नई दिल्ली टैक्स अथॉरिटीज, पिछले दिनों नदी में कूदकर आत्महत्या करने वाले कैफे कॉफी डे के फाउंडर के असेसमेंट को उनके 'कबूलनामे' के आधार पर ही पूरा करने पर विचार कर रही हैं। कथिततौर पर उन्होंने इसमें 658 करोड़ रुपये की बेहिसाब आमदनी की बात स्वीकार की है। सिद्धार्थ पर किसी दबाव को खारिज करते हुए टैक्स अधिकारी ने कहा कि टैक्स लायबिलिटी भारत के सबसे बड़े कॉफी चेन को खड़ा करने वाले स्टॉक ब्रोकर के वारिशों और कंपनियों पर आएगी। आत्महत्या से पहले कथित रूप से सिद्धार्थ द्वारा लिखे गए लेटर में एक इनकम टैक्स डायरेक्टर जनरल द्वारा उत्पीड़न और शेयर अटैचमेंट का आरोप लगाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि 2017 में सर्च के बाद तीन दिन तक पूछताछ चली थी और इसमें सिद्धार्थ ने काफी सहयोग किया था। 30 जुलाई को कर्नाटक और गोवा के इनकम टैक्स प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर ने एक बयान में कहा कि सिद्धार्थ ने 480 करोड़ रुपये की बेहिसाब आमदनी स्वीकार की थी, जिसमें 118 करोड़ रुपये कॉफी डे एंटरप्राइजेज के शामिल हैं। आरोप है कि सिद्धार्थ ने इस अघोषित आय की जानकारी टैक्स रिटर्न में नहीं दी थी, व्यक्तिगत आय में उन्होंने करीब 35 करोड़ रुपये की घोषणा की थी। सूत्रों ने कहा कि 21 और 23 सितंबर 2013 को रिकॉर्ड किए गए बयान में सिद्धार्थ ने कथित तौर पर असेसमेंट इयर 2012-13 से 2018-19 तक (फाइनैंशल इयर 2011-12 से 2017-18) अघोषित इनकम की बात स्वीकार की। इसमें 2011-12 में सिवान सिक्यॉरिटीज से सिद्धार्थ को ट्रांसफर किए गए शेयरों की खरीद और मार्केट वेल्यू का अंतर करीब 205 करोड़ रुपये भी शामिल है। 19 लाख शेयर अगले साल 691 रुपय प्रति शेयर के हिसाब से ट्रांसफर किए गए जबकि कंपनी ने 1 लाख शेयर प्रमोटर को 1,768 की दर से बेचे, टैक्स डिपार्टमेंट का आरोप है शेयरों की कीमत कम लगाई गई थी। बाद में अपनी स्थिति बदलते हुए सिद्धार्थ ने कहा था कि 691 रुपये की कीमत खाता मूल्य से जुड़ी हुई थी, जो लेनदेन के लिए परामर्शदाता की सलाह पर आधारित थी, लेकिन सर्च के दौरान उन्हें कानूनी प्रावधानों के बारे में बताकर अतिरिक्त इनकम स्वीकार करने को तैयार किया गया। इसी तरह कथित तौर पर उन्होंने स्वीकार किया कि मैसूर में तेंगलिन डिवेलपमेंट्स की जमीन बिक्री पर 178 करोड़ रुपये का कैपिटन गेन्स नहीं चुकाया। यह भी माना जाता है कि सिद्धार्थ ने स्वीकार किया था कि उन्होंने सिंगापुर के नागरिक और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार से जुड़े रजनीश गोपनीथ के बेटे को 1.2 करोड़ रुपये कैश में दिए थे। इसके अलावा सिद्धार्थ ने यह भी माना था कि उनकी कंपनियां बेहिसाबी कैश लेनदेन में शामिल हो सकती हैं।
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