टैक्स रेट में कटौती का फायदा लेने को 50,000 जॉब्स देंगी हैंडसेट कंपनियां

देविना सेनगुप्ता, मुंबई हैंडसेट मैन्युफैक्चरर्स अगले एक साल में करीब 50,000 कॉन्ट्रैक्ट और एंट्री-लेवल एंप्लॉयी की भर्ती कर सकते हैं। इंडस्ट्री और एचआर एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनियां टैक्स रेट में हुई कटौती का फायदा उठाने की तैयारी में जुट गई हैं। सरकार ने कुछ ही दिन पहले नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए 15 पर्सेंट कॉर्पोरेट टैक्स रेट का ऐलान किया। इसके बाद से कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स और हैंडसेट कंपनियां विस्तार योजना बनाने में जुट गए हैं। इन कंपनियों के एक्सपैंशन प्लान का मकसद घरेलू बाजार के साथ विदेशी बाजारों में भी दखल बढ़ाना है। रिफर्बिश्ड फोन्स सेगमेंट में भी कंपनियां रिक्रूटमेंट की तैयारी कर रही हैं। हैंडसेट इंडस्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या में पिछले दो साल में 15 पर्सेंट की कमी आई है। ऐसे में जनवरी-मार्च तिमाही से शुरू हो रही इस प्रक्रिया से सेक्टर को काफी बढ़ावा मिलेगा। स्टाफिंग फर्म CIEL एचआर सर्विसेज के सीईओ और डायरेक्टर आदित्य नारायण मिश्रा ने बताया, ‘मोबाइल फोन और अक्सेसरीज मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में करीब 3.5 लाख लोग काम कर रहे हैं। टैक्स रेट में हालिया कटौती से हमें एक्सपोर्ट में 10 से 15 पर्सेंट और घरेलू सेल्स में 5 से 10 की बढ़ोतरी की उम्मीद है। ऐसे में इस सेक्टर में अगले एक साल में करीब 15 पर्सेंट या लगभग 52,000 भी बढ़ेंगी।’ सरकार ने अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए पिछले हफ्ते कॉर्पोरेट टैक्स को करीब 10 पर्सेंट घटाकर 25.17% कर दिया था। नई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए यह सरचार्ज सहित 17.01 पर्सेंट है। इस कटौती के बाद हैंडसेट कंपनियां अब एंट्री लेवल पोजिशन पर भर्ती करने को तैयार हैं। वे इन लोगों को कंपनी के पेरोल पर हायर करेंगी। इसके अलावा कॉन्ट्रैक्ट पर भी अतिरिक्त भर्तियां की जाएंगी। रिक्रूटमेंट फर्म मैनपावर ग्रुप इंडिया के सीनियर डायरेक्टर आलोक कुमार को उम्मीद है कि फोन कंपनियां अगले एक साल में सेल्स, मार्केटिंग और सपॉर्ट फंक्शन में करीब 15,000-20,000 लोगों को कॉन्ट्रैक्ट पर हायर करेंगी। पिछले दो साल में ई-कॉमर्स सेक्टर की तेज ग्रोथ और चीन की कंपनियों का मार्केट में दबदबा बढ़ने से ऑफलाइन स्टोर्स को काफी नुकसान पहुंचा। इससे देश के हैंडसेट सेक्टर में इस दौरान करीब दो लाख रोजगार घटे हैं। कई घरेलू कंपनियां अब कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर के रूप में उभर रही हैं। उन्होंने अपने बंद बड़े प्लांट्स का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है। इंडियन सेल्युलर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स असोसिएशन के प्रेसिडेंट पंकज मोहिंद्रू ने बताया, ‘हमें 2025 तक हैंडसेट और कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री में करीब 50 लाख नौकरियां बढ़ने की उम्मीद है।’ वीवो इंडिया में ब्रांड स्ट्रैटिजी के डायरेक्टर निपुण मारिया ने बताया, ‘टैक्स रेट में कटौती सही फैसला है। इससे डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए मौके बनेंगे।’


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times http://bit.ly/2m9h7V6
Previous Post
Next Post
Related Posts