नई दिल्ली सरकार ने लोक भविष्य निधि (PPF) और राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) समेत विभिन्न लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए कोई बदलाव नहीं किया है। ऐसे समय जब बैंकों में विभिन्न जमा दरों में नरमी का रुख बना है सरकार ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को यथावत रखा गया है। पीपीएफ और एनएससी पर सालाना ब्याज दर क्रमश: 7.1 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत पर बनी रहेगी। वित्त मंत्रालय तिमाही आधार पर लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को अधिसूचित करता है। आर्थिक मामलों के सचिव तरूण बजाज ने सरकार की चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के लिए उधारी लक्ष्य की जानकारी देते हुए बताया कि तीसरी तिमाही में लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बाद में वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया कि वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिये विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर को (जुलाई - सितंबर) में तय किए गए स्तर पर बरकरार रखा गया है। किस पर कितना ब्याजइसके अनुसार पांच साल की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दर 7.4 प्रतिशत बनी रहेगी। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज तिमाही दी जाती है। बचत जमा पर ब्याज दर को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। बालिकाओं से जुड़ी बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 7.6 प्रतिशत पर रहेगी। अधिसूचना के अनुसार किसान विकास पत्र पर सालाना ब्याज दर 6.9 प्रतिशत होगी। एक से पांच साल के लिए मियादी जमा पर ब्याज दर 5.5 से 6.7 प्रतिशत के दायरे में होगी। वहीं पांच साल के लिये आवर्ती जमा पर ब्याज दर 5.8 प्रतिशत रखी गई है।
from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/3cPlQBw