एक भाई कर्ज से मुक्ति की राह पर तो दूसरा भाई कर्ज के मकड़जाल से उब कर अध्यात्म की राह पर

एशिया के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी की अगुवायी वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) जहां 1.60 लाख करोड़ रुपए के भारी-भरकम कर्ज को वापस करने के करीब पहुंच गई है वहीं उनके छोटे भाई और रिलायंस एडीएजी के अध्यक्ष अनिल अंबानी कर्ज के बोझ के तले दबने से दिवालिया होने की कगार पर हैं। मीडिया में ऐसी खबरें आ रही हैं कि वे अब जिंदगी को अध्यात्म के रास्ते पर ले जाने की सोच रहे हैं।

बीते बृहस्पतिवार को जीवन के 61 बसंत देख चुके अनिल वर्ष 2008 में 42 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के अरबपति क्लब का हिस्सा बने थे, लेकिन उनके साम्राज्य के सिकुड़ने और भारी कर्ज के कारण पिछले साल इस सूची से बाहर हो गए। टेलिकॉम बूम के दौर में धमाकेदार कारोबार करने वाला यह कारोबारी इस क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को नहीं झेल पाया और वह टेलीकॉम क्षेत्र से ही बाहर हो गए। इसके बाद इनके समूह की कई कंपनियों का वैल्यू लगातार घटा।

धीरू भाई अंबानी के बड़े पुत्र मुकेश की संपत्ति लगातार बढ़ती गई और वर्ष 2018 में 43 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ यह एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। वहीं अनिल अंबानी की संपत्ति 1.5 बिलियन डॉलर तक कम हो गई।

अनिल अंबानी की कई कंपनियां बिक चुकी हैं। बावजूद इसके उन पर देनदारी कम नहीं हो रही है। हालात यह है कि उनको कर्ज से निपटने के लिए कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। पिछले साल तो स्वीडन की टेलिकॉम इक्विपमेंट कंपनी एरिक्सन से जुड़े मामले में वह जेल जाते जाते बचे थे। उस समय बड़े भाई मुकेश ने सामने आकर उनका कर्ज चुका दिया था

विशेषज्ञों का कहना है कि तमाम प्राइवेट इक्विटी और अन्य रास्तों से रिलायंस इंडस्ट्रीज के कर्ज का निपटारा दिसंबर तक हो जाएगा। बीते बुधवार को राइट्स इश्यू के जरिये कंपनी ने 53,125 करोड़ रुपए जुटाया जबकि उनके जियो प्लेटफार्म पर अभी तक सात निवेश के जरिये कंपनी को 92,202 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम मिल चुकी है।

अनिल को जानने वाले कहते हैं कि इन दिनों वह और धार्मिक हो गए हैं। अपनी मां के साथ वह धार्मिक स्थलों पर उपस्थिति दर्ज कराते ही रहते हैं। शुरू से ही फिटनेस के शौकीन रहे अनिल शारीरिक रूप से समृद्ध हैं। बताया जाता है कि सुबह-सुबह 10 मील तक दौड़ लगाना उनकी आदत में शुमार है।

अनिल अभी भी बेकाबू चीजों को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। और इसके लिए वह हर रोज करीब 14 घंटे काम कर रहे हैं। स्थिति की जानकारी रखने वाले व्यक्ति के मुताबिक अनिल को दिवालिया घोषित करने और नई शुरुआत करने की सलाह दी गई है। लेकिन अनिल ने इससे इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि इससे कमबैक का अवसर हाथ से निकल जायेगा।



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