अश्विन मणिकंदन, मुंबईपेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने सोशल मीडिया पर ग्राहकों को कंपनी से जुड़ी फर्जी मेल, मैसेज और कंपनी के अधिकारी होने का दावा करने वाले फ्रॉड्स को लेकर आगाह किया है। शर्मा ने ट्वीट किया, 'कृपया, ऐसे किसी SMS का भरोसा न करें, जिसमें आपके पेटीएम अकाउंट को बंद करने या KYC कराने की बात लिखी हो। यह फ्रॉड है।' पेटीएम बॉस ने किया आगाह अन्य ट्वीट में शर्मा ने ऐसे एक एसएमएस की तस्वीर भी डाली जो पेटीएम के कई ग्राहकों को भटकाने के लिए भेजा जा रहा है। मैसेज में लिखा है, 'हम आपके पेटीएम अकाउंट को कुछ समय बाद बंद कर देंगे। अपना पूरा कराइए।' इस एसएमएस में केवाईसी की प्रक्रिया के लिए एक फोन नंबर भी दिया गया है। पेटीएम एंप्लॉयी बता कर रहे ठगी शर्मा ने यूजर्स को आगाह करते हुए ट्वीट किया, 'ऐसे या लकी ड्रॉ से जुड़े एसएमएस के जरिए फ्रॉड आपकी जानकारी निकलवाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके जाल में न फंसें।' पिछले तीन महीने में कंपनी के साइबर सेल और रिजर्व बैंक को कई पेटीएम ग्राहकों की तरफ से स्कैम की शिकायत मिली है। फ्रॉड करने वाले कंपनी के कर्मचारी होने का दावा करके उन्हें लूट रहे हैं। इसी के बाद शर्मा ने सोशल मीडिया पर चेतावनी जनहित में जारी की है। मत दें इन डेस्कटॉप ऐप्स के कोड स्कैम का शिकार हुए दो लोगों ने बताया कि फ्रॉड करने वाले केवाईसी की प्रक्रिया के लिए पहले एक मोबाइल या डेस्कटॉप ऐप्लिकेशन डाउनलोड करने को कहते हैं। इनमें एनिडेस्क, क्विकसपॉर्ट और टीमव्यूअर जैसे ऐप शामिल हैं। इनके पिन जेनरेट करते ही उन्हें ग्राहक के डिवाइस में रिमोट एक्सेस मिल जाता है। दो-चार ट्रांजैक्शंस में वे पेटीएम वॉलिट से जुड़े बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं। फ्रॉड हो जाए तो क्या करें? पेटीएम पेमेंट्स बैंक के एमडी सतीश कुमार गुप्ता ने ईटी को बताया, 'हम चाहते हैं कि यूजर ऐसी घटनाओं की हमें और क्राइम ब्रांच को जानकारी दें, ताकि फ्रॉड करने वालों के खिलाफ ठोस कदम उठाए जा सकें।' उन्होंने बताया, 'हमारा साइबर सेल डिपार्टमेंट, पुलिस की क्राइम ब्रांच से लगातार संपर्क में है। हम ब्लॉग पोस्ट, ऐप नोटिफिकेशन, सोशल मीडिया के जरिए ग्राहकों को ऐसे स्कैम के खिलाफ सतर्क रहने की जानकारी भी दे रहे हैं।' वित्त मंत्री ने दिया का आंकड़ा फ्रॉड से हुए नुकसान की अभी पूरी तरह से जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने पहले बताया था कि इन मैसेज को कई लोगों को भेजा गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को राज्य सभा में डेटा पेश किया था, जिसके मुताबिक रिजर्व बैंक को जुलाई से नवंबर के बीच पेमेंट बैंकों से जुड़ी 1,997 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 36 प्रतिशत (723 केस) का निपटारा हो चुका है। 1,274 पर अभी काम चल रहा है। हालांकि डेटा से यह नहीं पता चलता कि कितने मामले पेटीएम से जुड़े हैं। रिजर्व बैंक ने खबर से जुड़े ईटी के सवालों का जवाब नहीं दिया।
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