नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा) सरकार देश में सोने के ऊंचे आयात को कम करने के लिये उसपर सीमा शुल्क बढ़ाने के बजाय कुछ नीतिगत उपाय कर सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सरकार का यह प्रयास चालू खाते के घाटे को नियंत्रित करने और रुपये की गिरावट का थामने के लिये है। सूत्रों ने कहा, ‘‘सोने पर आयात शुल्क बढ़ाने की ज्यादा गुंजाइश नहीं है। बजाय इसके सोने का आयात कम करने के लिये कुछ नीतिगत उपाय किये जा सकते हैं। सोने पर आयात शुल्क बढ़ाने से तस्करी गतिविधियां बढ़ सकतीं हैं।’’ त्यौहारी मौसम शुरू होने को है ऐसे में सोने पर आयात शुल्क बढ़ाने से तस्करी को बढ़ावा मिलेगा। सूत्रों ने हालांकि, नीतिगत उपायों के बारे में कुछ नहीं बताया। सरकार ने पिछले सप्ताह रुपये की घटबढ को कम करने और चालू खाते के घाटे पर अंकुश लगाने के लिये कुछ उपायों की घोषणा की थी। मसाला बांड पर विदहोल्डिंग कर हटा दिया गया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में राहत दी गई और गैर-जरूरी आयात में कटौती करने जेसे उपाय किये गये। सोने का आयात जुलाई में 41 प्रतिशत और अगस्त में 93 प्रतिशत बढ़कर बढ़ गया। देश का सोना आयात 2017- 18 में 22.31 प्रतिशत बढ़कर 33.65 अरब डालर पर पहुंच गया था। वर्तमान में सोने पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क है। रत्न एवं आभूषण निर्यातक समय समय पर सोने के आयात पर शुल्क कम करने की मांग करते रहे हैं ताकि निर्यात बढ़ाया जा सके। भाषा महाबीर रमणरमण
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