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नई दिल्ली एक तरफ भारत चीन के सामानों से परहेज कर रहा है, पूरे देश में बायकॉट चाइना एक अभियान की तरह चल पड़ा है, दूसरी तरफ चीन की एसयूवी बनाने वाली कंपनी के लिए भारत आने वाली है। इस कंपनी का नाम है ग्रेट वॉल मोटर्स, जिसने फरवरी में ही तेलंगाना में जनरल मोटर की एक फैक्ट्री 950 करोड़ रुपये में खरीद भी ली है। बता दें कि कंपनी ने भारत के तेजी से बढ़ते एसयूवी बाजार में कुल 1 अरब डॉलर यानी करीब 7500 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। इसी के तहत फिलहाल कंपनी इस इंतजार में है कि भारत सरकार चीन की कंपनी को एफडीआई की अनुमति दे दे। चीन की कई अन्य कंपनियां भी ये सब काफी नजदीक से देख रही हैं, जो भारत में कारोबार करना चाहती हैं। ग्रेट वॉल मोटर्स ने उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने वाले विभाग और कॉम्पटीशन कमीशन ऑफ इंडिया से बात की है, ताकि वह अगले साल अपनी गाड़ियां भारत में लॉन्च कर सके। बता दें कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में एफडीआई ऑटोमेटिक रूट के जरिए होती है, लेकिन चीन से होने वाली हर एफडीआई को सरकारी मंजूरी से गुजरना होता है। खबर है कि करीब 40 ऐसे चीनी निवेश हैं जो सरकार की मंजूरी का इंजतार कर रहे हैं। भारत में बिजनेस करने की इच्छुक सभी चीनी कंपनियां ग्रेट वॉल मोटर्स को देख रही हैं कि ताकि वह आगे का प्लान बना सकें। बाकी कंपनियों के लिए यह एक टेस्ट केस जैसा होगा कि भारत-चीन के बीच बढ़ते तनाव के चलते भारत चीनी कंपनियों के प्रति कैसे रिएक्ट करता है।
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