अक्टूबर में एमजी मोटर की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 3,750 इकाई पर

अक्टूबर में एमजी मोटर की बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 3,750 इकाई पर

नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) एमजी मोटर इंडिया की खुदरा बिक्री अक्टूबर में छह प्रतिशत बढ़कर 3,750 इकाई पर पहुंच गई। एक साल पहले समान महीने में कंपनी ने 3,536 वाहन बेचे थे। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उसकी एसयूवी हेक्टर की बिक्री का आंकड़ा अक्टूबर में 3,625 इकाई पर पहुंच गया। यह इस वाहन की मासिक बिक्री का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। सितंबर, 2020 में हेक्टर की बिक्री 2,410 इकाई रही थी। इस तरह सितंबर की तुलना में अक्टूबर में हेक्टर की बिक्री में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कंपनी ने कहा कि उसकी हाल में पेश प्रीमियम एसयूवी ग्लॉस्टर को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। कंपनी को इस वाहन के लिए अब तक 2,000 बुकिंग मिल चुकी हैं। एमजी मोटर इंडिया के निदेशक (बिक्री) राकेश सिदाना ने कहा, ‘‘हमें वृद्धि का यह रुख दिवाली की वजह से नवंबर में भी जारी रहने की उम्मीद है। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हम आपूर्ति बढ़ा रहे हैं।’’


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अक्टूबर में मारुति की बिक्री 18.9 प्रतिशत बढ़कर 1,82,448 इकाई पर

अक्टूबर में मारुति की बिक्री 18.9 प्रतिशत बढ़कर 1,82,448 इकाई पर

नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की बिक्री अक्टूबर में 18.9 प्रतिशत बढ़कर 1,82,448 इकाई पर पहुंच गई। इससे पिछले साल के समान महीने में कंपनी ने 1,53,435 वाहन बेचे थे। कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 19.8 प्रतिशत बढ़कर 1,72,862 इकाई पर पहुंच गई, जो अक्टूबर, 2019 में 1,44,277 इकाई रही थी। समीक्षाधीन महीने में कंपनी की मिनी कारों आल्टो और एस-प्रेसो की बिक्री मामूली घटकर 28,462 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 28,537 इकाई रही थी। कॉम्पैक्ट खंड....मसलन स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर की बिक्री 19.2 प्रतिशत बढ़कर 95,067 इकाई पर पहुंच गई, जो अक्टूबर, 2019 में 75,094 इकाई रही थी। अक्टूबर में सियाज मॉडल की बिक्री 40 प्रतिशत घटकर 1,422 इकाई रह गई, जो पिछले साल समान महीने में 2,371 इकाई रही थी। हालांकि, कंपनी के यूटिलिटी वाहनों.....विटारा ब्रेजा, एस-क्रॉस और एर्टिगा की बिक्री 9.9 प्रतिशत बढ़कर 23,108 इकाई से 25,396 इकाई पर पहुंच गई। अक्टूबर में कंपनी का निर्यात 4.7 प्रतिशत बढ़कर 9,586 इकाई रहा, जो एक साल पहले समान महीने में 9,158 इकाई रहा था।


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सरकार ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैकों को 670 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराई

सरकार ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैकों को 670 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराई

नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) केंद्र सरकार ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को 670 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराई है। आरआरबी के पूंजी आधार को मजबूत करने तथा इस मुश्किल समय में कृषि वित्त में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के मद्देनजर केंद्र की ओर से यह कदम उठाया गया है। सूत्रों ने कहा कि 43 आरआरबी में से एक-तिहाई घाटे में हैं। इनमें से ज्यादाकर पूर्वोत्तर तथा पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक हैं। सूत्रों ने कहा कि इन आरआरबी को नौ प्रतिशत की नियामकीय पूंजी की अनिवार्यता को पूरा करने के लिए मदद की जरूरत थी। आरआरबी के पुन:पूंजीकरण की मौजूदा योजना के तहत इन बैंकों को केंद्र, संबंधित राज्य सरकारों तथा प्रायोजक बैंकों से 50:15:35 के अनुपात में पूंजीगत समर्थन उपलब्ध कराया जाता है। इसकी मदद से ये बैंक नौ प्रतिशत के पूंजी जोखिम भारित परिसंपत्ति अनुपात (सीआरएआर) को पूरा कर पाते हैं। सूत्रों ने बताया कि इसी अनुपात में प्रायोजक बैंकों तथा कुछ राज्यों द्वारा भी आरआरबी के लिए कोष जारी किया गया है। इससे अब इन कमजोर आरआरबी का सीआरएआर बढ़कर नौ प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गया है। सूत्रों ने बताया कि इससे इन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की 31 मार्च, 2021 तक की पूंजीगत जरूरत पूरी हो गई है। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार 31 मार्च, 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में आरआरबी को सामूहिक रूप से 2,206 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में आरआरबी को 652 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।


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नवरात्रि में ऑटो कंपनियों की हुई बल्ले-बल्ले, जानिए किसने बेचीं कितनी गाड़ियां

नवरात्रि में ऑटो कंपनियों की हुई बल्ले-बल्ले, जानिए किसने बेचीं कितनी गाड़ियां

नई दिल्ली मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई), हुंडई और टाटा मोटर्स जैसे कंपनियों की खुदरा बिक्री इस साल नवरात्रि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में बेहतर रही है। इन कंपनियों का कहना है कि इस साल नवरात्रि के दौरान पिछले कुछ माह की दबी मांग के चलते उनकी बिक्री में उछाल आया है। नवरात्रि की दस दिन (दशहरा सहित) की अवधि के दौरान किया मोटर्स, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर, महिंद्रा एंड महिंद्रा तथा होंडा कार्स की बिक्री भी अच्छी रही है। नवरात्रि में नया सामान और संपत्ति खरीदना शुभ माना जाता है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति की बिक्री नवरात्रि में 27 प्रतिशत बढ़कर 96,700 इकाई पर पहुंच गई। मारुति सुजुकी के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘नवरात्रि में हमारी बिक्री 96,700 इकाई रही है, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है।’’ पिछले साल इस अवधि में मारुति की बिक्री 76,000 वाहन रही थी। इसी तरह नवरात्रि में हुंडई मोटर इंडिया की खुदरा बिक्री 28 प्रतिशत बढ़कर 26,068 इकाई पर पहुंच गई। वहीं टाटा मोटर्स की बिक्री 90 प्रतिशत बढ़कर 10,887 इकाई रही, जो पिछले साल इस अवधि में 5,725 इकाई रही थी। इस अवधि में कंपनी ने 6,641 यूटिलिटी वाहन और 4,246 कारें बेचीं। पिछले साल इस अवधि में कंपनी ने 3,321 कारें और 2,404 यूनिटलिटी वाहन बेचे थे। टाटा मोटर्स के यात्री वाहन कारोबार इकाई के विपणन प्रमुख विवेक श्रीवत्स ने कहा, ‘‘महामारी की वजह से आई सुस्ती के बावजूद कंपनी की सभी नई ‘फोरएवर श्रृंखला’ की कारों तथा यूटिलिटी वाहनों की मांग और बुकिंग में अच्छी वृद्धि दर्ज हुई है।’’ नवरात्रि की दस दिन की अवधि के दौरान किया मोटर्स की बिक्री 224 प्रतिशत बढ़कर 11,640 इकाई पर पहुंच गई। वहीं टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स की बिक्री में भी उछाल आया। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री एवं सेवा) नवीन सोनी ने कहा, ‘‘नवरात्रि में हमारी बिक्री करीब 5,000 इकाई की रही है, जो पिछले साल की समान अवधि से करीब 13 प्रतिशत अधिक है।’’ महिंद्रा एंड महिंद्रा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (ऑटोमोटिव खंड) विजय नाकरा ने कहा, ‘‘इस साल नवरात्रि पर एसयूवी श्रेणी में हमारी बुकिंग 41 प्रतिशत बढ़ी है। कुल मिलाकर (पिकअप और छोटे वाणिज्यिक वाहन सहित) हमारी बिक्री पिछले साल की समान अवधि से करीब 20 प्रतिशत अधिक रही है।’’ होंडा कार्स इंडिया ने कहा कि नवरात्रि पर उसकी खुदरा बिक्री में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।


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अर्थव्यवस्था पर खुशखबरी: अक्टूबर में GST कलेक्शन 8 महीने में पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के पार

अर्थव्यवस्था पर खुशखबरी: अक्टूबर में GST कलेक्शन 8 महीने में पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के पार

नई दिल्ली माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में 1.05 लाख करोड़ रुपये रहा है। फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के पार गया है। वित्त मंत्रालय की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई। वित्त मंत्रालय ने बताया कि 31 अक्टूबर, 2020 तक दाखिल किए गए कुल जीएसटीआर-3बी रिटर्न की संख्या 80 लाख पर पहुंच गई है। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अक्टूबर, 2020 में कुल जीएसटी संग्रह 1,05,155 करोड़ रुपये रहा। इसमें सीजीएसटी का हिस्सा 19,193 करोड़ रुपये, एसजीएसटी का 5,411 करोड़ रुपये, आईजीएसटी का 52,540 करोड़ रुपये (इसमें वस्तुओं के आयात पर 23,375 करोड़ रुपये का संग्रह भी शामिल है) और 8,011 करोड़ रुपये का उपकर (932 करोड़ रुपये आयातित वस्तुओं पर) शामिल है। अक्टूबर, 2020 में जीएसटी संग्रह पिछले साल के समान महीने से 10 प्रतिशत अधिक रहा है। अक्टूबर, 2019 में जीएसटी संग्रह 95,379 करोड़ रुपये रहा था। कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से जीएसटी संग्रह का आंकड़ा लगातार कई माह तक एक लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे रहा था।


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हरित प्रमाणपत्रों का कारोबार 25 नवंबर से फिर शुरू होने की उम्मीद

हरित प्रमाणपत्रों का कारोबार 25 नवंबर से फिर शुरू होने की उम्मीद

नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) अक्षय ऊर्जा प्रमाणपत्रों (आरईसी) का कारोबार चार महीने के अंतराल के बाद 25 नवंबर से फिर शुरू होने की उम्मीद है। बिजली अपीलीय न्यायाधिकरण (एपीटीईएल) ने आरईसी मूल्य के मुद्दे पर सुनवाई पूरी कर ली है और वह इस पर जल्द अंतिम फैसला सुना सकता है। आरईसी या हरित प्रमाणपत्रों की खरीद-फरोख्त इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) तथा पावर एक्सचेंज इंडिया (पीएक्सआईएल) में प्रत्येक माह के अंतिम बुधवार को होती है। केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (सीईआरसी) द्वारा आरईसी का न्यूनतम मूल्य तय करने से संबंधित तीन अलग-अलग याचिकाओं की सुनवाई करते हुए एपीटीईएल ने इस साल जुलाई में हरित प्रमाणपत्रों की खरीद-फरोख्त को चार सप्ताह तक स्थगित कर दिया था। पीएक्सआईएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रभजीत कुमार सरकार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘न्यायाधिकरण ने इस मामले में सुनवाई पूरी कर ली है और अपना फैसला सुरक्षित रखा है। हमें उम्मीद है कि अंतिम निर्णय जल्द आएगा। ऐसे में 25 नवंबर से आरईसी का कारोबार फिर शुरू होने की उम्मीद है।’’ आईईएक्स के प्रमुख और वरिष्ठ उपाध्यक्ष (कारोबार विकास) रोहित बजाज ने कहा, ‘‘एपीटीईएल जल्द इस मामले में आदेश जारी करेगा। हमें उम्मीद है कि बिजली एक्सचेंजों के आरईसी बाजार में 25 नवंबर से करीब चार माह बाद कारोबार फिर शुरू हो सकेगा।’’


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अक्टूबर में जीएसटी संग्रह आठ माह में पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के पार

अक्टूबर में जीएसटी संग्रह आठ माह में पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के पार

नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में 1.05 लाख करोड़ रुपये रहा है। फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के पार गया है। वित्त मंत्रालय की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई। वित्त मंत्रालय ने बताया कि 31 अक्टूबर, 2020 तक दाखिल किए गए कुल जीएसटीआर-3बी रिटर्न की संख्या 80 लाख पर पहुंच गई है। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अक्टूबर, 2020 में कुल जीएसटी संग्रह 1,05,155 करोड़ रुपये रहा। इसमें सीजीएसटी का हिस्सा 19,193 करोड़ रुपये, एसजीएसटी का 5,411 करोड़ रुपये, आईजीएसटी का 52,540 करोड़ रुपये (इसमें वस्तुओं के आयात पर 23,375 करोड़ रुपये का संग्रह भी शामिल है) और 8,011 करोड़ रुपये का उपकर (932 करोड़ रुपये आयातित वस्तुओं पर) शामिल है। अक्टूबर, 2020 में जीएसटी संग्रह पिछले साल के समान महीने से 10 प्रतिशत अधिक रहा है। अक्टूबर, 2019 में जीएसटी संग्रह 95,379 करोड़ रुपये रहा था। कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से जीएसटी संग्रह का आंकड़ा लगातार कई माह तक एक लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे रहा था।


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