सुतानुका घोषाल, कोलकाता मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, पूर्वी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश से सितंबर में की मांग के साथ ही दाम में भी गिरावट आई है। सितंबर में ही दो बड़े त्योहार-गणेश चतुर्थी और नवरात्र भी पड़े हैं। नवरात्र 29 सितंबर से शुरू हो चुकी है और 7 अक्टूबर तक चलेगी। इससे पहले बड़े पैमाने पर एडिबल ऑइल की खरीदारी होती है। खाद्य तेल व्यापारियों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल मांग में 15-20 पर्सेंट की कमी आई है। मांग घटने से विभिन्न कैटिगरी में तेल के दाम पिछले तीन हफ्ते में 4-7 पर्सेंट गिरे हैं। नवरात्र में मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं अडानी विल्मर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आंग्शू मलिक ने बताया, 'भारी बारिश से मांग में कमी बनी रही। सड़क दुर्गम हो गए हैं और सामानों की आवाजाही भी बंद हो गई है। डीलर्स ने स्टॉक नहीं भरे हैं, क्योंकि उन्हें सामानों की आवाजाही को लेकर चिंता है। गणेश चतुर्थी के दौरान मांग कमजोर रही है। नवरात्र में भी यही स्थिति है। हमें नवरात्र के अगले कुछ दिनों में मांग में अधिक बढ़ोतरी होने की उम्मीद नहीं दिख रही है, क्योंकि देश के कई हिस्सों में बारिश अभी भी जारी है।' दिवाली तक मांग में कुछ सुधार की उम्मीद चार महीने चलने वाला मॉनसून सीजन सोमवार को औपचारिक रूप से खत्म हो रहा है। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि आगामी हफ्तों में बारिश बंद होने की संभावना कम है। उसने अपने 3 अक्टूबर तक के पूर्वानुमान में बिहार और इससे लगे पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाकों, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश का संकेत दिया है। वहीं पंजाब, मध्य प्रदेश, आंतरिक महाराष्ट्र, उत्तरी उड़ीसा, गुजरात, मिजोरम, त्रिपुरा, केरल और लक्षद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है। नवरात्र के लिए कुल खरीद खत्म होने के साथ अब एडिबल ऑइल कारोबारियों को दिवाली में कुछ सुधार होने की उम्मीद है। मलिक ने कहा, 'बारिश ने इस साल फसल बर्बाद कर दी। इसी वजह से फसलों की कटाई भी नहीं हो सकी है। लिहाजा, किसानों के पास पैसा नहीं है, जिसका ग्रामीण क्षेत्रों में खरीदारी पर बुरा असर पड़ा है। हमें दिवाली तक कुछ सुधार होने की उम्मीद है।' मांग घटने से गिरे खाद्य तेल के दाम ऑइल कंसल्टेंसी फर्म सनविन ग्रुप के सीईओ संदीप बाजोरिया ने बताया, 'मांग घटने से पिछले तीन हफ्तों में एडिबल ऑइल के दाम गिरे हैं। इस दौरान क्रूड पाम ऑयल के दाम 7.33 पर्सेंट, सोयाबीन ऑयल के दाम 6.04 पर्सेंट और सूरजमुखी तेल की कीमतें 4.37 पर्सेंट की गिरावट आई है। उनका कहना है कि देश भर में अधिक बारिश से लॉजिस्टिक्स की समस्या है। इससे खाद्य तेल की आवाजाही में रुकी है और इसी वजह से दाम गिरे हैं। भारत घरेलू मांग पूरी करने के लिए एडिबल ऑयल के आयात पर निर्भर है। नवंबर 2018 से अगस्त 2019 (नवंबर 2018-अक्टूबर 2019 ऑयल ईयर) में 12,867,486 टन का आयात किया है, जो पिछले साल के 12,278,673 टन के आयात से 5 पर्सेंट अधिक है।
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