Zoom और Oracle की डील, चीन का चोला उतारने की कोशिश

नई दिल्ली देश में कोरोना वायरस (Coronavirus in india) के चलते पूरी तरह से लॉकडाउन () है और स्कूल से लेकर ऑफिस तक ऑनलाइन हो गए हैं। स्कूल की पढ़ाई हो या फिर दफ्तरों की मीटिंग, सब कुछ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए हो रही है। ऐसे में लोग जूम ऐप का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे एक ही साथ 100 लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़ सकते हैं। इसी बीच जूम ऐप ने ओरैकल के साथ डील (Zoom app deal with Oracle) की है। जूम ऐप की तरफ से इस डील की वजह ये बताई गई है कि ट्रैफिक बहुत अधिक होने की वजह से वह ओरैकल के सर्वर इस्तेमाल कर रही हैं। हालांकि, इसकी वजह लोगों का भरोसा जीतना लग रहा है। जूम ऐप से प्राइवेसी को खतरा! पिछले दिनों में ऐसी कई घटनाएं हुईं, जिससे जूम ऐप की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए। सबसे बड़ा खतरा ये है कि इसके जरिए वीडियो कॉलिंग भी हैक की जा सकती है। ये ऐप एंड टू एंड एनक्रिप्टेड नहीं है। यानी मैसेज भेजने वाला या पाने वाले के अलावा कोई तीसरा शख्स इस हैक कर के आपका मैसेज पढ़ सकता है। यही वजह है कि भारत में सरकारी बैठकों के लिए जूम ऐप के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है, क्योंकि इससे जानकारी चोरी होने का खतरा रहता है। जूम ऐप के मालिक चीन के एरिक युआन हैं और ऐसे में लोग इसे चीन की साजिश के तौर पर भी देख रहे हैं, जिससे भी विश्वसनीयता गिरी है। यह भी पढ़ें- कहीं अश्लील तस्वीरें, कहीं सरकारी मीटिंग लीक सिंगापुर में इस पर बैन लगाया जा चुका है, क्योंकि वहां ऑनलाइन क्लास के दौरान ही अश्लील तस्वीरें दिखने लगी थीं। ब्रिटेन में इस ऐप के जरिए कैबिनेट की एक मीटिंग हुई थी, जो कुछ ही देर बाद इंटरनेट पर अपलोड हो गई। ऐसे में भले ही जूम ऐप का ट्रैफिक दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ रहा हो, लेकिन लोगों में इसकी विश्वसनीयता गिर गई है। खुद जूम ऐप के मालिक एरिक युआन को सामने आकर कहना पड़ा कि 90 दिनों के अंदर-अंदर सिक्योरिटी का खामियों को दूर कर लिया जाएगा। ऐसे में ओरैकल के हुई ये डील जूम ऐप में लोगों के कम होते विश्वास को फिर से मजबूत कर सकता है। यह भी पढ़ें- अब कुछ बातें इस डील के बारे में जूम ऐप ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से उसके ट्रैफिक में कई गुना बढ़ोत्तरी हो गई है, जिसकी वजह से उसके बाद सर्वर कम पड़ रहे हैं, इसके चलते ओरैकल से डील की गई है। बता दें कि दिसंबर में जिस जूम ऐप के करीब 10 मिलियन यानी 1 करोड़ यूजर थे, अब उनकी संख्या 300 मिलियन यानी 30 करोड़ से भी अधिक हो गई है। हालांकि, ना तो जूम ऐप ने, ना ही ओरैकल ने ये साफ किया है कि ये डील कितने की है। ये डील ओरैकल के लिए भी फायदे का सौदा सिर्फ जूम ऐप के लिए ही ये डील फायदे वाली नहीं है, बल्कि ओरैकल को भी इस डील से काफी फायदा है, जो अमेजनडॉटकॉम (AMZN.O) और माइक्रोसॉफ्ट (MSFT.O) से प्रतिस्पर्धा में है। इस डील से ओरैकल का मार्केट शेयर और भी बढ़ेगा। बता दें कि रोजाना करीब 7 मिलियन (70 लाख) गिगाबाइट का जूम डेटा ओरैकल के सर्वर्स से आ रहा है।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times https://bit.ly/35m59Kc
Previous Post
Next Post
Related Posts