आर्थिक ठगी का नया तरीका, मोटी कमाई के चक्कर में फंस रहे हैं युवा

नई दिल्ली कोरोना काल में ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। हाल ही में दिल्ली में जनकपुरी पुलिस ने जिगोलो के नाम पर साइबर ठगी का खुलासा किया था। जिगोलो बनाने का दावा करने की कई आकर्षक बेवसाइट चल रही हैं। बस, एक क्लिक में जिगोलो की अडल्ट साइट्स ओपन। 20 से 25 हजार रुपये कमाने का दावा करने वाले एड के आखिर में कॉन्टेक्ट नंबर दिए होते हैं। इन पर बात करने के लिए ट्रेंड फीमेंल होती है। आपको दूसरी ओर से किसी लड़की की बेहद सुरीली आवाज सुनाई देगी, जो इंग्लिश-हिंदी मिक्स लैंग्वेज में आपसे बात करेगी। पहली कॉल पर ही ऐसा लगेगा, मानो आप अब जिगोलो बन चुके हैं। बस यहीं से लोगों को जाल में फांसने का काम शुरू हो जाता है। एनबीटी रिपोर्टर ने नाम बदलकर इसी तरह की इन वेबसाइट्स से नंबरों पर कॉल कर रियलिटी चेक की। सभी कॉल लड़कियों ने ही उठाए। इस दौरान उनसे क्या बातें हुईं, उसके अंश यहां बताए जा रहे हैं। रिपोर्टर: हैलो, मैम आप **** से बोल रही हैं! यह नंबर इंटरनेट पर ऐड में देखा था। लेडीः यस रिपोर्टरः मुझे भी मेंबर बनना है, पार्ट टाइम जॉब करना चाहता हूं। लेडीः क्या नाम है आपका, और ऐज क्या है? रिपोर्टरः जी, रेहान (बदला हुआ नाम) लगभग 30 साल। लेडीः ओके, रेहान, हमारे यहां जॉब करने के लिए कंपनी की प्राइवेसी पॉलिसी को फॉलो करने होगा। उसके लिए अब जब रजिस्ट्रेशन कराएंगे, तब बता दिया जाएगा। रिपोर्टरः मुझे पता है प्राइवेसी बहुत जरूरी है मैम। बेसिक डिटेल दीजिए, क्या करना होगा। लेडीः आपको हमारे क्लब से जुड़ीं हाई प्रोफाइल कस्टमर्स के पास भेजा जाएगा। मीटिंग फिक्स कराएंगे। पेमेंट उसके बाद.. रिपोर्टरः ओके, पेमेंट का हिसाब-किताब कैसे है? लेडीः 2 घंटे के लिए आपको 15 से 20 हजार रुपये मिलेंगे। जिसमें से 20 पर्सेंट कमीशन कंपनी का काटकर आपको पे कर दिया जाएगा। रिपोर्टरः जी मैम, इसमें रिस्क तो नहीं है! लेडीः नहीं.. नहीं, इसमें कोई रिस्क नहीं है। आपको जहां भी भेजा जाएगा, वो पूरी तरह सेफ होता है। हमारे क्लब से जुड़ने के लिए अलग-अलग पैकेज हैं। प्लेटिनम, सिल्वर, गोल्ड। वीक में दो या तीन बार ही भेजा जाएगा। ये सारी डिटेल्स रजिस्ट्रेशन के बाद मिल जाएंगी। रिपोर्टर: मैम मैं तैयार हूं, कहां कैसे मिलूं? लेडीः रेहान जी, उसके लिए पहले आपको कंपनी रूल्स के अकॉर्डिंग रजिस्ट्रेशन करना है। जिसकी फीस बहुत मामूली 2500 रुपये है। जैसे ही रजिस्ट्रेशन होगा, आपको 2 घंटे के भीतर टर्म्स एंड कंडीशन और क्लब की प्राइवेसी पॉलिसी समझा दी जाएगी। रिपोर्टरः रजिस्ट्रेशन के लिए क्या करूं? लेडीः आपको हम क्लब का बैंक अकाउंट नंबर दे रहे हैं, इसमें ऑनलाइन पे कीजिए। उसके बाद पेमेंट रेफरेंस नंबर हमें भेज दें। या आप बैंक (प्राइवेट बैंक का नाम लेते हुए) में पहुंच जाओ। में अकाउंट नंबर बता दूंगी, जैसे ही पैसे आज जाएंगे, 2 घंटे की भीतर आपको कॉल आ जाएगी। रिपोर्टरः मैम, अपने ऑफिस का एड्रेस दे दीजिए, मैं, वहीं आकर फीस दे देता हूं। लेडी: रेहान जी क्लब का सिस्टम ऑनलाइन चलता है। मेंबरशिप मिलने पर आप क्लब से जुड़ जाएंगे। वैसे भी कोविड में अलाऊ नहीं है। क्या कहती है पुलिससाइबर सेल के डीसीपी अन्येष रॉय का कहना है कि सोशल मीडिया में जहां भी जिस प्लेटफॉर्म पर भी क्विक मनी कमाने का दावा किया जाता है, वह फेक है। ऐसे लिंक, वेबसाइट्स से सावधान रहें। जाने अनजाने में ऐसे साइबर अपराध का युवा शिकार हो रहे हैं। खासकर दूर दराज देहात, कस्बों के लोग आसानी से इनके जाल में फंस जाते हैं। शर्म, बेइज्जती की वजह से पुलिस कंप्लेंट भी नहीं करते। यही वजह है कि बेधड़क ऐसे गैंग सक्रिय हैं। ऐसे मामलों में ब्लैकमेलिंग या अनहोनी घटना के खतरे भी हैं। अपनी समझदारी, होशियारी से ही ऐसे अपराधों से बचा जा सकता है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/3e3ahqH
Previous Post
Next Post
Related Posts