16 अरब डॉलर का हुआ पेटीएम, 1 अरब डॉलर का जुटाया निवेश

अदिति श्रीवास्तव, बेंगलुरु डिजिटल पेमेंट्स कंपनी () ने कहा कि उसने एक फाइनैंसिंग राउंड में एक अरब डॉलर जुटाए हैं। इस राउंड की अगुवाई अमेरिकी असेट मैनेजर टी रो प्राइस ने की थी। इस राउंड में पेटीएम की मौजूदा निवेशकों एंट फाइनैंशल और विजन फंड ने भी भागीदारी की। पेटीएम की यह फंडिंग इस साल किसी भारतीय स्टार्टअप की ओर से जुटाई गई सबसे बड़ी रकम है। कंपनी का कहना है कि इस राउंड के बाद उसकी वैल्यू करीब 16 अरब डॉलर हो गई है। नोएडा में मुख्यालय वाली पेटीएम की शेयरहोल्डर डिस्कवरी कैपिटल ने भी इस फंडिंग राउंड में हिस्सा लिया। कंपनी की वैल्यूएशन 16 अरब डॉलर पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने इस घटनाक्रम की पुष्टि की और कहा, 'टी रो प्राइस की अगुवाई में एक अरब डॉलर जुटाए गए। सॉफ्टबैंक ने 20 करोड़ डॉलर जबकि एंट फाइनैंशल ने 40 करोड़ डॉलर का निवेश 16 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर किया।' इसके साथ पेटीएम ने अब तक कुल करीब 3.5 अरब डॉलर का निवेश जुटाया है। पेटीएम ने पिछली बार 30 करोड़ डॉलर वॉरेन बफेट की बर्कशर हैथवे से सितंबर 2018 में जुटाए थे। तब उसकी वैल्यू 10 अरब डॉलर लगी थी। उसके बाद से यह पहला प्राइमरी इन्वेस्टमेंट है। संपर्क किए जाने पर टी रो प्राइस के प्रवक्ता ने ईटी से कहा, 'हम इस मामले में कमेंट नहीं करेंगे।' अलीपे के एक मीडिया प्रतिनिधि ने कहा, 'हमारे पास बताने के लिए कोई नई बात नहीं है। आप डीटेल्स के लिए पेटीएम की प्रेस रिलीज देख लें।' सॉफ्टबैंक के प्रवक्ता ने कमेंट करने से मना कर दिया। ईटी ने इससे पहले अक्टूबर में रिपोर्ट दी थी कि पेटीएम में फंडिंग राउंड की अगुवाई टी रो प्राइस कर रही हैं। एक लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा के असेट्स मैनेज करने वाली टी रोव प्राइस के लिए किसी प्राइवेट इंडियन टेक्नॉलजी स्टार्टअप पर लगाया गया यह दूसरा बड़ा दांव है। इससे पहले उसने फ्लिपकार्ट में निवेश किया था। छोटे मर्चेंट्स को अक्वायर करने के लिए 10 हजार करोड़ का निवेश शर्मा ने कहा, 'हमारे मौजूदा और नए निवेशकों की ओर से यह नया निवेश नए जमाने की वित्तीय सेवाओं के जरिए भारतीयों की सेवा करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।' अगले तीन वर्षों में पेटीएम छोटे कस्बों में कस्टमर्स और मर्चेंट्स को अक्वायर करने के लिए 10000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। शर्मा ने ईटी से कहा, 'हम एक डिस्ट्रीब्यूशन प्लैटफॉर्म के रूप में टेक्नॉलजी का सहारा लेकर ऐसे लोगों को फाइनैंशल सर्विसेज देना चाहते हैं, जिनकी इन सेवाओं तक पहुंच नहीं है।' शर्मा ने कहा कि पेटीएम के पेमेंट्स और टिकटिंग जैसे बिजनेस ब्रेक ईवन की राह पर हैं और कंपनी फाइनैंशल सर्विसेज, इंश्योरेंस सहित नए कारोबारों में निवेश कर रही है। उन्होंने कहा, 'हमारा पेमेंट बिजनेस काफी मैच्योर हो गया है और ब्रेक ईवन में कंट्रीब्यूट कर रहा है, वहीं कॉमर्स वर्टिकल्स भी कुछ पैसा बना रहे हैं।'


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