बड़ी मुश्किल में छोटे कारोबारी, स्टार्टअप्स, SME के पास सिर्फ महीनेभर का कैश!

बेंगलुरु स्टार्टअप्स और छोटी इकाइयों के पास कामकाज चलाने के लिए जमा फंड तेजी से खत्म हो रहा है क्योंकि देश में जानलेवा कोविड-19 का प्रसार रोकने के लिए लगा लॉकडाउन पांचवें हफ्ते में पहुंचने वाला है। यह जानकारी कम्युनिटी प्लैटफॉर्म लोकल सर्कल्स के एक सर्वे से मिली है। बस एक महीने के लिए फंड! सर्वे में शामिल स्टार्टअप, स्माल ऐंड मीडियम एंटरप्राइजेज (SME) और उद्यमियों में से 47 पर्संट ने कहा कि उनके पास या तो फंड खत्म हो चुका है या फिर एक महीने से भी कम अवधि के लिए बचा है। वहीं 24 पर्सेंट के पास अगले एक से तीन महीने तक ही अपना कारोबार चलाने लायक नकदी है जबकि 23 पर्सेंट तीन से छह महीने तक अपना कामकाज सुचारू रूप से चला सकते हैं। सिर्फ 6 पर्सेंट रेस्पॉन्डेंट ने बताया कि अगर वे अपनी पूंजी को मौजूदा दर से खर्च करते हैं तो वह छह महीने से अधिक वक्त तक चलेगी। कोराबर घटाने या बंद करने पर विचार इस सर्वे में हिस्सा लेने वालों से जब पूछा गया कि लॉकडाउन का उनके कारोबार पर क्या असर होगा तो 61 पर्सेंट रेस्पॉन्डेंट ने कहा कि वे नकदी संकट का सामना करने के लिए अपना कामकाज घटाने पर विचार कर रहे हैं। वहीं 7 पर्संट अपना कारोबार बेचने के बारे में सोच रहे हैं जबकि 13 पर्संट का इरादा कामकाज पूरी तरह बंद करने का है। इसमें शामिल सिर्फ 13 पर्संट रेस्पॉन्डेंट ने कहा कि मौजूदा हालात में भी उनका कारोबार बढ़ रहा है। राज्यों के पास गैरजरूरी कारोबार की इजाजत का होगा अधिकार यह सर्वे ऐसे वक्त में आया है जब सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों को जरूरी उत्पादों के अलावा कुछ भी बेचने की छूट देने से मना कर दिया लेकिन स्टैंडअलोन शॉप्स को कुछ बंदिशों के साथ कामकाज शुरू करने की इजाजत दे दी है। हालांकि केंद्र सरकार की ओर से बिजनस को रिवाइव करने के लिए मिली राहत राज्यों की मंजूरी पर निर्भर करेगी। हरेक राज्य सरकार के पास ऑफलाइन सेक्टर में गैरजरूरी कारोबार को शुरू करने की इजाजत देने से मना करने का अधिकार रहेगा। 3 मई के बाद क्या? अन्य लोगों ने बताया कि 3 मई के बाद व्यापक आर्थिक गतिविधियां शुरू होने की उम्मीद है जब सरकार लॉकडाउन में कुछ ढील दे सकती है। हालांकि व्यवसायों पर दबाव बना रहेगा क्योंकि कन्ज्यूमर्स और एंटरप्राइजेज गैरजरूरी खर्चों में कटौती करेंगे।


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