नई दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) नागरिक विमानों के रख-रखाव, मरम्मत और ओवरहॉलिंग (एमआरओ) का काम करने वाली घरेलू इकाइयों ने बाजार में अपने लिए बराबर का अवसर दिए जाने की सरकार से अपील की है। इकाइयों ने कहा है कि क्षेत्र में आयात शुल्क के मुकाबले माल और सेवा कर (जीएसटी) की दर काफी ऊंची होने से उनका कारोबार घट रहा है ऐसे में क्षेत्र की बड़ी संख्या में नौकरियां विदेशों में जा सकती हैं। एमआरओ एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमएओआई) ने कहा है कि एमआरओ सेवाओं के आयात पर वर्तमान में अधिकतम 5 प्रतिशत जीएसटी
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