
विशेष संवाददाता, नई दिल्ली ट्रांजैक्शन में फ्रॉड यानी धोखाधड़ी रोकने के लिए रिजर्व बैंक अब इसमें कुछ और फीचर जोड़ने की तैयारी में है। इसके लिए वित्त मंत्रालय और बैंकों के साथ की बैठकें हो चुकी हैं। सूत्रों के अनुसार, अब ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजैक्शन में OTP के साथ फेशियल रिकगनिशन और लोकेशन जैसे सिक्यॉरिटी फीचर भी जोड़े जाएंगे। अगर कोई ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजैक्शन करेगा तो उसे OTP के साथ फेशियल रिकगनिशन और लोकेशन भी देना होगा। मौजूदा समय में ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजैक्शन में 3D पिन और OTP से ट्रांजैक्शन पूरा होता है। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने रिजर्व बैंक के साथ बैठक में बैंकिंग सेक्टर में बढ़ती धोखाधड़ी का जिक्र किया था और उस पर लगाम लगाने की बात कही थी। पढ़ेंः आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल बैंकिंग फ्रॉड से 71,543 करोड़ रुपये का चूना लगा था, जबकि पिछली तीन तिमाही में 8,926 फ्रॉड के मामले सामने आए थे। ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड के चलते 18 सरकारी बैंकों से करीब 1.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। डिजिटल लेनदेन 13 पर्सेंट की दर से सालाना बढ़ रहा है, जबकि मोबाइल वॉलेट में करीब 50 पर्सेंट से ज्यादा की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है।
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