जब हर दुकान बन जाएगी एटीएम, तो बैंक क्या करेंगे?

दिग्विजय मिश्रा, बेंगलुरु की एटीएम सर्विस। यानी ऐसी सर्विस, जिसके जरिए फोनपे के ग्राहक अपने अकाउंट बैलेंस को कैश करवा सकते हैं। जरूरत पड़ने पर पास की रजिस्टर्ड दुकान पर पहुंचकर कैश की जरूरत पूरी की जा सकती है, फिर चाहे वह किराने की दुकान हो या बुक स्टोर। आपके लिए यह सर्विस बेहद बहुत अच्छी है, लेकिन डिजिटल पेमेंट्स की सुविधा देने वाले अन्य प्लैटफॉर्म्स इसे लेकर नाराज हैं। ये सवाल भी उठ रहे हैं कि अगर हर दुकान पर एटीएम होंगे तो बैंक क्या करेंगे। मामले की जानकारी रखने वाले तीन सूत्रों ने बताया कि डिजिटल पेमेंट्स प्रवाइडर्स की नाराजगी ने रेगुलेटर का ध्यान इस ओर खींचा है और जल्द इस बारे में गाइडलाइन्स जारी हो सकती हैं। बीते शुक्रवार नैशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया(NCPI) की स्टीयरिंग कमिटी की बैठक में इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा हुई। मीटिंग में बैंक और पेटीएम सहिंत फोनपे के अन्य प्रतिद्वंदियों ने फोनपे को इस सर्विस की इजाजत दिए जाने पर सवाल उठाए। पॉइंट ऑफ सेल(PoS) मशीनों के जरिए कैश निकालने की इजाजत आरबीआई देता है। ने अब तक कैश निकालने के लिए यूपीआई प्लैटफॉर्म के इस्तेमाल को लेकर कोई नियम नहीं बनाए हैं। ऐसे में फोनपे की इस सर्विस के लॉन्च को लेकर नाराजगी जताई जा रही है और सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि NPCI इसके लिए गाइडलाइन तैयार कर रहा है। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि एटीएम विदड्रॉअल पर ग्राहक से कोई शुल्क लिया जाना चाहिए या नहीं। फोनपे इसके पक्ष में नहीं दिखा। उसका मानना है कि अगर कैश निकालने की एवज में ग्राहक से कोई चार्ज वसूला जाता है तो इस सर्विस का 'खत्म' हो जाएगी। मामले से वाकिफ एक अन्य सूत्र ने बताया कि गाइडलाइन्स से अभाव में फोनपे ने यह सर्विस लॉन्च की। इसी वजह से अन्य डिजिटल पेमेंट्स कंपनियों ने रेगुलेटर को इस बारे में बताया, जिसकी वजह से NPCI पर दबाव है। बीते सप्ताह फोनपे की इस एटीएम जैसी सर्विस से 1 लाख कैश निकासियां की गईं। बता दें कि देश में फोनपे के करीब 1 करोड़ ग्राहक हैं। फोनपे के करीबी सूत्र ने कहा कि कंपनी अपनी एटीएम सर्विस को बंद नहीं करने वाली, जिसे वॉलमार्ट के इंटरनैशनल सीईओ ने न्यूयॉर्क में एक क्रांतिकारी कदम बताया था। सूत्र ने कहा, 'इस सुविधा का बहुत ध्यान से इस्तेमाल जरूरी है, ताकि मिसयूज न हो। बैंक ताहते हैं कि इस सर्विस के एवज में चार्ज वसूला जाए जबकि फोनपे इसके लिए तैयार नहीं। फोनपे की राइवल कंपनियों का सभी प्लेयर्स को बराबर का मौका मिलना चाहिए जब इस बारे में गाइडलान्स अब तक तय नहीं हैं।' एक अन्य सूत्र की मानें तो NPCI गाइडलाइन्स तैयार कर रहा है। जब तक गाइडलाइन्स तैयार नहीं हो जातीं जिनके पास भी यह प्रॉडक्ट है उन्हें अगले अपडेट तक एटीएम इस्तेमाल रोक देना चाहिए। चर्चा के मुताबिक, NPCI इस सुविधा पर मैक्सिमम 10 रुपये का चार्ज लगाने के साथ-साथ प्रतिदिन की 2000 रुपये तक की निकासी की इजाजत दे सकता है। इसके अलावा, दिन में 3 बार ही कैश निकालने की इजाजत दी जा सकती है। इस बारे में फोनपे और NPCI, दोनों ने ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया। उधर, पेटीएम ने एक बयान में कहा कि हमारे पास पहले ही पेटीएम का एटीएम नाम की सर्विस है जो 67000 लोकेशन्स पर हमारे कस्टमर्स को कैश जमा करने और निकालने की सुविधा देती है, जिसे बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेट्स चलाते हैं। ऐसे में, अगर NPCI दुकानों में एटीएम सर्विस से जुड़े नियम बनाता है तो इन बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट्स(BCs) का जॉब्स का क्या होगा।


from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times http://bit.ly/2VcZGSH
Previous Post
Next Post
Related Posts