नई दिल्ली वित्त मंत्री ने मंगलवार को कहा कि में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं। उन्होंने ऐसे सात इंडिकेटर बताए जिनसे इकॉनमी में रिकवरी का पता चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के उठाए गए कदमों से इकॉनमी आगे बढ़ रही है और इसका प्रबंधन कुशल डाक्टरों के हाथों में है। इसका प्रमाण है कि मार्केट में खरीदारी बढ़ रही है। उन्होंने कहा, 'इकॉनमी मुश्किल में नहीं है। मैं आपको इसमें सुधार के संकेतों की जानकारी दे रही हूं।' वह बोलीं, डिमांड में तेजी के कारण उत्पादन भी बढ़ रहा है। इसके साथ विदेशी निवेश का फ्लो बढ़ रहा है। इंडस्ट्रियल गतिविधियां बढ़ रही हैं। इससे आम आदमी और किसानों को लाभ मिल रहा है। साथ ही कॉरपोरेट सेक्टर के कारोबार पर इसका सकारात्मक असर पड़ रहा है। रोजगार के मोर्चे पर सरकार के उठाए कदमों का सकारात्मक परिणाम नजर आने लगा है। इसके प्रमाण के लिए उन्होंने सात इंडिकेटर यानी संकेतक भी गिनाए। बढ़ रहा है उत्पादन उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ रहा है, इससे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के PMI इंडेक्स में तेजी आ गई है। विदेशी निवेश बढ़ रहा है विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भी भारत में निवेश बढ़ा रहे हैं। इंडस्ट्रियल सेक्टर में ग्रोथ बढ़ रही है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में तेजी आ रही है। विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ रहा है। GST कलेक्शन बढ़ रहा है । शेयर मार्केट में तेजी का माहौल शेयर मार्केट में तेजी का माहौल बन रहा है। यह सभी इस बात के संकेत दे रहे हैं कि इकॉनमी में सुधार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में लोकसभा में बजट पर हुई चर्चा के जवाब में फाइनैंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने विपक्ष के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि इस बजट में मांग बढ़ाने के उपाय नहीं किए गए हैं। इसके बाद राज्यसभा में उन्होंने इकॉनमी को और बेहतर बनाने की बात कही। बढ़ रहे हैं रोजगार उन्होंने विपक्ष के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि सरकार रोजगार बढ़ाने पर काम नहीं कर रही है। सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, दीनदयाल अंत्योदय योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। यह दूसरी बात है कि विपक्ष इन आंकड़ों को देखना नहीं चाहता या फिर इनको नजरअंदाज कर रहा है। रियल एस्टेट में तेजी उन्होंने बताया कि सरकार ने रियल एस्टेट सेक्टर को गति देने के लिए कई उपाय किए हैं। इनमें अटकी पड़ी परियोजनाओं के लिए धन मुहैया कराना, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2022 तक 1.95 करोड़ घरों का निर्माण और होम लोन की ब्याज दर में कमी शामिल है। इस योजना पर तेजी से काम हो रहा है। अभी हाल ही में रिजर्व बैंक होम लोन पर CRR में राहत दी है। इससे होम लोन के आवंटन में तेजी आएगी। नियंत्रण में महंगाई सीतारमण ने कहा कि हमारी सरकार ने महंगाई के मोर्चे पर भी लोगों को राहत दी है। हमारी सरकार ने खुदरा महंगाई की दर औसतन 5 पर्सेंट से नीचे बनाए रखने में सफलता हासिल की है। जब भी किसी कारण से महंगाई में बढ़ोतरी हुई तो सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महंगाई को नियंत्रित किया है, ताकि आम आदमी, खासकर गरीब आदमी पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ न पड़े। $5 ट्रिलियन की इकॉनमी बनाएंगे सीतारमण ने कहा, ग्लोबल इकॉनमी की जो तस्वीर बन रही है, वह भारत के पक्ष में है। विदेशी निवेशकों का भारत में विश्वास कायम है।' इसी का परिणाम है कि अप्रैल से नवंबर 2019-20 के दौरान FDI 24.4 अरब डॉलर रहा जो इसी अवधि में एक वर्ष पूर्व 21.2 अरब डॉलर रहा था। साल 2024 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि 2014-15 में देश की अर्थव्यवस्था 2000 अरब डॉलर की थी जो 2018-19 में 2,700 अरब डॉलर और 2019-20 में 2,900 अरब डॉलर की हो गई। हमारी मंजिल भारत की इकॉनमी को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की है। के साथ ही ग्रॉस रेवेन्यू कलेक्शन में भी अच्छा सुधार हो रहा है।
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