सोयाबीन और मक्का की कीमतों में तेजी आने की वजह से अंडा और चिकन की कीमतें बढ़ सकती हैं। अंडा और चिकन का इस्तेमाल मुर्गियों के चारे के रूप में होता है। देश में मक्के का जितना उत्पादन होता है, उसमें से करीब 60 फीसदी की खपत पॉल्ट्री उद्योग में होती है।आपूर्ति में कमी के चलते चिकन के दाम भी बढ़ सकते हैं।
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