SBI मॉडल अपनाएंगे विलय से बने नए सरकारी बैंक

आत्मदीप रे, कोलकाता पंजाब नैशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के विलय से बनने वाली इकाई स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरह का स्ट्रक्चर अपना सकती है। विलय के बाद यह बैंक हर रीजन में लोकल हेड ऑफिस बना सकता है ताकि तीनों इकाइयों की क्षमता का पूरा फायदा लिया जा सके। यूबीआई के सीईओ अशोक कुमार ने कहा कि इन रीजनल ऑफिस की कमान चीफ जनरल मैनेजरों को दी जा सकती है, जिनके मातहत कुछ जनरल मैनेजर रखे जा सकते हैं जैसा कि एसबीआई में होता है। कुमार ने ईटी से कहा, 'हम अगले छह महीनों में इन प्रशासनिक रणनीतियों को अंतिम रूप दे देंगे ताकि विलय से बनने वाली इकाई अपनी शुरुआत से ही बिजनस पर फोकस कर सके।' यह विलय अगले साल पहली अप्रैल से प्रभावी होने की उम्मीद है। प्रधान ने कहा कि पीएनबी और यूबीआई के ऐडमिनिस्ट्रेटिव स्ट्रक्चर अपेक्षाकृत जटिल हैं, लेकिन ओबीसी वर्टिकल स्ट्रक्चर पर चलता है, जिसका फोकस बिजनस पर ज्यादा है। विलय से बनने वाला बैंक इन दोनों तरीकों के मेलजोल से बनी व्यवस्था अपना सकता है और हर सर्कल 'बैंक के भीतर एक बैंक' की तरह काम करेगा। इन पहलुओं पर चर्चा की जा रही है। अंतिम निर्णय तीनों बैंकों के चीफ एग्जिक्यूटिव्स की स्टीयरिंग कमिटी करेगी। देना बैंक और विजया बैंक को खुद में मिलाने के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने केवल मुंबई सर्कल में वर्टिकल स्ट्रक्चर अपनाया है। पीएनबी, ओबीसी और यूबीआई के विलय से देश का दूसरा बड़ा बैंक बनेगा। यह बिजनस और ब्रांच नेटवर्क, दोनों लिहाज से दूसरे नंबर पर होगा। मार्च के अंत में इन तीनों बैंकों का कुल बिजनस 18 लाख करोड़ रुपये का था। इनकी शाखाओं की संख्या 11,437 थी। देश के सबसे बड़े बैंक का बिजनस जून के अंत में ₹51 लाख करोड़ रुपये का था। एसबीआई ने 2017 में असोसिएट बैंकों और भारतीय महिला बैंक को अपने साथ मिलाया था। प्रधान ने कहा कि पीएनबी, ओबीसी और यूबीआई को मिलाकर कुल 17-18 चीफ जनरल मैनेजर हैं। सरकार ने 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बिजनस वाले बैंकों को पिछले हफ्ते इजाजत दी थी कि वे अपनी कारोबारी जरूरतों के हिसाब से सीजीएम के पद बना सकते हैं। प्रधान को उम्मीद है कि नई लेयर से एंप्लॉयीज की उम्मीदें बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि युवा कर्मचारी इस विलय से खुश हैं। उन्होंने कहा, 'ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के लिहाज से मुझे कुछ खास चुनौती नहीं दिख रही है। सरकार ने साफ कर दिया है कि न तो छंटनी होगी और न ही वॉलंटरी रिटायरमेंट की बात होगी।' विलय के बाद कुछ शाखाओं के विलय से कुछ पद खत्म हो सकते हैं, लेकिन ऐसे कर्मचारियों को दूसरे कामकाज में लगाया जाएगा। प्रधान ने कहा, 'आईटी प्लैटफॉर्म का सिंक्रोनाइजेशन एक बड़ी चुनौती होगी।' यूबीआई और ओबीसी कोर बैंकिंग सॉफ्टवेयर फिनैकल-7 का उपयोग करते हैं। पीएनबी फिनैकल-10 का उपयोग करता है।


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