नई दिल्ली कोरोना टेस्ट किट के लिए सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन से कमर्शल अप्रूवल पानी वाली कंपनी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार सुर्खियों के केंद्र में कंपनी की वायरॉलजिस्ट मिनल दाखवे भोसले हैं, जिनके नेतृत्व में कोरोना वायरस की जांच के लिए मायलैब पैथोडिटेक्ट कोविड-19 क्वालिटेटिव पीसीआर किट को विकसित किया गया है। पुणे की इस कंपनी के रिसर्च एवं डिवेलपमेंट चीफ पर बीबीसी ने एक फीचर स्टोरी की थी, जिसका नाम 'कोरोनावायरस: द वूमेन बिहाइंड इंडियाज फर्स्ट टेस्टिंग किट' है। पढ़ें : इस स्टोरी में यह बताया गया है कि किस तरह भोंसले ने प्रिग्नेंसी की अवस्था में रहने के बावजूद दिग गए डेडलाइन के भीतर टेस्ट किट को तैयार कर लिया। एक बच्ची को जन्म देने के एक दिन पहले उन्होंने राज्य के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरॉलजी (NIV) को अपनी जांच किट को सौंप दिया। उनके इस सराहनाभरे काम ने भारतीय उद्योग जगत के दिग्गजों का दिल जीत लिया। उनके इस काम की सराहना करते नहीं थकते। वायरॉलजिस्ट पर आई खबर का हवाला देते हुए महिंद्रा समूह के चेयरमैन ने ट्वीट किया, 'आपने देश को आशा की एक किरण भी दिखाई है।' वहीं, बायोटेक्नलॉजी क्षेत्र की दिग्गज और बायोकॉन की एमडी भी भारत के पहले टेस्टिंग किट के पीछे महिला की सराहना करते नहीं थकतीं। वह कहती हैं, 'जिस तरह आप जैसी एक महिला ने इस पूरे डिवेलपमेंट का नेतृत्व किया, उसपर हम सब को गर्व है।' उनके ट्वीट का जवाब देते हुए मायलैब्स ने लिखा, 'एक नेतृत्व वह होता है, जो राह पहचानता है, उसपर चलता है और राह दिखाता है। यहां सभी महिलाओं के लिए आप वह मिशाल बनी हैं। बाद में मॉल्येकुलर डायग्नोस्टिक कंपनी ने अपने यहां सभी महिलाओं और पुरुषों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनने के लिए किरण मजूमदार शॉ का शुक्रिया अदा किया। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भी पुणे की इस कंपनी के कोविड-19 की जांच के बेहतरीन कार्य के लिए शुभकामनाएं दीं।' दरअसल, कुछ करने का जज्बा हो तो मुश्किलें हल हो जाती हैं। मीनल दाखवे भोंसले ने जो कर दिखाया है, उसे जानकर तो यह फिर से साबित हो रहा है। उन्होंने कोरोना वायरस की जांच के लिए ऐसा किट तैयार किया जो विदेशी किट के मुकाबले बेहद सस्ता है। खास बात यह है कि मीनल ने अपनी प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में इस किट पर काम किया। देश का यह पहला टेस्टिंग किट कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी भूमिका अदा कर सकता है। वायरॉलजिस्ट मीनल ने पुणे के एक डायग्नोस्टिक फर्म मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस के प्रॉजेक्ट पर फरवरी में काम शुरू किया था। वह प्रेग्नेंट थीं। पिछले हफ्ते ही उन्हें बच्ची हुई। उन्होंने कहा, 'यह जरूरी था, इसलिए मैंने इसे चुनौती के रूप में लिया। मुझे अपने देश की सेवा करनी है।' उन्होंने बताया कि उनकी टीम के सभी 10 सदस्यों ने कठिन परिश्रम किया है। प्रॉजेक्ट पूरा होने पर टेस्टिंग किट नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरॉलजी (NIV) को 18 मार्च को सौंप दिया गया और अगले दिन ही मीनल को बेटी हुई।
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