नयी दिल्ली, 20 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को कहा कि हमारा देश में खाद्य अधिशेष है लेकिन हमें ‘खेत से दस्तरखान’ की श्रृंखला में छूटी कड़ियों को जोड़ने की जरूरत है। साथ ही हमें अपनी खाने की बर्बादी को भी घटाना होगा। अखिल भारतीय खाद्य प्रसंस्कर्ता संगठन (एआईएफपीए) के ‘प्लैटिनम जुबली’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोविंद ने इस बात पर जोर दिया कि किसान को अपनी उपज के लिए जो दाम मिलता है और ग्राहक जो मूल्य चुकाते हैं, उसमें ‘बहुत अंतर’ है और हमें इस अंतर को पाटने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कृषि और
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