लग्जरी होटलों का किराया घटा, ग्राहकों को मिल रहा जीएसटी में कटौता का फायदा

मुंबई लग्जरी होटलों में ठहरना अब पहले के मुकाबले अधिक सस्ता हो गया है। अर्थव्यवस्था को सुस्ती से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने बीते कुछ दिनों में कई कदम उठाए हैं, जिनमें से एक होटलों के किराये पर लगने वाले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती भी शामिल था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 7,500 रुपये से अधिक के किराये वाले कमरों पर लगने वाले को 28% से घटाकर 18% कर दिया, जबकि 1,000 रुपये से लेकर 7,500 रुपये के किराये वाले कमरों पर जीएसटी को 18% से घटाकर 12% कर दिया। नई दरें एक अक्टूबर से लागू हो जाएंगी। जीएसटी की नई दरों के तहत अगर कोई व्यक्ति किसी लग्जरी होटल में 10,505 रुपये किराये वाला कमरा लेता है तो उसे इस कमरे के लिए जीएसटी सहित 13,446 रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि जीएसटी की नई दर के हिसाब से उसे 12,395 रुपये देना होगा। इस तरह होटल किराये पर 1,050 रुपये या 8% की बचत होगी। इसे इस ग्राफ की मदद से समझते हैं
होटल का किराया मौजूदा जीएसटी के हिसाब से किराया (28%) नई जीएसटी दर के हिसाब से किराया (18%) बचत
7,500 9,600 8,850 750
10,000 12,800 11,800 1,000
15,000 19,200 17,700 1,500
सभी आंकड़े रुपये में पढ़ें : एक अक्टूबर की बाद की सभी बुकिंग्स पर नई दरें जीएसटी की नई दरें उन लोगों पर भी लागू होंगी, जिन्होंने एक अक्टूबर के बाद के लिए बुकिंग की है। अक्सर लोग छुट्टियां मनाने के लिए होटलों में काफी पहले बुकिंग करा लेते हैं, क्योंकि पीक सीजन में किराये में भारी बढ़ोतरी हो जाती है। अक्टूबर से पीक सीजन आरंभ होता है, जो साल के अंत तक जाते-जाते आसमान छूने लगता है। जॉन पॉल (बदला हुआ नाम) ने दिसंबर में ठहरने के लिए एक फाइव स्टार होटल में तीन कमरे बुक कराए थे। पांच रात ठहरने के लिए उन्होंने प्रति रूम 2.6 लाख रुपये लिया गया था, जिसमें 28% का जीएसटी भी शामिल था, जो 57,540 रुपये बैठता है। बुकिंग के कुछ ही दिनों बाद सरकार ने जीएसटी में 10 फीसदी की कटौती कर दी, जिससे पॉल के बिल में प्रति रूम 20,550 रुपये का अंतर आ गया। यह सेविंग एक ब्रैंड न्यू लेनेवो लैपटॉप की कीमत के बराबर है। होटल को वापस करना होगा अतिरिक्त अमाउंट होटल ऐंड रेस्ट्रॉन्ट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया (HRAWI) के वाइस प्रेजिडेंट प्रदीप शेट्टी कहते हैं, 'अगर कस्टमर ने अडवांस बुकिंग का पार्ट पेमेंट किया है, तो जीएसटी घटने के बाद अमाउंट में जो अंतर आएगा, उसे होटल को फाइनल बिलिंग के समय एडजस्ट करना पड़ेगा। अगर ग्राहक ने पहले ही फुल पेमेंट कर दिया है तो होटल बैलेंस अमाउंट रिफंड करेगा।' पढ़ें : भारत में अभी भी होटलों पर सबसे ज्यादा टैक्स कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, अन्य होटलों के मुकाबले दोगुने किराये वाले लग्जरी होटलों की देश में कुल 2.8 लाख होटल कमरों में कुल हिस्सेदारी 11% है। जीएसटी में कटौती से ग्राहकों को मौजूदा किराये की तुलना में 5-8% की बचत होगी। दिलचस्प बात यह है कि जीएसटी कटौती के बावजूद लग्जरी होटलों पर अभी भी भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैक्स वसूलने वाला देश है।


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