मलविंदर, शिविंदर सिंह को दिल्ली हाई कोर्ट से एक और झटका

टीना ठाकर, नई दिल्ली रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटरों मलविंदर और शिविंदर सिंह को एक और झटका लगा है। दिल्ली हाई कोर्ट ने फोर्टिस हेल्थकेयर की ओर से दायर याचिका पर सिंह बंधुओं के साथ ही उनसे जुड़ी एंटिटीज को भी समन जारी किए हैं। फोर्टिस ने उस बकाया रकम की रिकवरी के लिए याचिका दायर की है जिसे कथित तौर पर पूर्व प्रमोटर्स ने हड़पा था। कोर्ट के समन के अनुसार, सिंह बंधुओं को फोर्टिस की ओर से दायर मामले के 30 दिनों के अंदर अपना जवाब देना है। इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 22 अक्टूबर है। इंटर कॉर्पोरेट डिपॉजिट में पाई गई गड़बड़ियां फोर्टिस के अकाउंट्स की लॉ फर्म लूथरा एंड लूथरा की ओर से की गई एक जांच में कुछ इंटर कॉर्पोरेट डिपॉजिट (ICD) में 'गड़बड़ियां' पाई गई थीं। इन ICD का इस्तेमाल बॉरोअर्स ने उन एंटिटीज को लोन देने या लोन के भुगतान के लिए किया था जिनके डायरेक्टर सिंह बंधुओं से जुड़े थे। जून 2018 में रवि राजगोपाल की अगुवाई में फोर्टिस के नए बोर्ड ने इस जांच की रिपोर्ट जारी की थी। फोर्टिस का कहना था कि इसमें यह खुलासा हुआ है कि इन लोन को लेकर मैनेजमेंट की आपत्तियों को 'दरकिनार' किया गया था। पूर्व प्रमोटर्स को हुआ था फायदा मार्केट रेगुलेटर सेबी की ओर से एक जांच में भी यह पता चला था कि रकम पूर्व प्रमोटर्स से संबंधित फर्मों के पास गई थी। फोर्टिस की याचिका में बताया गया है, 'सेबी की जांच में यह सामने आया था कि लोन की रकम इन कंपनियों के जरिए पूर्व प्रमोटर्स के फायदे के लिए भेजी गई थी।' सिंह ब्रदर्स पर 403 करोड़ का बकाया सेबी ने पिछले वर्ष 17 अक्टूबर को एक आदेश में फोर्टिस को पूर्व प्रमोटर्स मलविंदर और शिविंदर सिंह और विभिन्न प्रमोटर कंपनियों से 90 दिनों के अंदर 403 करोड़ रुपये की रकम बकाया ब्याज के साथ वसूलने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया था। सिंह ब्रदर्स रकम लौटाने में रहे थे नाकाम इसके बाद फोर्टिस ने सेबी से अपने पूर्व प्रमोटर्स की गिरफ्तारी का आदेश देने को भी कहा था, क्योंकि वे सेबी के निर्देश के अनुसार डायवर्ट की गई रकम को लौटाने में नाकाम रहे थे। फोर्टिस ने सेबी से उस कानून का इस्तेमाल करने को कहा था जिसके तहत एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल में रखा जा सकता है। इस बीच, सिंह बंधुओं के करीबी लोगों ने बताया है कि फोर्टिस की ओर से दायर मामले में जवाब देने के लिए वे अपनी लीगल टीम से बातचीत कर रहे हैं।


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