नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) रीयल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश 2014-18 के दौरान दोगुना होकर 20 अरब डॉलर तक पहुंच गया। रीयल एस्टेट क्षेत्र में नियामक जैसे कानून और एफडीआई नियमों में ढील इसकी वजह रही। संपत्ति से जुड़ी परामर्श देने वाली फर्म जेएलएल इंडिया ने यह आंकड़ा प्रस्तुत किया है। वैश्विक आर्थिक संकट के बाद 2009 से 2018 के बीच निजी इक्विटी कंपनियों, सरकारी संपत्ति कोष, बीमा कोष, पेंशन कोष इत्यादि के जरिए दो चरण में संस्थागत निवेश किये गए। जेएलएल इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और कंट्री प्रमुख रमेश नायर ने एक रपट में कहा है, "2009 से
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