रशेल चित्रा, नई दिल्लीप्राइवेट बैंकों के हजारों खातों से फेल होने पर मंगलवार को अफवाहों का बाजार गरम हो गया। अफवाहों को बल इसलिए भी मिला क्योंकि जब बैंकों के सर्वर डाउन हुए थे तब बैंकों के संकट और बैंक शेयरों में गिरावट की कई खबरें आ रही थीं। फिर क्या था, सोशल मीडिया पर कयासों की बाढ़ आ गई। इससे संबंधित बैंकों में पैसे जमा कर रखे लोग चिंतित होने लगे। हालांकि, हकीकत यह थी कि ऑनलाइन पेमेंट पर ऑफर्स और 1 तारीख होने की वजह से सैलरी जारी किए जाने के कारण ट्रैफिक बढ़ गया था जिससे सर्वर डाउन हो गया था। आरबीआई को देना पड़ा आश्वासन सबसे पहले पंजाब ऐंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के ग्राहकों में खलबली मची और फिर यस बैंक को लेकर आई निगेटिव रिसर्च रिपोर्ट ने उसके ग्राहकों को भी परेशान कर दिया। स्थिति को भांपते हुए रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने तुरंत बयान जारी किया। उसने ट्वीट कर कहा, 'सहकारी बैंकों सहित कुछ बैंकों को लेकर कुछ जगहों पर अफवाहें चल रही हैं। इससे बैंकों में पैसे जमा करने वाले लोग चिंतित हैं। केंद्रीय बैंक आम लोगों को आश्वस्त करना चाहता है कि भारतीय बैंक प्रणाली सुरक्षित और स्थिर है। ऐसी अफवाहों को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।' आरबीआई ने कहा कि बैंकों के बंद होने की अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान न दें। इन बैंकों के फेल हुए थे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन दरअसल, पीएमसी बैंक में घोटाले के पीड़ितों के विडियो भी मंगलवार को वायरल हो रहे थे। इसी बच यस बैंक, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक जैसे कई प्राइवेट बैंकों के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन फेल होने लगे जिससे ग्राहकों की आशंका बढ़ने लगी। लोग ट्रांजैक्शन फेल होने पर बताने लगे कि वे किराया देने, स्कूल फी भरने और दूसरी जरूरतों के लिए पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। बैंंकों ने सफाई में क्या कहा बैंकों ने बताया कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन फेल होने का असल कारण त्योहारी मौसम में जमकर हो रही खरीदारी, ई-कॉमर्स साइटों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट पर दिए गए ऑफर और 1 तारीख को वेतन भुगतान दिवस का होना था। कोटक महिंद्रा बैंक के प्रवक्ता ने कहा कि बैंक अब ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए अतिरिक्त सर्वर डिप्लॉय करेगा। वहीं, एचडीएफसी बैंक के प्रवक्ता ने बताया कि शाम तक सर्वर सही तरीके से काम करने लगा था। एचडीएफसी बैंक ने भी सोमवार को फेस्टिवल ऑफर लॉन्च किया था। हालांकि, यस बैंक ने सर्वर डाउन होने के सवाल पर कोई टिप्पणी तो नहीं की, लेकिन उसने अपने ग्राहकों को बताया था कि नेटबैंकिंग की समस्या तात्कालिक है जो जल्द खत्म हो जाएगी। बाद में उसने आरबीआई के ट्वीट को रीट्वीट भी किया।
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