कोविड-19 ने दुनिया भर में लोगों की जिंदगी, सेहत और हित को काफी प्रभावित किया है, बढ़ते संक्रमण के इस दौर में चारों ओर काफी उदासीनता का साया है। भारत में फिलहाल लॉकडाउन का चौथा दौर चल रहा है और कोरोना को काबू में रखने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है। यह कहना मुश्किल है कि चीजें फिर से कब सामान्य हो पाएंगी। फिलहाल हम पूरी तरह से डॉक्टरों, हेल्थ वर्कर्स, डिलीवरी एग्जिक्यूटिव, ग्रॉसरी वेंडर और सेनिटाइजे़शन कर्मचारियों जैसे आजकल के सुपरहीरोज़ के भरोसे हैं, जो हमें इस नई परिस्थितियों यानी 'नए सामान्य' में जीवन जीने में मदद कर रहे हैं। कोरोना वायरस से लड़ाई में यह अग्रिम पंक्ति के योद्धा हैं। यह न सिर्फ हमारी जिंदगी को आसान बना रहे हैं बल्कि इकॉनमी के लिए भी बहुत सहायक साबित हो रहे हैं जो पिछले कुछ महीनों में बुरी तरह से डगमगा चुकी है। यही कारण है कि हमें इन सुपरहीरोज़ की कोशिशों को सराहना चाहिए और उन्हें इस बेहतरीन काम के लिए धन्यवाद देना चाहिए। और इसके लिए म्यूज़िक से बेहतर क्या होगा? इस महामारी से मुकाबले में देश का साथ देते हुए एशियन पेंट्स कोरोना वॉरियर्स को समर्पित नए नैशनल एंथम वन नेशन वन वॉयस के मुख्य स्पॉन्सर के रूप में पीएम केयर्स फंड को सपोर्ट करने के लिए आगे आया है। यह एंथम 17 मई को लान्च किया गया था। 'जाया तू जाया तू भारतम् वसुधैव कुटुंबकम' शीर्षक के इस गाने को गाने के लिए इंडियन सिंगर राइट्स असोसिएशन (ISRA) के रेकॉर्ड-ब्रेकिंग 200 सिंगर, 14 भाषाओं में बिना किसी म्यूज़िक इंस्ट्रूमेंट के इस गाने के लिए एकसाथ आ गए, तभी तो यह अब तक का सबसे बड़ा एंथम प्लेटफॉर्म भी बन गया है। कोविड-19 की वजह से पैदा हुए संकट के समय में आपसी एकता को मजबूत करने वाला यह गाना ISRA के सीईओ संजय टंडन श्रीनिवासन और सोनू निगम के दिमाग की उपज है। इस गाने की खासियत यह है कि लॉकडाउन की वजह से इसके सारे गायकों ने अपने हिस्से का गाना अपने घर में रेकॉर्ड किया। यह इतना आसान काम नहीं था, खासकर तब जबकि ज्यादातर आर्टिस्टों के पास उनके घर में प्रोफेशनल रिकॉर्डिंग उपकरण नहीं थे। बेशक इस गाने को बनाने में तमाम मुश्किलें थीं लेकिन पहली बार इतनी बड़ी संख्या में आर्टिस्ट एक साथ आए और इतना शानदार गाना प्रड्यूस किया। 14 अलग-अलग भाषाओं में इस गाने को गाने के लिए महान गायिका आशा भोसले, अनूप जलोटा, अलका याग्निक, हरिहरन, कैलाश खेर, कविता कृष्णमूर्ति, कुमार सानू, महालक्ष्मी अय्यर, मानो, पंकज उधास, एसपी बालासुब्रमण्यम, शान, सोनू निगम, सुदेश भोसले, सुरेश वाडेकर, शैलेंद्र सिंह, श्रीनिवास, तलत अजीज, उदित नारायण, शंकर महादेवन, जसवीर जस्सी जैसे 80 कलाकार एक साथ आए। एशियन पेंट्स की भूमिका के बारे में बात करते हुए एशियन पेंट्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ अमित सिंगले_ ने कहा, एशियन पेंट्स हमेशा से एक जिम्मेदार ब्रांड रहा है जो परवाह करता है। देश आज जिस स्थिति से गुजर रहा है, उसमें हमें चुनौतीपूर्ण स्थितियों का सामना करना है और इसके लिए खड़े होने और काम करने का इससे बढ़िया समय कोई और नहीं होगा। घरों के साथ हमारे भावनात्मक जुड़ाव को देखते हुए, हम देश के नामी 200 कलाकारों जिन्होंने अपने घर से इस गाने को आवाज दी, हम उन पर गर्व करते हैं। एक भारतीय ब्रांड के रूप में अपने देशवासियों की मदद के लिए पीएम केयर्स फंड मदद कर हम खुद को ऊर्जावान महसूस करते हैं। वन नेशन वन वॉयस सिर्फ एक एंथम नहीं है बल्कि यह एक मूवमेंट है जो देश के नागरिकों के अभी के इमोशन को जाहिर करता है। हमें पूरा विश्वास है कि यह गाना देश के लोगों को प्रेरित करेगा और इस संकट की इस घड़ी से बाहर निकलने में मदद करेगा। गौरतलब है कि एशियन पेंट्स ने अभी तक कोविड-19 से लड़ाई में मदद के लिए पीएम केयर्स फंड में और तमाम राज्यों के सीएम फंड में 35 करोड़ का योगदान दिया है। यह गाना 100 से ज्यादा प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हो चुका है जिसमें टेलिविज़न, रेडियो, सोशल मीडिया, ऐप्स, ओटीटी, वीओडी, आईएसपी, डीटीएच और सीआरबीटी शामिल हैं। साथ ही इसे लॉन्च करने में 100 से ज्यादा ब्रॉडकास्ट, सोशल, एम्प्लिफिकेशन और टेक प्लेटफार्म लॉन्च का सपोर्ट कर रहे हैं. इससे होने वाली आय कोविड-19 से लड़ने में मदद करने के लिए पीए केयर्स फंड में जाएगी। यह गाना 14 भाषाओं में है जिसमें हिंदी, बंगाली, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, भोजपुरी, असमी, कश्मीरी, सिंधी, राजस्थानी और उड़िया शामिल हैं। डिस्क्लेमरः यह आर्टिकल एशियन पेंट्स की तरफ से टाइम्स इंटरनेट की Spotlight टीम ने तैयार किया है।
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