नयी दिल्ली, 23 जनवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध घाटा सात गुना बढ़कर 3,764.26 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के लिये अधिक प्रावधान करने से बैंक का घाटा बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसे 596.70 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 2018-19 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 4,538.28 करोड़ रुपये हो गया। इसकी तुलना में 2017-18 की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 1,343.62 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में
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