Snapdeal की 'कम में दम' दिवाली सेल समाप्त, लोकल ब्रैंड्स का दिखा दबदबा

नई दिल्ली ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस स्नैपडील (Snapdeal) की 'कम में दम' दिवाली सेल का समापन हो गया है। इस दौरान स्नैपडील ने उपभोक्ताओं को घर बैठे देश के विविध बाजारों से खरीददारी का सुरक्षित अनुभव प्रदान किया। ऑफलाइन विक्रेता त्योहारों के इस सीजन अपने उचित मूल्यों के उत्पादों को ऑनलाइन लेकर आए। 5 दिवसीय सेल के दौरान फिजिकल बाजारों के विक्रेताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जो होम, फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल एवं टेबलेट्स, रोजमर्रा की जरूरतों का सामान- आदि सभी प्रॉडक्ट्स को ऑनलाइन लेकर आए- जो इससे पहले ज्यादातर ऑफलाइन ही उपलब्ध था। 80 फीसदी खरीदारों ने चुना स्थानीय ब्रैंड्स इसका प्रभाव खरीददारों के चुनाव पर स्पष्ट रूप से देखा गया- 80 फीसदी खरीददारों ने दिवाली की खरीददारी के लिए क्षेत्रीय या स्थानीय ब्रैंड्स को चुना, जबकि 20 फीसदी ने नैशनल एवं इंटरनैशनल ब्रैंड्स को चुना। पिछले त्योहारों के सीजन की तुलना में इस साल तुलनात्मक प्रतिशतता क्रमशः 65 फीसदी और 35 फीसदी रही। छोटे ब्रांड का दिखा दबदबा नैशनल/इंटरनैशनल ब्रैंड्स की तुलना में कम ज्ञात ब्रैंड्स का विकास हुआ, इसके दो मुख्य कारण थे- कीमतों में बड़ा अंतर और अधिक विकल्प। सेल की तैयारियों के तहत, स्नैपडील ने 1.25 लाख उपयोगकर्ताओं के साथ सर्वेक्षण किया था, जिससे यह पता चला कि इस साल उपभोक्ता ब्रैंड प्रीमियम के बजाए अपनी खरीद के मूल्य पर ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं। किचन अप्लायंस और इलेक्ट्रॉनिक्स की खूब हुई बिक्री सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर, प्लैटफॉर्म पर प्रॉडक्ट पेश किए गए, विभिन्न लोकप्रिय प्रॉडक्ट्स जैसे किचन अप्लायन्सेज, किचनवेयर, चादरें, परिधानों, फुटवियर और फैशन एक्सेसरीज जैसे घड़ियां, वॉलेट आदि के विक्रेताओं को बड़ी संख्या में प्लैटफॉर्म के साथ जोड़ा गया। दिवाली के मद्देनजर, स्नैपडील ने 5000 निर्माता-विक्रेताओं को अपने साथ जोड़ा, जिन्होंने सीधे अपनी मैनुफैक्चरिंग युनिट्स से वाटर प्यूरीफायर, चाॅपर, ब्लेंडर, स्टील एवं कॉपर के बर्तन, क्रॉकरी आइटम, बैडशीट्स, रजाईयां, गीजर आदि उपलब्ध कराए। छोटे विक्रेताओं की खूब हुई बिक्री छोटे विक्रेताओं ने इस दिवाली दिया शानदार परफॉर्मेंस 70 फीसदी मार्केट शेयर हासिल किया । 'कम में दम' दिवाली सेल के अंत में तकरीबन 70 फीसदी ऑर्डर छोटे विक्रेताओं को मिले, जो देश के 5 बड़े महानगरों के दायरे से बाहर थे। इनमें गैर-महानगरों कमर्शियल हब्स जैसे जयपुर, सूरत, अहमदाबाद, कोयम्बटूर के विक्रेता बड़ी संख्या में शामिल थे, जिन्हें हर साल त्योहारों के सीजन में बड़ी संख्या में ऑर्डर मिलते हैं। महानगरों का योगदान 30 फीसदी हालांकि, एक चीज अलग रही, छोटे सेंटरों में ऑर्डर्स का प्रवाह निरंतर बना रहा जैसे टेक्सटाईल के लिए तमिलनाडु में अविनाशी, फुटवियर के लिए गुजरात में पलिताना, गेमिंग एक्सेसरीज के लिए मध्यप्रदेश में रेवा, हर्बल प्रॉडक्ट्स के लिए पंजाब में मुक्तसर, घरेलू साज-सज्जा के सामान के लिए पश्चिमी बंगाल में बिरलापुर आदि शामिल हैं। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र, कोलकाता, चेन्नई और बैंगलुरू में स्थित विक्रेताओं ने सेल ऑर्डर्स में कुल 30 फीसदी योगदान दिया। छोटे शहरों से विक्रेताओं का प्रभुत्व इस बात की पुष्टि करता है कि भारत के एमएसएसमई में ई-कॉमर्स अब मुख्यधारा में आ रहा है। 3700 से ज्यादा नगरों से आए ऑर्डर्स भारत ने दिखाया 'दिवाली में है दम', 3700 से अधिक नगरों के उपयोगकर्ताओं ने की ऑनलाइन खरीददारी, 10 में से 4 ऑर्डर नए उपभोक्ताओं से मिले भारत के रूझानों को जारी रखते हुए, स्नैपडील के 90 फीसदी से अधिक ऑर्डर गैर-महानगरों से प्राप्त हुए। सेल के अंत में देश के 3700 से अधिक नगरों के खरीददारों ने स्नैपडील पर खरीददारी की (जो देश के तकरीबन 4000 नगरों और शहरों का 92 फीसदी हिस्सा बनाते हैं।)


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