पिछले दो साल में हर हफ्ते दो ऑटो डीलरों को बंद करना पड़ा धंधा

बड़े शहरों में किराया और एंप्लॉयीज की सैलरी बढ़ने से डीलरों की परेशानी बढ़ी है। इंश्योरेंस और फाइनेंस कंपनियों से उनका मार्जिन घट रहा है और गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद से डीलरों को कैश की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है।

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