चूंकि मौजूदा सिस्टम में ग्रीन कार्ड्स के लिए 7% का कंट्री कोटा या वैध अस्थाई निवास (लीगल पर्मानेंट रेजिडेंसी या LPR) लागू होते हैं, इसलिए भारत और चीन जैसे बड़े देशों के नागरिकों को अमेरिकी नागरिकता हासिल करने के लिए वर्षों का इंतजार करना पड़ता है क्योंकि इन दोनों देशों से अमेरिका जाने वाले लोगों की भारी तादाद होती है।
from Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर, बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times http://bit.ly/2ABDpTF
Home
Latest Business News in Hindi - बिज़नेस खबर
बिज़नेस समाचार
व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times
Related Posts
नई दिल्ली सिंगापुर की एक अदालत ने ऐमजॉन की अपील पर सुनवाई करते हुए रिलायंस और फ्यूचर ग्
नई दिल्ली एशिया और भारत के सबसे बड़े धनकुबेर (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री
नई दिल्ली कोरोना काल में भारत ने एक मामले में चीन को पछाड़ दिया। () ने हमारे सहयोगी अखब
नई दिल्ली माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में 1.05 लाख करोड़ रुपये रह
नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की
नई दिल्ली क्रिकेट खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने पोषक उत्पादों से जुड़े स्टार्टअ