मुंबई, पांच मार्च (भाषा) इटली और दक्षिण कोरिया से आने वाले यात्रियों को हवाई अड्डों पर अपने संबद्ध देशों के स्वास्थ्य प्राधिकरणों से मान्यता प्राप्त लैब से कोरोना वायरस की जांच से संबंधित चिकित्सा प्रमाणपत्र दिखाना होगा। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। ये नए यात्रा प्रतिबंध पहले से लागू वीजा अंकुशों के अतिरिक्त होंगे। ये प्रतिबंध नौ मार्च की मध्यरात्रि से लागू होंगे और कोरोना वायरस के मामले घटने तक कायम रहेंगे। भारत में बृहस्पतिवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के 30 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें इटली के 16 पर्यटक शामिल हैं। इस सूची में पिछले महीने केरल में सामने आए पहले तीन मामले भी शामिल हैं। पहले तीन मामलों में प्रभावित व्यक्ति इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘तय किया गया है कि पहले से लागू वीजा अंकुशों के अतिरिक्त इटली और दक्षिण कोरिया से आने वाले या वहां की यात्रा कर चुके लोग यदि भारत में प्रवेश के इच्छुक हैं तो उन्हें संबंधित देशों के स्वास्थ्य अधिकारियों से मान्यता प्राप्त लैब से कोविड-19 नहीं होने का चिकिस्ता प्रमाणपत्र दिखाना होगा। अधिकारी ने बताया कि यह अस्थायी व्यवस्था है जो कोविड-19 के मामलों में कमी आने तक लागू रहेगी। भारत से और भारत के लिए उड़ानों का परिचालन करने वाली सभी अनुसूचित एयरलाइंस को कड़ाई से इन निर्देशों का अनुपालन करने को कहा गया है।
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