नई दिल्ली स्वतंत्रता दिवस की 74वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी () ने चीन पर हमला बोला और आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ाने की बात की। उन्होंने ये भी कहा कि भारत से कच्चा माल बाहर जाता है (Raw material export from india to china) और वहां से बना हुआ सामान देश में आता है (), आखिर ये खेल कब तक चलेगा। उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है और हमारी शक्ति पर वैश्विक आवश्यकता के अनुसार मूल्य वृद्धि करना है, वैल्यू एडिशन करना है। उन्होंने कहा कि ये सोचने की जरूरत है कि कैसे भारत में बने सामान की दुनिया में वाहवाही हो, हम दुनिया के विकास में योगदान करना चाहते हैं। वह बोले कि आत्मनिर्भर का मतलब सिर्फ इंपोर्ट कम करना नहीं, बल्कि अपना सामर्थ्य बढ़ाना और बचाना भी है। पीएम ने कहा कि पहले स्टील को लेकर भारत की खूब तारीफ होती थी, उसी स्टील डेवलपमेंट पर बल देना है। कितना रॉ मटीरियल होता है चीन को निर्यात? वित्त वर्ष 2020 के शुरुआती 11 महीनों में लगभग 15.54 अरब डॉलर का निर्यात भारत की तरफ से चीन को किया गया। इसमें 40 फीसदी निर्यात तो सिर्फ चार कच्चे माल का था, जिसमें लौह अयस्क, ऑर्गेनिकल कैमिकल, कॉटन और प्लास्टिक हैं। यह भी पढ़ें- अब धीरे-धीरे घटता निर्यात तेजी से गिर सकता है भारत ने चीन को किया जाने वाला निर्यात घटाना शुरू कर दिया है। मार्च में ये 35 फीसदी कम हुआ है, अप्रैल से रेकॉर्ड 60 फीसदी की गिरावट देखी गई है और मई में 36.5 फीसदी की गिरावट आई है। माना जा रहा है कि ये गिरावट अभी और बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2021 में ये गिरावट कुल 10-12 फीसदी तक गिर सकती है। भारत क्या करता है आयात? भारत में चीन से होने वाला आयात देखकर ही पीएम मोदी ने कहा कि कच्चा माल बाहर भेजना और बना हुआ सामान इंपोर्ट करने का खेल कब तक चलेगा। भारत में चीन से अधिकतर बना हुआ सामान ही आयात किया जाता है, जिसमें अधिकतर सामान इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल होता है। यही वजह है चीन के साथ भारत का ट्रेड डेफिसिट लगातार बढ़ता जा रहा है। फरवरी 2019 से लेकर इस साल फरवरी तक चीन के साथ भारत का ट्रेड डेफिसिट 47 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। भारत की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने अभी जुलाई का डेटा नहीं दिया है, लेकिन बाकी की बात करें तो भारत ने चीन से अप्रैल में यह 3.03 अरब डॉलर, मई में 4.66 अरब डॉलर और जून में 3.32 अरब डॉलर का सामान आयात किया। यह भी पढ़ें- भारत के उद्योग जगत की तारीफ पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर की बात करते हुए भारत के उद्योग जगत की भी खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब दिक्कत आई तो भारत के उद्योगपतियों ने, युवाओं ने बीड़ा उठाया और भारत में कभी ना बनने वाले एन95 मास्क बनाए, पीपीई किट बनाई। इनसे सिर्फ भारत की जरूरत ही पूरी नहीं की गई, बल्कि दुनिया भर में एक्सपोर्ट भी किया जा रहा है। पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत इसी तरह दुनिया की मदद कर सकता है। लोकल फॉर वोकल पर भी जोर एक बार फिर उन्होंने लोकल फॉर वोकल की बात की और कहा कि अगर देश के लोग ही यहां के सामान की तारीफ नहीं करेंगे, तो वह आगे कैसे बढ़ेगा। पीएम मोदी बार-बार आत्मनिर्भर बनने के लिए लोकल फॉर वोकल की बात कह चुके हैं।
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