मिहिर मिश्रा, नई दिल्ली देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी में कुप्रबंधन को लेकर राहुल भाटिया से दो-दो हाथ कर रहे के दूसरे को-फाउंडर ने कहा है कि उनके विरोधी 'सूत्रों' की आड़ ले रहे हैं और विवाद के बारे में 'झूठी कहानियां' गढ़ रहे हैं। इसको देखते हुए कंपनी के दोनों को-फाउंडर्स में जल्द सुलह होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। गंगवाल ने बताया, 'मैंने सेबी के अलावा दूसरे सरकारी और रेगुलेटरी अथॉरिटी के सामने जो मुद्दे उठाए थे, उन पर मैं अडिग हूं। मैं दूसरी एजेंसियों से सूचनाओं की मांग को पूरी ईमानदारी से पूरा कर रहा हूं। काश लोगों में भी मीडिया में झूठी कहानियां फैलाने के लिए कथित सूत्रों के पीछे छिपने के बजाय सीधी बात करने की ऐसी ही प्रतिबद्धता होती।' पढ़ें- मीडिया के जरिए नहीं लड़ना चाहता गंगवाल मीडिया में आई उन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिनके मुताबिक भाटिया और उनकी कंपनी इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज (IGE) के करीबी सूत्र उनकी शिकायतों को कंपनी पर कब्जा जमाने के लिए उनकी तरफ से तैयार की गई बड़ी योजना का हिस्सा होने की बात से दुनिया का ध्यान भटकाने की कवायद करार दे रहे हैं। गंगवाल पर यह आरोप भी लगाया गया है कि वह अपनी शिकायतों पर एजेंसियों की तरफ से मांगे गए स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दे रहे हैं। इंडिगो में भाटिया परिवार और IGE का कुल 38.23% स्टेक है जबकि इसमें 36.65% हिस्सेदारी गंगवाल की है। गंगवाल ने ईटी की तरफ से पूछे गए किसी और सवाल का जवाब नहीं दिया और सिर्फ इतना कहा कि वह यह लड़ाई मीडिया के जरिए नहीं लड़ना चाहते। इस खबर के लिए IGE से पूछे गए सवालों का जवाब खबर लिखे जाने तक नहीं मिल पाया था। पढ़ें- IGE के सूत्र ने पहचान जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर कहा, 'रेगुलेटर्स शिकायतों पर गौर कर रहे हैं। इसलिए इस बारे में किसी भी नतीजे पर पहुंचने की सही स्थिति में वही होंगे।' गंगवाल ने 8 जुलाई को सेबी को पत्र लिखकर इंडिगो में कॉर्पोरेट गवर्नेंस से जुड़ी समस्या की जांच करने के लिए मामले में दखल देने का अनुरोध किया था।
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