प्रधानमंत्री ने देश को आधुनिक रूप देने के लिये बुनियादी ढांचा क्षेत्र के विकस पर दिया जोर

नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने और आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने के लिये ढांचागत क्षेत्र को एक नई दिशा देने की जरूरत बतायी। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अब बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अलग-थलग होकर काम करने के युग को समाप्त करने का समय आ गया है। इसके लिये पूरे देश को मल्टी मॉडल संपर्क ढांचागत सुविधा से जोड़ने की एक बहुत बड़ी योजना तैयार की गयी है।’’ उन्होंने कहा कि ये जरूरत राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा पाइपलाइन परियोजना (एनआईपी) से पूरी होगी। मोदी ने कहा, ‘‘इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों के लगभग सात हजार परियोजनाओं को चिन्हित भी किया जा चुका है।’’ उन्होंने कहा कि आने वाले एक हजार दिन में देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा। मोदी ने कहा, ‘‘साल 2014 से पहले देश की सिर्फ 5 दर्जन पंचायतें ऑप्टिल फाइबर से जुड़ी थीं। बीते पांच साल में देश में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि देश में नई राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति का मसौदा तैयार कर लिया गया है प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में मेक इन इंडिया के साथ ‘मेक फार वर्ल्ड’ (विश्व के लिए विनिर्माण) का नारा जोड़ा। उन्होंने भारत को आर्थिक नीतियों में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ विश्व आपूर्ति श्रृंखला में विनिर्माण के एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प किया। उन्होंने कहा, ‘‘देश भारत अपनी 130 करोड़ जनता के सामर्थ के साथ ‘मेक फार वर्ल्ड’ की दिशा में प्रगति करने का सामर्थ रखता है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, तैयार उत्पाद बनकर वापस आता रहेगा?’’ उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाना है और इसका मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, हमारी क्षमता, हमारी रचनात्मकता और कौशल को बढ़ाना भी है। कृषि का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी। तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरे..आज जब हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश के किसानों को आधुनिक ढांचागत सुविधा देने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख करोड़ रुपए का कृषि बुनियादी ढांचा कोष बनाया गया है।’’ पिछड़े जिलों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास के मामले में देश के कई क्षेत्र भी पीछे रह गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर, वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें।’’ मोदी ने कहा कि वोकल फॉर लोकल, लोगों को हुनरमंद बनाने का अभियान, गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालों के जीवनस्तर में आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था को गति देगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के सुधारों के परिणाम दिख रहे हैं और बीते वर्ष, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में रिकार्ड 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।


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