाल कौन करता है और इन्हें इस्तेमाल लायक कैसे बनाया जाता है? और ये लंदन या किसी दूसरे पश्चिमी शहर के बाजार तक कैसे पहुंचते हैं? भारतीय बालों की लंदन में मोटी कीमत इन बालों की लंदन यात्रा का पहला सफर उस मंदिर से शुरू होता है, जहां ये चढ़ाए जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय बालों की अधिक कीमत मिलती हैं, क्योंकि इन्हें 'वर्जिन हेयर' (अछूते बाल) कहा जाता है। इन्हें वर्जिन कहने के पीछे भी ठोस वजह है। ज्यादातर भारतीय बालों को रंगने या ड्राइ करने से दूर रहते हैं। मंदिरों में बाल चढ़ाने वाले निम्न वर्गीय, मध्यम वर्गीय तो हेयर स्टाइलिंग भी नहीं कराते, इसलिए उनके बाल लगभग नैसर्गिक अवस्था में ही होते हैं। इसके अलावा बचपन से बढ़ाए गए बालों में केराटीन की मात्रा अधिक होती है। इस प्रोटीन की वजह से बाल स्वस्थ रहते हैं। इसीलिए इन्हें 'वर्जिन हेयर' कहा जाता है। रासायनिक प्रतिक्रियाओं से गुजरते हैं बाल मंदिर में चढ़ाए गए बालों को प्रॉसेसिंग के लिए कारखाने में ले जाया जाता है। प्रॉसेसिंग के पहले चरण में इन्हें हाथों से सुलझाया जाता है। हाथों से लाखों टन बालों को सुलझाना काफी कष्टकारी और समयसाध्य प्रक्रिया होती है। कारखाने में कामगार पतली सूइयों की मदद से इन्हें सुलझाते हैं, तब ये बाल प्रॉसेसिंग के अगले चरण के लिए तैयार हो पाते हैं। सुलझाए जाने के बाद इन बालों को लोहे के एक कंघे से झाड़कर साफ किया जाता है। इसके बाद इन बालों को उनकी लंबाई के अनुसार अलग-अलग बंडल में बांधा जाता है। उसके बाद बालों के बंडलों कीटाणुरहित बनाने के लिए तनु अम्ल के घोल में डुबोया जाता है। लंदन से कई देशों को होता है निर्यात साफ किए गए बालों सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले बालों को ऑस्मोसिस बाथ कराया जाता है, ताकि उनके क्यूटिकल्स नष्ट हुए बिना उनपर लगे दाग-धब्बे छूट जाएं। इन साफ और स्वस्थ बालों से महिलाओं और पुरुषों के लिए रंग-बिरंगे बिग बनाए जाते हैं और उन्हें उन देशों को निर्यात किया जाता है, जहां इनकी काफी मांग होती है। बालों का 22 हजार करोड़ का कारोबार पूरी दुनिया में इंसानी बालों का कुल कारोबार 22,500 करोड़ रुपयों का है। हेयर प्रॉडक्ट्स की नामी कंपनी Nielsen की रिपोर्ट के मुताबिक ये कारोबार हर साल लगभग 10 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। आंकड़े कहते हैं कि 2023 तक यह कारोबार 75,000 करोड़ का हो जाएगा। 2018 में अकेले भारत ने 250 करोड़ रुपये का बालों का कारोबार किया। यह दुनिया के कुल एक्सपोर्ट का लगभग आधा है। 2014 से लेकर अब तक इस कारोबार में लगभग 40 फीसदी इजाफा हुआ है। हर साल करोड़ों के बालों की बिक्री आंध प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर से निकलने वाले बालों की हर साल करोड़ रुपये की बोली लगती है। साल 2016 जनवरी में हुई नीलामी के दौरान बालों के लिए अधिकतम 5.6 करोड़ रुपये की बोली लगी थी। सीएनएन की रिपोर्ट की मुताबिक, हर साल यहां से करीब 3 टल बाल निकलता है। इस मंदिर में रोजाना करीब 20 हजार लोग मुंडन कराते हैं। अच्छी क्वालिटी के बाल जहां 12 हजार रुपये किलो तक में बिकते हैं, वहीं कम क्वालिटी वाले 40 रुपये किलो में।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2KAerIN
कोरोना वायरस लॉकडाउन में इंडिया पोस्ट ने बनाया रेकॉर्ड, पोस्ट ऑफिस ने 412 करोड़ रुपये घरों तक पहुंचाए

कोरोना वायरस लॉकडाउन में इंडिया पोस्ट ने बनाया रेकॉर्ड, पोस्ट ऑफिस ने 412 करोड़ रुपये घरों तक पहुंचाए

नई दिल्ली कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच इंडिया पोस्ट ने एक नया रेकॉर्ड कायम किया है। 24 मार्च से लेकर 23 अप्रैल के बीच देशभर के पोस्ट ऑफिस ने अपने 1.36 लाख डाकघरों के नेटवर्क के माध्यम से खासकर ग्रामीण इलाकों में लोगों को 412 करोड़ रुपये की नकदी दी है। बड़े काम का एईपीएस डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट्स के सेक्रटरी प्रदीप्ता कुमार बिसोई ने बताया, 'यह इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) के के कारण संभव हुआ, जिसके तहत किसी का किसी भी बैंक में खाता है तो वह डाकिये के जरिए पैसे अपने घर तक मंगा सकता है। इसके लिए पोस्ट ऑफिस में बचत खाते की जरूरत नहीं होती।' पोस्टमैन लोगों के घर तक ला रहा बैंक बिसोई ने बताया, 'लोगों तक डोरस्टेप बैंकिंग फैसिलिटी मुहैया कराने के काम में लगभग एक लाख पोस्टमैन कार्यरत हैं।' लोग IPPB ऐप या पोस्टमैन के जरिए इलेक्ट्रिसिटी बिल, वाटर बिल, डीटीएच रिचार्ज तथा किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में मनी ट्रांसफर कर सकते हैं। कई कहानियां आईं सामने हाल के दिनों में नई दिल्ली स्थित डाक विभाग के मुख्यालय में कई लोगों की उत्साहजनक कहानियां सामने आई हैं। इनमें से एक का नाम जितेंद्र सिंह हैं, जो उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के पूरे नेपाल गांव के निवासी हैं। इन्होंने एक अनूठी पहल की। वह अपने खेतों में काम करने वाले लोगों को 3,000 रुपये की मदद करना चाहते थे। नजदीकी बैंक शाखा तथा एटीएम गांव से दो किलोमीटर दूर था और बैंक भी बंद था। वह अपने गांव के पोस्टमास्टर मिथिलेश कुमारी से मिले, जिन्होंने आधार-इनेबल्ड पेमेंट सर्विस (AePS) के जरिए उन्होंने वह रकम दे दी। इन्हें मिलेगी सुविधा इस सुविधा से पेंशनर्स, दिव्यांगों, महिलाओं तथा गरीबों को पैसे निकालने के लिए अपने गांव से दूर बैंक की शाखा तक जाने की जरूरत नहीं है। पोस्टऑफिस का आदमी आपके पास आएगा और एईपीएस सुविधा के जरिए आपको रकम आसानी से मिल जाएगी।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/354vdcs
फ्रैंकलिन टेम्पलटन के 6 फंड बंद करने से निवेशकों के 30 हजार करोड़ रुपये खतरे में

फ्रैंकलिन टेम्पलटन के 6 फंड बंद करने से निवेशकों के 30 हजार करोड़ रुपये खतरे में

नई दिल्ली () ने करीब 31000 करोड़ के असेट फ्रीज कर दिए हैं। ये सब महामारी के चलते यूनिट वापस लेने के दबाव और बॉन्ड बाजार में तरलता की कमी का हवाला देकर किया गया है। फ्रैंकलिन दुनिया के सबसे बड़े फंड हाउस में से एक है, जिसकी भारतीय शाखा ने करीब 6 फंड बंद कर दिए हैं। ये फंड उन सेक्टर्स में बेहद बुरी हालत में थे, जो इन दिनों निगेटिव वजहों से चर्चा में बने हुए थे। करीब 76 फीसदी फंड हुआ फ्रीज इन फंड का नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों में करीब 14,564 करोड़ रुपए का एक्सपोजर है। इसके अलावा 5,532 करोड़ रुपए का एक्सपोजर पावर सेक्टर में है और 3480 करोड़ रुपए इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल्टी सेक्टर में है। एक फाइनेंशियल डेटाबेस मैनेजर एकॉर्ड फिनटेक के पास मौजूद डेटा के अनुसार कुल फंड का 23,567 करोड़ यानी 76.41 फीसदी फ्रीज हो गया है। पहले से ही दिक्कत में थीं इस सेक्टर की कंपनियां विशेषज्ञों का कहना है कि इन सेक्टर्स की कंपनियों के डेट पेपर्स बहुत ही बुरी हालत में हैं, बावजूद इसके कि ये कंपनियां लॉकडाउन के असर को कम करने की तमाम कोशिशें कर रही हैं। इतना ही नहीं, यह कंपनियां तो लॉकडाउन शुरू होने से पहले से ही पैसों की दिक्कत से जूझ रही थीं। रेसिडेंशियल डेवलपर्स को लोन देते हैं एनबीएफसी क्रिसिल रेटिंग्स के सीनियर डायरेक्टर सचिन गुप्ता ने कहा कि एनबीएफसी की तरफ से उन रेसिडेंशियल डेवलपर्स को कर्ज दिया जाता है, जिनके बैंक उन्हें लोन देने से कतराते हैं। ऐसे में इन रेसिडेंशियल डेवलपर्स से पैसे इकट्ठा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। एक्यूट रेटिंग्स के अनुसार एनबीएफसी का फंड गैप 50-60 हजार करोड़ रुपये का हो गया है। अगर जल्द से जल्द ये गैप भरा नहीं गया तो एनबीएफसी और माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूटशंस के लिए कर्जदारों को पैसे चुकानों में भारी दिक्कत हो सकती है, जिनमें फ्रैंकलिन भी है। लंबा चला ये सब तो कमर्शियल डेवलपर्स को भी होगी परेशानी फ्रैंकलिन ने अपने फंड बंद करते हुए कहा कि वह अपने निवेशकों को पेपर्स मैच्योर होने पर भुगतान करेगा और फंड हाउस ने पैसों का इंतजाम करने की व्यवस्था कर ली है। सचिन गुप्ता कहते हैं कि बिल्डर्स में कमर्शियल डेवलपर्स अभी सही स्थिति में हैं, क्योंकि उनके अधिकतर किराएदार बड़ी आईटी कंपनियां और बीएफएसआई कंपनियां हैं। लेकिन अगर यही स्थिति 3-6 महीने तक चली, तो कमर्शियल डेवलपर्स को भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। लॉकडाउन की शुरुआत होते ही पावर की मांग तेजी से घटी है, क्योंकि कमर्शियल काम पूरी तरह से बंद हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी वजह से डिस्कॉम यानी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के रिवेन्यू पर असर पड़ेगा।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/2zmGlFM