2 केलों के 442 और 2 अंडों के 1700 रुपये क्यों चार्ज करते हैं 5 स्टार होटल?

विक्रांत सिंह, नई दिल्ली सोशल मीडिया पर लोगों को रोज गुस्सा निकालने के लिए कुछ न कुछ चाहिए होता है। फिर बात चाहे को 442.50 रुपये में दो केले देने या लेखक कार्तिक को 1700 रुपये में 2 उबले अंडे देने की हो। हम आपको यहां बताएंगे कि होटलों में कोई भी खाने-पीने का आइटम महंगा मिलने के पीछे वह कौन-सी लागत होती है, जिसे कस्टमर से वसूला जाता है। पहले दोनों मामले आपको अच्छी तरह से याद दिला देते है। हाल में अभिनेता राहुल बोस ने अपने ट्विटर पर एक विडियो पोस्ट करके बताया कि चंडीगढ़ के जे डब्ल्यू मैरियट होटल ने उन्हें दो केले के बदले 442.50 रुपये का बिल थमा दिया। अभी इस पर ट्विटरबाजी थमी नहीं थी कि इतने में लेखक कार्तिक धर का एक ट्वीट आ गया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि मुंबई के फोर सीजन होटल ने उनसे 2 उबले अंडे के 1,700 रुपये वसूले थे। कार्तिक ने बिल का फोटो भी पोस्ट किया था। इन्हें लेकर ट्विटर पर जमकर हंगामा हुआ। इसके मूल में सिर्फ एक सवाल था कि आखिर ठेले पर 40 से 60 रुपये दर्जन मिलने वाले केले या 8 रुपये में मिलने वाले एक उबले अंडे की कोई इतनी कीमत कैसे वसूल सकता है? खैर, जवाब इस सवाल में ही छिपा है कि यह सामान आपको सड़क किनारे ठेले पर नहीं बल्कि फाइव स्टार होटल में मिल रहा था। FHRAI ने किया दोनों होटलों का बचाव फेडरेशन ऑफ होटल ऐंड रेस्ट्रॉन्ट्स असोसिएशन ऑफ इंडिया (FHRAI) ने दोनों होटलों का बचाव करते हुए बताया, 'होटल और किराने की दुकान में अंतर है। हम फल या सब्जी नहीं बेचते। होटल अकोमोडेशन और रेस्ट्रॉन्ट सर्विस मुहैया कराते हैं। सरकार भी इसे सर्विस मानते हुए हमसे 18 पर्सेंट जीएसटी लेती है।' असोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट गुरबख्श सिंह कोहली ने बताया, 'आप किसी रिटेल स्टोर से केले बाजार भाव पर खरीद सकते हैं। हालांकि, जब आप किसी होटल में केले या अंडे का ऑर्डर देते हैं तो आपको सिर्फ फूड ही नहीं बल्कि उसके साथ सर्विस, क्वॉलिटी, प्लेट, कटलरी, कुछ कॉप्लिमेंट्री आइटम्स, साफ फल, एक खुशनुमा माहौल और लग्जरी मुहैया कराई जाती है, जिसकी अपनी लागत होती है।' आइए अब इन दोनों मामले में देखते हैं कि ये लागत थी क्या? बाहर से केले लेने जाते राहुल तो क्या होता? राहुल बोस ने विडियो में बताया कि उन्होंने जिम में एक्सरसाइज करते हुए दो केलों का ऑर्डर दिया था, जिसके बदले होटल ने उन्हें भारी-भरकम बिल पकड़ाया। अगर राहुल केले को होटल से न खरीदकर बाहर से खरीदते तो उन्हें एक्सरसाइज रोकनी पड़ती और शायद सुबह का वक्त होने की वजह से उन्हें काफी देर तक ठेले की तलाश में भटकना भी पड़ता। राहुल ने विडियो में यह भी बताया था कि होटल ने कमरे में ताजे फूल और कुकीज के साथ उनका स्वागत किया था, जिसका कोई चार्ज नहीं लिया गया था। यानी होटल ने न सिर्फ उनकी सुविधानुसार केले दिए बल्कि जिम, फ्री कुकीज और ताजे फूल जैसी सेवाएं भी मुहैया कराईं। ठेले से अंडे खाते कार्तिक तो क्या खोते? इसी तरह कार्तिक भी चाहते तो दोस्तों या परिवार के साथ सड़क किनारे के ठेले से अंडे खा सकते थे, जिसके उन्हें हद से हद 30 रुपये चुकाने पड़ते, लेकिन वहां कार्तिक को बैठकर खाने के लिए टेबल-चेयर नहीं मिलतीं। ठेले से अंडे लेने पर हाइजीन का भी मसला होता। सबसे बड़ी बात यह है कि वह वहां घंटों खड़े रहकर परिवार के साथ 'क्वॉलिटी-टाइम' नहीं बिता सकते थे, जो उन्होंने फाइव स्टार होटल में किया। जांच के आदेश हालांकि खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान को ये तर्क पसंद नहीं आए और उन्होंने इसे अनुचित व्यापार का मामला बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों पर नकेल कसने के लिए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत सरकार नियम बनाएगी।


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