के आर बालासुब्रमण्यम, बेंगलुरु कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक कुछ हिस्सेदारी बेचने के लिए कोका कोला से कंपनी की कीमत 8 से 10 हजार करोड़ रुपये लगाने की मांग कर रहे हैं। इस मामले से सीधे तौर पर जुड़े हुए लोगों ने यह जानकारी दी है। कैफे कॉफी डे को सिद्धार्थ ने 20 साल पहले शुरू किया था। वह कंपनी में अपनी नियंत्रक हिस्सेदारी भी बनाए रखना चाहते हैं। '4-5 गुना कीमत मांग रहे प्रमोटर' कोका कोला सिद्धार्थ से कॉफी रिटेलिंग बिजनस में कुछ हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। यह इकनॉमिक टाइम्स ने गुरुवार के अंक में दी थी। इस मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया, 'प्रमोटर कंपनी की बिक्री की चार से पांच गुना कीमत मांग रहे हैं।' एक बड़े अधिकारी ने बताया कि ग्रुप को कॉफी बिजनस से मार्च 2020 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष में 2,250 करोड़ रुपये की आमदनी हो सकती है। इस बिजनस में कॉफी बीन का निर्यात भी शामिल है। वित्त वर्ष 2018 में इससे कंपनी को 1,777 करोड़ और 2019 में 1,814 करोड़ की आमदनी हुई थी। देश का सबसे बड़ा कॉफी चेन सिद्धार्थ ने 1996 में कैफे कॉफी डे को शुरू किया था। आज इसके देश भर में 1,750 स्टोर और 60 हजार वेंडिंग मशीनें हैं। कंपनी के स्टोर यूरोप के विएना से लेकर चेक रिपब्लिक, मलयेशिया, नेपाल और मिस्र (इजिप्ट) तक में हैं। कंपनी के वैल्यूएशन पर प्रतिक्रिया के लिए सिद्धार्थ से संपर्क नहीं हो पाया और कोका कोला से ईमेल से पूछे गए सवालों का खबर लिखे जाने तक जवाब नहीं मिला था। डील से कोक को फायदा जानकारों का कहना है कि कैफे कॉफी डे में निवेश करने पर कोका कोला की पहुंच कंपनी के देश भर के स्टोरों तक हो जाएगी। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशल सर्विसेज में रिटेल रिसर्च के हेड सिद्धार्थ खेमका ने बताया, 'सीसीडी अकेली कॉफी रिटेल चेन है, जिसकी पहुंच देश भर में है। दूसरी कोई कॉफी चेन इतनी बड़ी नहीं है। टाटा स्टारबक्स अच्छा परफॉर्म कर रही है, लेकिन उसके पास बहुत कम स्टोर हैं।' उन्होंने कहा, 'कोका कोला के बिजनस की विविधता बढ़ाने के लिहाज से यह अच्छी डील होगी। आजकल बहुत चीनी वाले और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में लोगों की दिलचस्पी घट रही है।' देश में कॉफी की खपत बढ़ने की उम्मीद सिद्धार्थ देश में सबसे बड़े कॉफी प्लांटेशन ग्रुप भी चलाते हैं। वह 20 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र वाले कॉफी प्लांटेशन ग्रुप को हेड करते हैं। उन्हें भारत में कॉफी की खपत बढ़ने का भी भरोसा है। ग्रुप का मानना है कि अमेरिका और चीन के बाद अगले 20 साल में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कॉफी मार्केट बन जाएगा। ब्रैंड कंसल्टंट हरीश बिजूर का भी कहना है कि भारत में कॉफी मार्केट अगले 10 साल में तीन गुना बड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा, 'कोला ड्रिंक्स को लेकर सामाजिक स्तर पर एक बदलाव हो रहा है। इसलिए कोक स्थिर माने जाने वाले बेवरेज मार्केट में जगह बनाना चाहती है।' (बेंगलुरु से रघु कृष्णन के इनपुट के साथ)
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